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नोएडा: 15 हजार करोड़ के जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में अरबपति महिला कारोबारी कोयम्बटूर से गिरफ्तार - NOIDA GST Fraud Case

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 23, 2024, 8:17 PM IST

Fake GST Case: जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में फरार चल रही 25 हजार की इनामी अरबपति महिला कारोबारी को नोएडा पुलिस की टीम ने कोयम्बटूर से गिरफ्तार किया है. इस मामले में अब तक 48 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं.

अरबपति महिला कारोबारी कोयम्बटूर से गिरफ्तार
अरबपति महिला कारोबारी कोयम्बटूर से गिरफ्तार (Etv Bharat)

नई दिल्ली/नोएडा: 15 हजार करोड़ रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में नोएडा पुलिस ने गिरोह की अरबपति महिला कारोबारी को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ है. मेटल का कारोबार करने वाली महिला आरोपी एक साथ कई कंपनियों के नाम से आईटीसी(इनपुट टैक्स क्रेडिट) ले रही थी. सभी ऐसी कंपनियां थी, जिसका अस्तित्व सिर्फ कागजों पर था.

डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों गिरफ्त में आए आरोपियों से सैकड़ों फर्जी कंपनियों के बारे में जानकारी मिली थी. जब इसकी तह तक जाया गया तो, पता चला कि कोयम्बटूर की महिला कारोबारी सुगन्यया प्रभु सहित अन्य लोगों द्वारा इन कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद कोयम्बटूर के रेस कोर्स रोड पर स्थित वेंकट रथना अपार्टमेंट निवासी सुगन्यया प्रभु की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई. टीम के सदस्यों ने कोयम्बटूर में डेरा डाला और सुगन्यया प्रभु को गिरफ्तार कर नोएडा ले आई.

सुगन्यया प्रभु ने कई अन्य आरोपियों के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है, जो फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट ले रहे हैं. महिला के पास से बरामद मोबाइल की भी जांच की जा रही है. लंबे समय से फरार रहने के चलते गिरफ्त में आई महिला पर नोएडा पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. इस मामले में नोएडा पुलिस की अब तक की ये 48वीं गिरफ्तारी है. खास बात है किसी भी आरोपी को अब तक जमानत नहीं मिली है. पुलिस के मुताबिक महिला ने कई ऐसी कंपनी और फर्म बनाई जिसका वजूद सिर्फ कागजों पर रहा. धरातल पर वह कंपनी थी ही नहीं. महिला ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाई गई कंपनी की बिलिंग की और इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम कर सरकार से करोड़ों रुपये ले लिए.

33 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई: जीएसटी फर्जीवाड़े में नोएडा पुलिस ने अब तक 33 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. नोएडा पुलिस अब इन आरोपियों की चल और संपत्ति की पहचान कर उसे कुर्क करने की कार्रवाई करेगी. कई आरोपियों की संपत्ति की पहचान नोएडा पुलिस द्वारा कर भी ली गई है. पुलिस के प्रभावी पैरवी के कारण इस मामले में बीते एक साल से किसी भी आरोपी को जमानत नहीं मिल सकी है. कई आरोपियों पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है. अभी आठ आरोपी इसमें और शामिल बताए जा रहे हैं.

काले धन को किया जा रहा था सफेद: इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद किया जा रहा था. गिरोह में शामिल इनामी सहित कई अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. फरार आरोपियों की तलाश में नोएडा पुलिस की चार टीमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. कई आरोपियों की चल और अचल संपत्ति को कुर्क भी किया जा चुका है. आरोपियों के पास से मिले कई खातों को पुलिस पूर्व में बंद करा चुकी है. खातों में जमा करोड़ों रुपये की रकम को फ्रीज भी कराया जा चुका है.

नई दिल्ली/नोएडा: 15 हजार करोड़ रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़ा मामले में नोएडा पुलिस ने गिरोह की अरबपति महिला कारोबारी को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ है. मेटल का कारोबार करने वाली महिला आरोपी एक साथ कई कंपनियों के नाम से आईटीसी(इनपुट टैक्स क्रेडिट) ले रही थी. सभी ऐसी कंपनियां थी, जिसका अस्तित्व सिर्फ कागजों पर था.

डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों गिरफ्त में आए आरोपियों से सैकड़ों फर्जी कंपनियों के बारे में जानकारी मिली थी. जब इसकी तह तक जाया गया तो, पता चला कि कोयम्बटूर की महिला कारोबारी सुगन्यया प्रभु सहित अन्य लोगों द्वारा इन कंपनियों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद कोयम्बटूर के रेस कोर्स रोड पर स्थित वेंकट रथना अपार्टमेंट निवासी सुगन्यया प्रभु की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई. टीम के सदस्यों ने कोयम्बटूर में डेरा डाला और सुगन्यया प्रभु को गिरफ्तार कर नोएडा ले आई.

सुगन्यया प्रभु ने कई अन्य आरोपियों के बारे में भी पुलिस को जानकारी दी है, जो फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट ले रहे हैं. महिला के पास से बरामद मोबाइल की भी जांच की जा रही है. लंबे समय से फरार रहने के चलते गिरफ्त में आई महिला पर नोएडा पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. इस मामले में नोएडा पुलिस की अब तक की ये 48वीं गिरफ्तारी है. खास बात है किसी भी आरोपी को अब तक जमानत नहीं मिली है. पुलिस के मुताबिक महिला ने कई ऐसी कंपनी और फर्म बनाई जिसका वजूद सिर्फ कागजों पर रहा. धरातल पर वह कंपनी थी ही नहीं. महिला ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बनाई गई कंपनी की बिलिंग की और इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम कर सरकार से करोड़ों रुपये ले लिए.

33 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई: जीएसटी फर्जीवाड़े में नोएडा पुलिस ने अब तक 33 आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. नोएडा पुलिस अब इन आरोपियों की चल और संपत्ति की पहचान कर उसे कुर्क करने की कार्रवाई करेगी. कई आरोपियों की संपत्ति की पहचान नोएडा पुलिस द्वारा कर भी ली गई है. पुलिस के प्रभावी पैरवी के कारण इस मामले में बीते एक साल से किसी भी आरोपी को जमानत नहीं मिल सकी है. कई आरोपियों पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया है. अभी आठ आरोपी इसमें और शामिल बताए जा रहे हैं.

काले धन को किया जा रहा था सफेद: इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद किया जा रहा था. गिरोह में शामिल इनामी सहित कई अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. फरार आरोपियों की तलाश में नोएडा पुलिस की चार टीमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित अन्य संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. कई आरोपियों की चल और अचल संपत्ति को कुर्क भी किया जा चुका है. आरोपियों के पास से मिले कई खातों को पुलिस पूर्व में बंद करा चुकी है. खातों में जमा करोड़ों रुपये की रकम को फ्रीज भी कराया जा चुका है.

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