नई दिल्ली: तमिलनाडु बीजेपी यूनिट के भीतर असंतोष पैदा हो गया है. पार्टी के कुछ नेताओं ने राज्य के पार्टी अध्यक्ष के. अन्नामलाई की 'मिसकैलकुलेटिड' वाली रणनीती को लेकर कड़े विचार व्यक्त किए. जिसके चलते AIADMK ने बीजेपी के साथ संबंध तोड़ लिए थे. पार्टी को चुनाव में इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ी.
इस बीच अन्नामलाई ने गुरुवार AIADMK के साथ 2026 के विधानसभा चुनाव में द्रविड़ पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना से इनकार कर दिया है. बीजेपी नेता ने यह फैसला इस बात के मद्देनजर लिया है, क्योंकि राज्य की जनता ने लोकसभा चुनाव में AIADMK को पूरी तरह से नकार दिया.
पार्टी का एक वर्ग AIADMK को किनारा करने से नाराज
उल्लेखनीय है कि बीजेपी के कुछ नेताओं का मानना है कि लोकसभा चुनावों के लिए एआईएडीएमके के साथ गठबंधन करना गेम चेंजर साबित हो सकता था. इससे बीजेपी की कुल सीटों की संख्या में वृद्धि हो सकती थी. इन नेताओं को अन्नामलाई की ओर से बीजेपी की बढ़त को बढ़ावा देने के लिए एआईएडीएमके को किनारे करने का कदम पसंद नहीं आया.
तमिलनाडु में बीजेपी शर्मनाक प्रदर्शन
बता दें कि हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में बीजेपी ने नागापट्टिनम में चौथा स्थान प्राप्त किया और 23 निर्वाचन क्षेत्रों में से 11 में उसकी जमानत जब्त हो गई. इसमें पेरम्बलुर में पार्टी के सहयोगी दल इंडिया जननायिक काची (IJK) की सीट भी शामिल है. इसके अलावा राज्य में पीएमके, टीएमसी और एएमएमके जैसे सहयोगी दलों की भी लगभग 10 सीटों पर जमानत जब्त हो गई.
बीजेपी के राज्य प्रकोष्ठ के प्रभारी कल्याण रमन ने अन्नामलाई पर केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने परिणामों को लोगों की नजर में प्रतिष्ठा का बड़ा नुकसान, खराब धारणा और एक दयनीय राजनीतिक दुस्साहस करार दिया.
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