चंडीगढ़: नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. 9 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उन्हें शपथ दिलायेंगी. इस बार बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार नहीं है. मोदी 3.0 की कैबिनेट में हरियाणा से किस-किस को जगह मिलेगी, इसको लेकर चर्चा शुरू हो गई है. हरियाणा में इस बार बीजेपी को 5 सीटों का नुकसान हुआ और केवल 5 सीट ही जीत पाई. सबसे अहम बात ये है कि इस बार बीजेपी का बहुमत नहीं है इसलिए सहयोगी दलों को ज्यादा तवज्जो देनी पड़ेगी. हरियाणा की बात करें तो पिछली मोदी सरकार में हरियाणा के गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह और फरीदाबाद से सांसद कृष्ण पाल गुर्जर राज्य मंत्री रहे हैं. वहीं इस बार हरियाणा के दो बार सीएम रहे मनोहर लाल भी सांसद बन चुके हैं.
मनोहर लाल खट्टर बनेंगे मंत्री?
हरियाणा में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. फिलहाल केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने की चर्चा चल रही है, उसमें पूर्व सीएम मनोहर लाल का नाम सबसे आगे हैं. मनोहर लाल खट्टर को पीएम मोदी के करीबी होने के साथ-साथ संघ के भी करीबी हैं. इसलिए उनके मंत्रीमंडल में शामिल होने की संभावनाएं प्रबल हैं. उन्हें लोकसभा चुनाव से कुछ समय पहले ही अचानक इस्तीफा दिलाकर लोकसभा का टिकट दिया गया था. हालांकि उनको लेकर यह चर्चा भी है कि पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जगह उनको पार्टी का अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है. ऐसे में अगर पार्टी अध्यक्ष बने तो भी हरियाणा के दो सांसद मंत्री बन सकते हैं.
राव इंद्रजीत सिंह को मिलेगी कैबिनेट में जगह
गुरुग्राम सांसद राव इंद्रजीत सिंह 2014 और 2019 में मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. साउथ हरियाणा के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह को फिर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की प्रबल संभावना है. कयास लगाये जा रहे हैं कि इस बार फरीदाबाद सांसद कृष्णपाल गुर्जर का पत्ता केंद्रीय मंत्रिमंडल से कट सकता है.
जाट नेता में धर्मबीर या सुभाष बराला को मिल सकता है मौका
लोकसभा चुनाव 2024 में माना जा रहा है कि जाट समुदाय ने बीजेपी को वोट नहीं किया. इसीलिए उसे 5 सीटों पर हार का नुकसान उठाना पड़ा. हरियाणा के होने वाले विधानसभा चुनाव आगर पार्टी की प्राथमिकता रहे और जाट वोट बैंक को साधने की बीजेपी की कोशिश रही तो फिर भिवानी-महेंद्रगढ़ के सांसद धर्मबीर सिंह या फिर राज्यसभा सांसद सुभाष बराला को भी मंत्रीमंडल में जगह मिल सकती है. हालांकि उनसे पहले मंत्रिमंडल में शामिल करने की दौड़ में पूर्व सीएम मनोहर लाल और राव इंद्रजीत सिंह ही दिखाई देते हैं.