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क्या है पेजर, जिनसे लेबनान में मची तबाही? क्यों और कहां होता है इनका इस्तेमाल? जानें सबकुछ - Explosion In Lebnon

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 18, 2024, 11:00 AM IST

What Is Pager: पेजर को बीपर के नाम से भी जाना जाता है. यह एक छोटा, पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जिसे छोटे मैसेज या अलर्ट प्राप्त करने और कुछ मामलों में मैसेज भेजने के लिए डिजाइन किया गया है.

क्या होता है पेजर?
क्या होता है पेजर? (Getty Images)

नई दिल्ली: लेबनान में मंगलवार को एक साथ हजारों हैंडहेल्ड पेजर फटने से 8 लोगों की मौत हो गई और 2 हजार से ज्यादा घायल हो गए. घटना को लेकर हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि दोपहर साढ़े तीन बजे समूह के संस्थानों के लिए काम करने वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर रहस्यमय तरीके से फटने लगे.

एपी की रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ये विस्फोट ऐसे समय में हुए जब हिज्बुल्लाह के सदस्य नए पेजर ले जा रहे थे. इनमें लिथियम बैटरी लगी थी, जो फट गई. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर पेजर क्या होता है और इसे किस लिए इस्तेमाल किया जाता है?

क्या है पेजर और क्यों किया जाता है इस्तेमाल?
पेजर को बीपर के नाम से भी जाना जाता है. यह एक छोटा, पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जिसे छोटे मैसेज या अलर्ट प्राप्त करने और कुछ मामलों में मैसेज भेजने के लिए डिजाइन किया गया है. डिवाइस के मूल का काम मैसेज प्राप्त करना और भेजना है.

अधिकांश पेजर बेस स्टेशन या सेंट्रल डिस्पैच से रेडियो फ़्रीक्वेंसी के जरिए मैसेज प्राप्त करते हैं. ये मैसेज संख्यात्मक (जैसे, फोन नंबर) या अल्फान्यूमेरिक (टेक्स्ट) हो सकते हैं. यह डिवाइस यूजर्स को अलर्ट करने के लिए मैसेज डिस्प्ले भी करता है.

मैसेज भेजते समय, दो-तरफा पेजर का यूज किया जाता है. यह यूजर्स को संदेश भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है, जो टेक्स्ट मैसेजिंग के एक रुडिमेंटरी के समान है. इसके जरिए यूजर्स मैसेज का उत्तर दे सकते हैं और मैसेज भेजने वाले को वापस ब्रीफ टेक्स्ट मैसेज भेज सकते हैं.

पेजर अक्सर आने वाले संदेश के बारे में यूजर्स को अलर्ट करने के लिए एक टोन, बीप या कंपन उत्सर्जित करते हैं. यह सुविधा विशेष रूप से शोर भरे वातावरण या ऐसी स्थितियों में उपयोगी होती है, जहां शांति पसंद की जाती है, जैसे कि अस्पतालों में.

पेजर
पेजर (Getty Images)

पेजर का इस्तेमाल कब शुरू हुआ?
1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में प्री-मोबाइल युग में पेजर का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया गया था. वे विशेष रूप से उन व्यवसायों में लोकप्रिय थे जिनमें त्वरित, विश्वसनीय संचार की आवश्यकता होती थी. पेजर का इस्तेमाल आमतौर पर डॉक्टरों, नर्सों और इमरजेंसी सर्विस कर्मियों द्वारा किया जाता था.

कितनी तरह का होता है पेजर?
संख्यात्मक पेजर केवल संख्याएं डिस्प्ले करते हैं. आमतौर पर रिसिपेंट को किसी स्पेसिफिर फोन नंबर पर कॉल करने या किसी पेज पर रेस्पांस देने के लिए अलर्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है. यह पेजर का सबसे सरल और सबसे बुनियादी प्रकार हैं.

अल्फान्यूमेरिक पेजर अक्षर और संख्याएं दोनों डिस्प्ले कर सकते हैं, जिससे छोटे टेक्स्ट कम्युनिकेशन सहित ज्यादा विस्तृत मैसेज प्राप्त किए जा सकते हैं.बता दें कि पेजर का उपयोग अक्सर त्वरित अलर्ट और संपर्क जानकारी के लिए किया जाता है, खासकर उन प्रोफेशन में जहां तत्काल संचार जरूरी होता है.

पेजर का इस्तेमाल करने के फायदे?
पेजर का कवरेज क्षेत्र आम तौर पर शुरुआती मोबाइल फोन की तुलना में बड़ा होता है, खासकर दूरदराज के इलाकों में जहां सेलुलर सिग्नल कमजोर हो सकते हैं और इसलिए ये विश्वसनीय होते हैं. ये कम से कम सुविधाओं वाले सरल इलेक्ट्रॉनिक सीधे-सादे डिवाइस होते हैं, जिससे उन्हें इस्तेमाल करना आसान हो जाता है और तकनीकी समस्याओं का खतरा कम होता है. वन-वे पेजर आम तौर पर ट्रैस नहीं होते हैं, क्योंकि इनके बेस स्टेशन पर कोई सिग्नल ट्रांसमिशन नहीं होता है.

अब क्यों कम होता है इनका इस्तेमाल?
मोबाइल फोन और उनकी सुविधाओं के उदय के बाद पेजर का उपयोग काफी कम हो गया है. मोबाइल फोन वॉयस कॉल, टेक्स्ट मैसेज और इंटरनेट एक्सेस सहित ज्यादा एडवांस कम्युनिकेशन विकल्प प्रदान करते हैं. इसके बावजूद विश्वसनीयता, लंबी बैटरी लाइफ और खराब सेलुलर कवरेज वाले क्षेत्रों में काम करने की क्षमता के कारण पेजर अभी भी कुछ खास उद्योगों में उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि हेल्थ सर्विस और इमरजेंसी सेवाएं.

पेजर तकनीकी रूप से कैसे काम करते हैं?
पेजर डेडिकेटेड रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करते हैं और ये फ्रीक्वेंसी पर मैसेज प्राप्त करने के लिए डिजाइन किए गए हैं. पेजर की रेंज इस्तेमाल की जाने वाली फ़्रीक्वेंसी बैंड और पेजिंग नेटवर्क के कवरेज क्षेत्र पर निर्भर करती है.

पेजर की बैटरी लाइफ आम तौर पर मोबाइल फोन की तुलना में ज्यादा होती है, जो अक्सर एक बार चार्ज करने पर कई दिनों तक चलती है. इनकी लंबी उम्र के कारण ये कुछ पेशेवर सेटिंग्स में उपयोगी बने हुए हैं.

लेबनान पेजर विस्फोट का संभावित कारण क्या हो सकता है?
पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए हिजबुल्लाह के एक अनाम अधिकारी ने कहा कि विस्फोट डिवाइस को टारगेट करने वाले एक सुरक्षा अभियान के चलते हुए.

अधिकारी ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए दावा किया कि इस सुरक्षा घटना के पीछे दुश्मन (इजराइल) का हाथ है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हिजबुल्लाह सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर लिथियम बैटरी से लैस थे, जो संभवतः विस्फोटों के लिए जिम्मेदार थे.

लिथियम बैटरी, जो अपने ज्यादा गरम होने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं. वह धुआं पैदा कर सकती है, पिघल सकती है और यहां तक कि आग भी पकड़ सकती है. ये बैटरी, जो आमतौर पर सेलफोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स में पाई जाती हैं. यह 1100 डिग्री फारेनहाइट (590 डिग्री सेल्सियस) तक के तापमान पर जल सकती हैं.

यह भी पढ़ें- इजराइल अटैक? हिज्बुल्लाह को निशाना बनाकर हजारों पेजर में विस्‍फोट; लिथियम बैटरी बन गई 'काल'

नई दिल्ली: लेबनान में मंगलवार को एक साथ हजारों हैंडहेल्ड पेजर फटने से 8 लोगों की मौत हो गई और 2 हजार से ज्यादा घायल हो गए. घटना को लेकर हिजबुल्लाह ने एक बयान में कहा कि दोपहर साढ़े तीन बजे समूह के संस्थानों के लिए काम करने वाले लोगों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर रहस्यमय तरीके से फटने लगे.

एपी की रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ये विस्फोट ऐसे समय में हुए जब हिज्बुल्लाह के सदस्य नए पेजर ले जा रहे थे. इनमें लिथियम बैटरी लगी थी, जो फट गई. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर पेजर क्या होता है और इसे किस लिए इस्तेमाल किया जाता है?

क्या है पेजर और क्यों किया जाता है इस्तेमाल?
पेजर को बीपर के नाम से भी जाना जाता है. यह एक छोटा, पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जिसे छोटे मैसेज या अलर्ट प्राप्त करने और कुछ मामलों में मैसेज भेजने के लिए डिजाइन किया गया है. डिवाइस के मूल का काम मैसेज प्राप्त करना और भेजना है.

अधिकांश पेजर बेस स्टेशन या सेंट्रल डिस्पैच से रेडियो फ़्रीक्वेंसी के जरिए मैसेज प्राप्त करते हैं. ये मैसेज संख्यात्मक (जैसे, फोन नंबर) या अल्फान्यूमेरिक (टेक्स्ट) हो सकते हैं. यह डिवाइस यूजर्स को अलर्ट करने के लिए मैसेज डिस्प्ले भी करता है.

मैसेज भेजते समय, दो-तरफा पेजर का यूज किया जाता है. यह यूजर्स को संदेश भेजने और प्राप्त करने की अनुमति देता है, जो टेक्स्ट मैसेजिंग के एक रुडिमेंटरी के समान है. इसके जरिए यूजर्स मैसेज का उत्तर दे सकते हैं और मैसेज भेजने वाले को वापस ब्रीफ टेक्स्ट मैसेज भेज सकते हैं.

पेजर अक्सर आने वाले संदेश के बारे में यूजर्स को अलर्ट करने के लिए एक टोन, बीप या कंपन उत्सर्जित करते हैं. यह सुविधा विशेष रूप से शोर भरे वातावरण या ऐसी स्थितियों में उपयोगी होती है, जहां शांति पसंद की जाती है, जैसे कि अस्पतालों में.

पेजर
पेजर (Getty Images)

पेजर का इस्तेमाल कब शुरू हुआ?
1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में प्री-मोबाइल युग में पेजर का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया गया था. वे विशेष रूप से उन व्यवसायों में लोकप्रिय थे जिनमें त्वरित, विश्वसनीय संचार की आवश्यकता होती थी. पेजर का इस्तेमाल आमतौर पर डॉक्टरों, नर्सों और इमरजेंसी सर्विस कर्मियों द्वारा किया जाता था.

कितनी तरह का होता है पेजर?
संख्यात्मक पेजर केवल संख्याएं डिस्प्ले करते हैं. आमतौर पर रिसिपेंट को किसी स्पेसिफिर फोन नंबर पर कॉल करने या किसी पेज पर रेस्पांस देने के लिए अलर्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है. यह पेजर का सबसे सरल और सबसे बुनियादी प्रकार हैं.

अल्फान्यूमेरिक पेजर अक्षर और संख्याएं दोनों डिस्प्ले कर सकते हैं, जिससे छोटे टेक्स्ट कम्युनिकेशन सहित ज्यादा विस्तृत मैसेज प्राप्त किए जा सकते हैं.बता दें कि पेजर का उपयोग अक्सर त्वरित अलर्ट और संपर्क जानकारी के लिए किया जाता है, खासकर उन प्रोफेशन में जहां तत्काल संचार जरूरी होता है.

पेजर का इस्तेमाल करने के फायदे?
पेजर का कवरेज क्षेत्र आम तौर पर शुरुआती मोबाइल फोन की तुलना में बड़ा होता है, खासकर दूरदराज के इलाकों में जहां सेलुलर सिग्नल कमजोर हो सकते हैं और इसलिए ये विश्वसनीय होते हैं. ये कम से कम सुविधाओं वाले सरल इलेक्ट्रॉनिक सीधे-सादे डिवाइस होते हैं, जिससे उन्हें इस्तेमाल करना आसान हो जाता है और तकनीकी समस्याओं का खतरा कम होता है. वन-वे पेजर आम तौर पर ट्रैस नहीं होते हैं, क्योंकि इनके बेस स्टेशन पर कोई सिग्नल ट्रांसमिशन नहीं होता है.

अब क्यों कम होता है इनका इस्तेमाल?
मोबाइल फोन और उनकी सुविधाओं के उदय के बाद पेजर का उपयोग काफी कम हो गया है. मोबाइल फोन वॉयस कॉल, टेक्स्ट मैसेज और इंटरनेट एक्सेस सहित ज्यादा एडवांस कम्युनिकेशन विकल्प प्रदान करते हैं. इसके बावजूद विश्वसनीयता, लंबी बैटरी लाइफ और खराब सेलुलर कवरेज वाले क्षेत्रों में काम करने की क्षमता के कारण पेजर अभी भी कुछ खास उद्योगों में उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि हेल्थ सर्विस और इमरजेंसी सेवाएं.

पेजर तकनीकी रूप से कैसे काम करते हैं?
पेजर डेडिकेटेड रेडियो फ्रीक्वेंसी पर काम करते हैं और ये फ्रीक्वेंसी पर मैसेज प्राप्त करने के लिए डिजाइन किए गए हैं. पेजर की रेंज इस्तेमाल की जाने वाली फ़्रीक्वेंसी बैंड और पेजिंग नेटवर्क के कवरेज क्षेत्र पर निर्भर करती है.

पेजर की बैटरी लाइफ आम तौर पर मोबाइल फोन की तुलना में ज्यादा होती है, जो अक्सर एक बार चार्ज करने पर कई दिनों तक चलती है. इनकी लंबी उम्र के कारण ये कुछ पेशेवर सेटिंग्स में उपयोगी बने हुए हैं.

लेबनान पेजर विस्फोट का संभावित कारण क्या हो सकता है?
पहचान उजागर न करने की शर्त पर समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस से बात करते हुए हिजबुल्लाह के एक अनाम अधिकारी ने कहा कि विस्फोट डिवाइस को टारगेट करने वाले एक सुरक्षा अभियान के चलते हुए.

अधिकारी ने बिना कोई विस्तृत जानकारी दिए दावा किया कि इस सुरक्षा घटना के पीछे दुश्मन (इजराइल) का हाथ है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि हिजबुल्लाह सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर लिथियम बैटरी से लैस थे, जो संभवतः विस्फोटों के लिए जिम्मेदार थे.

लिथियम बैटरी, जो अपने ज्यादा गरम होने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं. वह धुआं पैदा कर सकती है, पिघल सकती है और यहां तक कि आग भी पकड़ सकती है. ये बैटरी, जो आमतौर पर सेलफोन, लैपटॉप और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स में पाई जाती हैं. यह 1100 डिग्री फारेनहाइट (590 डिग्री सेल्सियस) तक के तापमान पर जल सकती हैं.

यह भी पढ़ें- इजराइल अटैक? हिज्बुल्लाह को निशाना बनाकर हजारों पेजर में विस्‍फोट; लिथियम बैटरी बन गई 'काल'

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