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जब सपने हकीकत बन गए, एक निजी स्कूल के शिक्षक बने जिला आयुक्त, जानें कैसे - TEACHER TURNS DISTRICT COMMISSIONER

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के पहल पर नलबाड़ी जिले में एक शिक्षक को एक दिन लिए जिला आयुक्त बनने का मौका मिला.

A private School teacher turns District Commissioner
एक निजी स्कूल के शिक्षक मृणमय कलिता जिला आयुक्त के रूप में समीक्षा करते हुए (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 6, 2024, 7:44 PM IST

नलबाड़ी: जिला आयुक्त कार्यालय में अचानक भीड़ उमड़ पड़ी. शुक्रवार को उपस्थित सभी अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट मोड में नजर आए. सभी किसी का इंतजार कर रहे थे. कुछ ही मिनटों बाद एक नए अधिकारी ने पदभार ग्रहण किया. उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया. यह अधिकारी कोई और नहीं बल्कि नलबाड़ी के नए जिला आयुक्त हैं. कार्यभार ग्रहण करने के लिए कार्यालय पहुंचने के बाद नए डीसी ने कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ परिचयात्मक दौर में भाग लिया. इसके बाद आयुक्त ने कार्यालय का भ्रमण कर आसपास का निरीक्षण किया. इसके बाद नए आयुक्त ने कार्यालय कर्मचारियों से बातचीत की.

इसके बाद जिला आयुक्त ने विभिन्न प्रशासनिक कार्यों व सरकारी योजनाओं की प्रगति का भी जायजा लिया. इस तरह नलबाड़ी जिले के संरक्षक के रूप में कार्यभार संभालने वाले नए जिला आयुक्त का नाम मृणमय कलिता है. उन्होंने वर्तमान जिला आयुक्त बरनाली डेका से कार्यभार संभाला है. लेकिन बरनाली डेका को तबादला आदेश जारी न होने के बावजूद मृणमय कलिता को यह जिम्मेदारी क्यों दी गई? यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है. आखिर नए डीसी क्यों आए! रुकिए! इस सवाल का जवाब पाने की आपकी उत्सुकता जल्द ही खत्म होने वाली है.

दरअसल ये नए डीसी साहब सिर्फ एक दिन के लिए आए हैं. जी हां, एक दिन के लिए इनमॉय कलिता ने इस तरह से जिला आयुक्त की भूमिका निभाई है और उन्हें ये जिम्मेदारी खुद राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के कहने पर मिली है.

सीएम के आदेश से निजी स्कूल के शिक्षक बने डीसी
आपको बता दें कि हमारे ये नए डीसी मृण्मॉय कलिता दरअसल नलबाड़ी जातीय विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक हैं. आपको ये भी बता दें कि इस शिक्षक मृण्मॉय कलिता ने जुलाई में ही मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था. उस अनुरोध के आधार पर मृण्मॉय कलिता को मुख्यमंत्री के आदेश पर एक दिन के लिए जिला आयुक्त के कामकाज की समीक्षा करने का अवसर दिया गया था. शिक्षक मृण्मॉय ने मीडिया को बताया कि ये भावी पीढ़ियों को सिविल सेवा की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से किया गया एक प्रयास है.

शुक्रवार को मृण्मॉय कलिता मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद सुबह-सुबह नलबाड़ी जिला आयुक्त कार्यालय पहुंचे. मृण्मय कलिता ने कार्यालय में कर्मचारियों से मुलाकात की और काम का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने शिक्षक मृण्मय को एक दिन के शेड्यूल के साथ यह सुविधा दी. एक दिन के जिला आयुक्त बनने का सौभाग्य पाकर उत्साहित मृण्मय कलिता ने मीडिया से कहा, "ऐसा अवसर मिलना बहुत अच्छा है.

कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने मेरा सहयोग किया है. खास तौर पर जिला आयुक्त वर्णाली डेका, अतिरिक्त जिला आयुक्त रूणभ रामचियारी और सभी कर्मचारियों ने बहुत अच्छा सहयोग किया है. मुझे ऐसा अवसर देने के लिए मैं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं. मुझे कड़ी मेहनत करनी है और मैं वही कर रहा हूं."

भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बनने की उम्मीद रखने वाले मृण्मय कहते हैं कि "हर कोई उस कुर्सी का सपना देखता है, लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और मैं वही कर रहा हूं."

नलबाड़ी आयुक्त वर्णाली डेका ने संवाददाताओं को बताया कि "नलबाड़ी जातीय विद्यालय के शिक्षक मृण्मय कलिता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पूछा था कि जिला आयुक्त एक दिन में क्या काम करते हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के माध्यम से मृण्मय को यह सुविधा प्रदान की जाए."

"इसके अनुसार वे आज कार्यालय आए और हमने उन्हें जिला आयुक्त के प्रशासनिक कामकाज के बारे में जानकारी देने के लिए उनके कामों से परिचित कराया. हमने उन्हें सुबह से रात तक जिला आयुक्त द्वारा किए जाने वाले सभी कामों के बारे में जानकारी लेने का अवसर दिया और उन्हें यह जानकारी मिल गई."

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नलबाड़ी: जिला आयुक्त कार्यालय में अचानक भीड़ उमड़ पड़ी. शुक्रवार को उपस्थित सभी अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट मोड में नजर आए. सभी किसी का इंतजार कर रहे थे. कुछ ही मिनटों बाद एक नए अधिकारी ने पदभार ग्रहण किया. उन्होंने सभी का अभिवादन स्वीकार किया. यह अधिकारी कोई और नहीं बल्कि नलबाड़ी के नए जिला आयुक्त हैं. कार्यभार ग्रहण करने के लिए कार्यालय पहुंचने के बाद नए डीसी ने कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ परिचयात्मक दौर में भाग लिया. इसके बाद आयुक्त ने कार्यालय का भ्रमण कर आसपास का निरीक्षण किया. इसके बाद नए आयुक्त ने कार्यालय कर्मचारियों से बातचीत की.

इसके बाद जिला आयुक्त ने विभिन्न प्रशासनिक कार्यों व सरकारी योजनाओं की प्रगति का भी जायजा लिया. इस तरह नलबाड़ी जिले के संरक्षक के रूप में कार्यभार संभालने वाले नए जिला आयुक्त का नाम मृणमय कलिता है. उन्होंने वर्तमान जिला आयुक्त बरनाली डेका से कार्यभार संभाला है. लेकिन बरनाली डेका को तबादला आदेश जारी न होने के बावजूद मृणमय कलिता को यह जिम्मेदारी क्यों दी गई? यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है. आखिर नए डीसी क्यों आए! रुकिए! इस सवाल का जवाब पाने की आपकी उत्सुकता जल्द ही खत्म होने वाली है.

दरअसल ये नए डीसी साहब सिर्फ एक दिन के लिए आए हैं. जी हां, एक दिन के लिए इनमॉय कलिता ने इस तरह से जिला आयुक्त की भूमिका निभाई है और उन्हें ये जिम्मेदारी खुद राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के कहने पर मिली है.

सीएम के आदेश से निजी स्कूल के शिक्षक बने डीसी
आपको बता दें कि हमारे ये नए डीसी मृण्मॉय कलिता दरअसल नलबाड़ी जातीय विद्यालय में विज्ञान के शिक्षक हैं. आपको ये भी बता दें कि इस शिक्षक मृण्मॉय कलिता ने जुलाई में ही मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा था. उस अनुरोध के आधार पर मृण्मॉय कलिता को मुख्यमंत्री के आदेश पर एक दिन के लिए जिला आयुक्त के कामकाज की समीक्षा करने का अवसर दिया गया था. शिक्षक मृण्मॉय ने मीडिया को बताया कि ये भावी पीढ़ियों को सिविल सेवा की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से किया गया एक प्रयास है.

शुक्रवार को मृण्मॉय कलिता मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद सुबह-सुबह नलबाड़ी जिला आयुक्त कार्यालय पहुंचे. मृण्मय कलिता ने कार्यालय में कर्मचारियों से मुलाकात की और काम का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री को लिखे पत्र के आधार पर जिला प्रशासन ने शिक्षक मृण्मय को एक दिन के शेड्यूल के साथ यह सुविधा दी. एक दिन के जिला आयुक्त बनने का सौभाग्य पाकर उत्साहित मृण्मय कलिता ने मीडिया से कहा, "ऐसा अवसर मिलना बहुत अच्छा है.

कार्यालय के सभी कर्मचारियों ने मेरा सहयोग किया है. खास तौर पर जिला आयुक्त वर्णाली डेका, अतिरिक्त जिला आयुक्त रूणभ रामचियारी और सभी कर्मचारियों ने बहुत अच्छा सहयोग किया है. मुझे ऐसा अवसर देने के लिए मैं मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का तहे दिल से आभार व्यक्त करता हूं. मुझे कड़ी मेहनत करनी है और मैं वही कर रहा हूं."

भविष्य में प्रशासनिक अधिकारी बनने की उम्मीद रखने वाले मृण्मय कहते हैं कि "हर कोई उस कुर्सी का सपना देखता है, लेकिन इसके लिए आपको कड़ी मेहनत करनी होगी और मैं वही कर रहा हूं."

नलबाड़ी आयुक्त वर्णाली डेका ने संवाददाताओं को बताया कि "नलबाड़ी जातीय विद्यालय के शिक्षक मृण्मय कलिता ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर पूछा था कि जिला आयुक्त एक दिन में क्या काम करते हैं. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम के माध्यम से मृण्मय को यह सुविधा प्रदान की जाए."

"इसके अनुसार वे आज कार्यालय आए और हमने उन्हें जिला आयुक्त के प्रशासनिक कामकाज के बारे में जानकारी देने के लिए उनके कामों से परिचित कराया. हमने उन्हें सुबह से रात तक जिला आयुक्त द्वारा किए जाने वाले सभी कामों के बारे में जानकारी लेने का अवसर दिया और उन्हें यह जानकारी मिल गई."

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