वायनाड: केरल के वायनाड में विनाशकारी भूस्खलन में अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 200 अधिक लोग अभी भी लापता हैं. सेना, एनडीआरएफ और अन्य बलों की टीमें मौके पर बचाव अभियान में जुटी हैं. इस बीच केंद्रीय राज्य मंत्री सुरेश गोपी ने रविवार को प्रभावित इलाकों का दौरा कर भूस्खलन से हुए नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने बचाव अभियान में लगे कर्मियों से भी बातचीत की.
यहां मीडिया से बात करते हुए सुरेश गोपी ने कहा कि भूस्खलन की घटना को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की वैधता की जांच की जाएगी, इसके बाद निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार वायनाड के मुंडक्कई और चूरलमाला इलाकों में सैकड़ों घरों को नष्ट करने वाले भूस्खलन का मूल्यांकन करने के बाद इसके कानूनी पहलुओं की जांच करेगी. उन्होंने कहा कि भूस्खलन के प्रभाव का अध्ययन किया जाना चाहिए.
केंद्रीय राज्य मंत्री गोपी ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद उन्होंने जो कुछ भी देखा और समझा, उसे केंद्र सरकार के समक्ष रखेंगे. केरल को केंद्र द्वारा दी जाने वाली सहायता के संबंध में गोपी ने कहा कि राज्य को भूस्खलन के प्रभाव का आकलन करना होगा और सहायता फंड के लिए अनुरोध करना होगा. उन्होंने कहा, राज्य सरकार को केंद्र को सूचित करना होगा. उसके बाद ही सहायता देने के बारे में कुछ कहा जा सकता है.
प्रसिद्ध मलयालम अभिनेता सुरेश गोपी ने यह भी कहा कि बचे हुए लोगों का पुनर्वास किया जाना चाहिए और उन्हें उनके परामर्श भी प्रदान किया जाना चाहिए.
वायनाड जिला प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भूस्खलन के बाद 219 शव और 154 से अधिक शरीर के अंग बरामद किए गए हैं. लगभग 206 लोग अभी भी लापता हैं. बचाव अभियान में एनडीआरएफ, के-9 डॉग स्क्वायड, सेना, विशेष अभियान समूह, मद्रास इंजीनियरिंग समूह, पुलिस, अग्निशमन बल, वन विभाग, नौसेना और तटरक्षक बल सहित विभिन्न बलों के सैकड़ों कर्मियों को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया गया है.
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