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ऐसा इलाका जहां के मतदाता ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों जगह पर करते हैं मतदान ! - Odisha AP Assembly Elections 2024

AP and Odisha Assembly Elections 2024,ओडिशा के कोरापुट जिले के कोटिया के कई गांवों के लोगों ने ओडिशा के साथ आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान किया. यह सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लगता है, लेकिन यह सच है. इतना ही नहीं यहां के लोग दोनों राज्यों की सुविधाओं का पूरा लाभ भी उठाते हैं.

An area where people vote in both Odisha and Andhra Pradesh
एक ऐसा इलाका जहां के लोग ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों जगह करते हैं मतदान (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 13, 2024, 6:17 PM IST

कोरापुट (ओडिशा) : ओडिशा को कोरापुट जिले के कोटिया के कई गांवों के लोग ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में मतदान करते हैं. इसी के मद्देनजर ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में मतदान केंद्र बनाए गए. वजह यह है कि कोटिया के इन गांवों को लेकर दोनों की राज्यों के बीच पिछले कई साल से विवाद चल रहा है. दोनों ही राज्य इसको लेकर अपना-अपना दावा जता रहे हैं.

बताया जाता है कि कोटिया पंचायत में ओडिशा के कोटिया के अलावा लोअर गंजीपदर जैसे 9 गांवों में मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. वहीं कोटिया के 21 गांवों के लिए ओडिशा और आंध्र प्रदेश सीमा पर नेरेडीवलसा और आंध्र प्रदेश के सिकापारु में मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.

हालांकि पूर्व सांसद जयराम पांगी ने आरोप लगाया है कि कोटिया पंचायत के मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान ओडिशा के कोटिया पंचायत के मतदान अधिकारियों ने मतदाताओं की उंगली पर अमित नीली स्याही नहीं लगाई. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे विभिन्न गांवों के मतदाताओं को ओडिशा के मतदान केंद्रों पर वोट डालने के बाद भी आंध्र प्रदेश के मतदान केंद्रों पर वोट डालने में सुविधा हुई. पांगी ने कहा कि जहां भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक ही समय में दो स्थानों पर वोट देने का अधिकार नहीं है, वहीं कोटिया में ऐसी व्यवस्था लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.

ये भी पढ़ें - YSRCP के खिलाफ चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव आयोग से की शिकायत, कहा- तुरंत कार्रवाई करें, जानें मामला

कोरापुट (ओडिशा) : ओडिशा को कोरापुट जिले के कोटिया के कई गांवों के लोग ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में मतदान करते हैं. इसी के मद्देनजर ओडिशा और आंध्र प्रदेश दोनों ही राज्यों में मतदान केंद्र बनाए गए. वजह यह है कि कोटिया के इन गांवों को लेकर दोनों की राज्यों के बीच पिछले कई साल से विवाद चल रहा है. दोनों ही राज्य इसको लेकर अपना-अपना दावा जता रहे हैं.

बताया जाता है कि कोटिया पंचायत में ओडिशा के कोटिया के अलावा लोअर गंजीपदर जैसे 9 गांवों में मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं. वहीं कोटिया के 21 गांवों के लिए ओडिशा और आंध्र प्रदेश सीमा पर नेरेडीवलसा और आंध्र प्रदेश के सिकापारु में मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं.

हालांकि पूर्व सांसद जयराम पांगी ने आरोप लगाया है कि कोटिया पंचायत के मतदान केंद्रों पर मतदान के दौरान ओडिशा के कोटिया पंचायत के मतदान अधिकारियों ने मतदाताओं की उंगली पर अमित नीली स्याही नहीं लगाई. उन्होंने आरोप लगाया कि इससे विभिन्न गांवों के मतदाताओं को ओडिशा के मतदान केंद्रों पर वोट डालने के बाद भी आंध्र प्रदेश के मतदान केंद्रों पर वोट डालने में सुविधा हुई. पांगी ने कहा कि जहां भारतीय लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक ही समय में दो स्थानों पर वोट देने का अधिकार नहीं है, वहीं कोटिया में ऐसी व्यवस्था लोकतंत्र के लिए खतरनाक है.

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