नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से पंजाब के फिरोजपुर में लेकर आएंगे. इस दौरान उन्होंने जनवरी 2022 की शुरुआत में हुई पीएम की सुरक्षा उल्लंघन की घटना को याद किया. इसके चलते उनकी यात्रा बीच में ही रद्द कर दी गई थी.
पुरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) लंबे समय के बाद पहली बार पंजाब में सभी लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ रही है. उन्होंने विश्वास जताया कि पार्टी को चुनाव में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी.
'पहली बार पंजाब में सभी सीटों पर लड़ेगी बीजेपी'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बीजेपी पंजाब में सभी सीटों पर चुनाव लड़ रही है. इससे पहले हमने कभी भी 3 से अधिक लोकसभा सीटों पर चुनाव नहीं लड़ा था. इस बार हम सभी लोकसभा सीटों और विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे बीजेपी उम्मीदवार राणा गुरमीत एस सोढ़ी को वोट दें और उन्हें विजयी बनाएं.
पीएम मोदी को फिरोजपुर आने से रोका गया था
हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को पंजाब के फिरोजपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 5 जनवरी को पीएम मोदी को फिरोजपुर में प्रवेश करने से रोक दिया गया था. फिलहाल अब एक जांच समिति मामले की जांच कर रही है. हम निश्चित रूप से उन्हें फिर से लाएंगे और सभी परियोजनाओं को वादे के अनुसार लागू किया जाएगा.
सरकारी सूत्रों के अनुसार इस साल मार्च की शुरुआत में केंद्र सरकार ने 5 जनवरी 2022 को राज्य की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री की सुरक्षा उल्लंघन पर पंजाब सरकार से डिटेल एक्शन रिपोर्ट मांगी थी.
प्रदर्शनकारियों रोका था पीएम का काफिला
बता दें कि 5 जनवरी 2022 को फिरोजपुर में प्रदर्शनकारियों की ओर से की गई नाकाबंदी के कारण प्रधानमंत्री का काफिला एक फ्लाईओवर पर रुक गया था, जिसके बाद वह एक रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से लौट आए थे.
सुप्रीम कोर्ट की बनाई एक समिति ने 5 जनवरी को पंजाब में एक फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को रोके जाने के बाद सुरक्षा चूक की जांच की. समिति ने राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को उपलब्धता के बावजूद कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्य का पालन करने में विफल रहने के लिए दोषी ठहराया.
कोर्ट ने कहा कि फिरोजपुर एसएसपी कानून और व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्य का निर्वहन करने में विफल रहे. पर्याप्त बल उपलब्ध होने के बावजूद वह ऐसा करने में विफल रहे और भले ही उन्हें दो घंटे पहले सूचित किया गया था कि प्रधानमंत्री उस मार्ग में प्रवेश करेंगे.
उन्हें सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम करने चाहिए थे. सुरक्षा उल्लंघन के लिए बठिंडा एसपी सहित पंजाब के सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था.
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