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टारगेट मिस करने वाली रूसी मिसाइल R-73 पर क्यों उठ रहे हैं सवाल, जानें क्या है इसकी खासियत - रूसी मिसाइल R 73

Air to Air R-73 Missile, R-73 Missile on Tejas, राजस्थान के पोखरन में हो रहे भारतीय वायु सेना के वायु शक्ति 2024 युद्धाभ्यास में तेजस पर तैनात रूसी मिसाइल R-73 ने अपना टारगेट मिस कर दिया. इसके बाद से ही इस मिसाइल के इस्तेमाल और सटीकता पर सवाल उठने लगे हैं. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं, इस मिसाइल की खास फीचर्स के बारे में...

R-73 missile
वायुशक्ति 2024 में टारगेट मिस की R-73
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 19, 2024, 1:58 PM IST

Updated : Feb 19, 2024, 2:21 PM IST

हैदराबाद: राजस्थान के जैसलमेर में भारतीय वायु सेना द्वारा वायु शक्ति 2024 युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है. इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना के विमान कई तरह के अभ्यास कर रहे हैं. इसी युद्धाभ्यास के दौरान स्वदेशी फाइटर जेट तेजस से आर-73 मिसाइल को टारगेट पर दागने का अभ्यास किया जा रहा था.

लेकिन मिसाइल दागने के बाद यह टारगेट को मिस कर गई और उसके पास से गुजर गई. वहीं दूसरी ओर राफेल विमान पर तैनात Mica IR मिसाइल ने टारगेट को सटीकता से हिट किया और उसे तबाह कर दिया. अब तेजस पर तैनात R-73 मिसाइल पर सवाल उठने लगे हैं.

R-73 missile
तेजस में भी होती है इस्तेमाल

यह मांग भी उठ रही है कि तेजस पर तैनात करने के लिए एक नई मिसाइल स्वदेश में बनाई जाए या विदेश से खरीदी जाए. हालांकि मिसाइल द्वारा टारगेट को मिस करना एक जांच का विषय है. लेकिन हम आपको यहां इस मिसाइल के बारे में बताने जा रहे हैं. यहां आपको पता चलेगा कि यह R-73 मिसाइल की खासियत क्या है और यह कैसे काम करती है.

कब शुरू हुआ R-73 का इस्तेमाल

R-73 एक सोवियत इन्फ्रारेड होमिंग हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. एक उन्नत इन्फ्रारेड-निर्देशित एयर-टू-एयर मिसाइल (एएएम) के रूप में कार्य करती है और 1980 के दशक के मध्य से सोवियत/रूसी जेट के लिए पसंदीदा मिसाइल रही है. इसके अतिरिक्त, इसे उन देशों द्वारा अपनाया गया है, जिन्होंने इसका निर्यात संस्करण, आर-73ई प्राप्त किया है, जिसमें मुख्य तौर पर चीन और पूर्वी जर्मनी शामिल हैं.

किन विमानों पर हो सकता है इस्तेमाल

वायु शक्ति 2024 में इस मिसाइल को भारत के स्वदेशी फाइटर जेट तेजस पर तैनात किया गया था. लेकिन इसके अलावा यह मिसाइल Su-25BM, Su-25T, Su-39, Su-27 और MiG-29SMT जैसे विमानों पर भी तैनात की जा सकती है. वहीं दूसरी ओर इसके अपडेटेट वर्जन R-73E को J-11 और MiG-29G जैसे विमानों पर तैनात किया जा सकता है. हालांकि अब तेजस के लिए भी इसी मिसाइल की मांग की जा रही है.

R-73 missile
आर-73 मिसाइल

क्या है R-73 मिसाइल की खासियत

इस मिसाइल का वजन 105 किलोग्राम होता है. यह मिसाइल डॉग-फाइट में इस्तेमाल की जाती है, जिसमें इसका इस्तेमाल दुश्मन के विमानों को ध्वस्त करने के लिए किया जाता है. इस मिसाइल की लॉक रेंज 11 किलोमीटर है. यह मिसाइल इंफ्रारेड तकनीक से लैस है, जिसके चलते इसका इस्तेमाल दिन और रात दोनों परिस्थितियों में किया जा सकता है. यह मिसाइल 30 किमी रेंज में अपने टारगेट को हिट कर सकती है और इसमें 5.96 किग्रा TNT विस्फोटक भरा जाता है.

इसी मिसाइल से अभिनंदन ने मार गिराया था पाकिस्तानी F-16

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि जहां एक ओर इस मिसाइल के इस्तेमाल पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं 27 फरवरी 2019 को एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एक F-16 फाइटर जेट को इसी R-73 मिसाइल से मार गिराया था. हालांकि उनका विमान पाकिस्तान में क्रैश हो गया था और वह पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिए गए थे और युद्ध बंदी नियमों के आधार पर भारत सरकार ने उन्हें वहां से रिहा कराया था.

हैदराबाद: राजस्थान के जैसलमेर में भारतीय वायु सेना द्वारा वायु शक्ति 2024 युद्धाभ्यास का आयोजन किया गया है. इस युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना के विमान कई तरह के अभ्यास कर रहे हैं. इसी युद्धाभ्यास के दौरान स्वदेशी फाइटर जेट तेजस से आर-73 मिसाइल को टारगेट पर दागने का अभ्यास किया जा रहा था.

लेकिन मिसाइल दागने के बाद यह टारगेट को मिस कर गई और उसके पास से गुजर गई. वहीं दूसरी ओर राफेल विमान पर तैनात Mica IR मिसाइल ने टारगेट को सटीकता से हिट किया और उसे तबाह कर दिया. अब तेजस पर तैनात R-73 मिसाइल पर सवाल उठने लगे हैं.

R-73 missile
तेजस में भी होती है इस्तेमाल

यह मांग भी उठ रही है कि तेजस पर तैनात करने के लिए एक नई मिसाइल स्वदेश में बनाई जाए या विदेश से खरीदी जाए. हालांकि मिसाइल द्वारा टारगेट को मिस करना एक जांच का विषय है. लेकिन हम आपको यहां इस मिसाइल के बारे में बताने जा रहे हैं. यहां आपको पता चलेगा कि यह R-73 मिसाइल की खासियत क्या है और यह कैसे काम करती है.

कब शुरू हुआ R-73 का इस्तेमाल

R-73 एक सोवियत इन्फ्रारेड होमिंग हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है. एक उन्नत इन्फ्रारेड-निर्देशित एयर-टू-एयर मिसाइल (एएएम) के रूप में कार्य करती है और 1980 के दशक के मध्य से सोवियत/रूसी जेट के लिए पसंदीदा मिसाइल रही है. इसके अतिरिक्त, इसे उन देशों द्वारा अपनाया गया है, जिन्होंने इसका निर्यात संस्करण, आर-73ई प्राप्त किया है, जिसमें मुख्य तौर पर चीन और पूर्वी जर्मनी शामिल हैं.

किन विमानों पर हो सकता है इस्तेमाल

वायु शक्ति 2024 में इस मिसाइल को भारत के स्वदेशी फाइटर जेट तेजस पर तैनात किया गया था. लेकिन इसके अलावा यह मिसाइल Su-25BM, Su-25T, Su-39, Su-27 और MiG-29SMT जैसे विमानों पर भी तैनात की जा सकती है. वहीं दूसरी ओर इसके अपडेटेट वर्जन R-73E को J-11 और MiG-29G जैसे विमानों पर तैनात किया जा सकता है. हालांकि अब तेजस के लिए भी इसी मिसाइल की मांग की जा रही है.

R-73 missile
आर-73 मिसाइल

क्या है R-73 मिसाइल की खासियत

इस मिसाइल का वजन 105 किलोग्राम होता है. यह मिसाइल डॉग-फाइट में इस्तेमाल की जाती है, जिसमें इसका इस्तेमाल दुश्मन के विमानों को ध्वस्त करने के लिए किया जाता है. इस मिसाइल की लॉक रेंज 11 किलोमीटर है. यह मिसाइल इंफ्रारेड तकनीक से लैस है, जिसके चलते इसका इस्तेमाल दिन और रात दोनों परिस्थितियों में किया जा सकता है. यह मिसाइल 30 किमी रेंज में अपने टारगेट को हिट कर सकती है और इसमें 5.96 किग्रा TNT विस्फोटक भरा जाता है.

इसी मिसाइल से अभिनंदन ने मार गिराया था पाकिस्तानी F-16

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि जहां एक ओर इस मिसाइल के इस्तेमाल पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं 27 फरवरी 2019 को एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एक F-16 फाइटर जेट को इसी R-73 मिसाइल से मार गिराया था. हालांकि उनका विमान पाकिस्तान में क्रैश हो गया था और वह पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिए गए थे और युद्ध बंदी नियमों के आधार पर भारत सरकार ने उन्हें वहां से रिहा कराया था.

Last Updated : Feb 19, 2024, 2:21 PM IST
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