देहरादून (उत्तराखंड): चारधाम यात्रा का जल्द आगाज होने जा रहा है, जिसके लिए तैयारियों जोरों पर चल रही हैं. वहीं चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है. वहीं 10 मई को सबसे पहले गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे और इसी के साथ 10 मई को ही बाबा केदारनाथ और 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे. अब तक 20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर यह सुनिश्चित कर दिया है कि इस बार यात्रा में भीड़ कई रिकॉर्ड तोड़ेगी. वहीं आज हम आपको गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन के साथ ही इसके आसपास की ऐसी खूबसूरत डेस्टिनेशनों के बारे में बताने जा रहे हैं. जिससे आपकी यात्रा न केवल दो धाम के दर्शन के लिए शानदार रहेगी, बल्कि आप अपने जेहन में यहां की खूबसूरत यादों को भी साथ लेकर जाएंगे.
रजिस्ट्रेशन से लेकर तमाम जानकारी ऐसे लें: चारधाम यात्रा के लिए आप रजिस्ट्रेशन घर बैठे करवा सकते हैं. इसके लिए आप फोन कर और वेबसाइट पर जाकर भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. पहला तरीका है ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अपनी डिटेल और रजिस्ट्रेशन से संबंधित सभी तरह की जानकारी अपलोड करने के बाद आप अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. registrationandtourisht.uk.gov.in इस वेबसाइट पर आप सबसे पहले अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें, एक ही वेबसाइट पर चारों धामों का रजिस्ट्रेशन किया जा सकता. इसके साथ ही सरकार ने 8394833833 व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है, जिस पर आप अपनी जानकारी भेज कर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं. इसके अलावा पर्यटन विभाग के टोल फ्री नंबर 0135-1364 पर भी आप कॉल करके रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं.
यात्रा के लिए साथ में रखें ये सामान: आप गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए आ रहे हैं, तो अपने साथ कुछ आवश्यक सामान जरूर रखना, जिसमें दवाई, पैदल चलने के लिए कंफर्टेबल जूते, बरसात के समय के लिए रेनकोट या अंब्रेला, कुछ ड्राई फ्रूट्स, बिस्कुट के पैकेट और गर्म कपड़े के साथ-साथ एक टॉर्च जरूर रखें.
ऐसे पहुंचें गंगोत्री-यमुनोत्री: अगर आप उत्तराखंड के बाहर से आ रहे हैं तो आप रेल के माध्यम से सबसे करीब रेलवे स्टेशन हरिद्वार या ऋषिकेश तक आएंगे. इसके बाद आपको बाय रोड गंगोत्री यमुनोत्री धाम के लिए जाना पड़ेगा. इसके अलावा अगर दूसरा ऑप्शन कोई है तो वह है हेलीकॉप्टर का है. अगर आप दो धाम की यात्रा करने के लिए आ रहे हैं तो आपको 5 दिन लगेंगे, अगर आप चारधाम की यात्रा करने आ रहे हैं तो आपको 9 दिन लगेंगे. आप आसपास के क्षेत्र में घूमना चाहते हैं तो लगभग दो दिन और लेकर चलें. हरिद्वार से गंगोत्री यमुनोत्री के लिए अगर आप छोटी गाड़ी लेकर जाते हैं तो उसका किराया एक दिन का लगभग ₹3800 से ₹4000 होगा. अगर आप एक बड़ी गाड़ी, जिसमें सात लोग सवार हो सकते हैं वह लेकर जाते हैं तो मौजूदा समय में उसका किराया ₹5000 से ₹6000 होगा. लेकिन समय के साथ और भीड़ के साथ एक किराया बढ़ जाएगा.
दो धामों के अलावा इन मंदिर के कर सकते हैं दर्शन: हरिद्वार से आप अगर सुबह 6 बजे यात्रा शुरू करते हैं, तो गंगोत्री धाम में आप आराम से शाम ढलने के बाद पहुंच जाएंगे. आप एक रात गंगोत्री धाम में रुकने के बाद अगले दिन मां गंगा के दर्शन कर सकते हैं और उसी दिन आप यमुनोत्री के लिए भी जा सकते हैं. यमुनोत्री के दर्शन करने के बाद आपको एक दिन और रात्रि विश्राम उत्तरकाशी से नजदीक करना होगा. इसके बाद आप नजदीकी फेमस मंदिर खरसाली के शनि मंदिर के दर्शन कर सकते हैं. यह मंदिर प्राचीन और बेहद प्रसिद्ध है. ऐसा माना जाता है कि यह शनि मंदिर पांडवों में बनवाया था. इसके साथ ही आप उत्तरकाशी के गंगनानी में एक अद्भुत कुंड के दर्शन भी कर सकते हैं. इस कुंड का पानी नीले कलर का है और गर्म है. आप यहां पर स्नान भी कर सकते हैं. यह कुंड यमुनोत्री धाम से लगभग 12 किलोमीटर दूर है.
ये जगह हैं बेहद खूबसूरत: आप दो धामों की इस यात्रा के दौरान चोपता, नेलांग वैली, गरतांग गली, डोडीताल झील, हर्षिल और दयारा बुग्याल भी जा सकते हैं. यह सभी जगह उत्तरकाशी की सबसे खूबसूरत जगह में से एक हैं. सर्दियों के मौसम में इन सभी जगह पर भारी बर्फबारी होती है. हालांकि कपाट खुलने के 1 महीने बाद भी यहां पर सुबह और शाम अच्छी खासी ठंड आपको मिलेगी. लेकिन याद रहे अगर आप इन जगहों पर जाने का प्लान बनाएं तो अपनी यात्रा में 5 दिनों के अलावा चार दिन और जोड़ लें.
यहां देने होंगे आपको अधिक पैसे: अगर आपने हरिद्वार या ऋषिकेश से गाड़ी किराए पर ली है और आप दो धामों के अलावा इन सभी जगहों पर घूमना चाहते हैं तो आपको एक्स्ट्रा पैसे देने होंगे, जो तीन से ₹4000 और अधिक बढ़ जाएगा. लेकिन आपका सफर यादगार बन जाएगा. इसके साथ ही आपको गंगोत्री यमुनोत्री में आसानी से 1500 से लेकर 5 हजार तक में होटल, होम स्टे, कैम्प मिल जाएंगे.
पवित्रता का रखना होगा ध्यान, हवाई सेवा भी ले सकतें है आप: उत्तराखंड के चारों धामों और आसपास की तमाम जगहों पर आप खुद भी गाड़ी चला कर ले जा सकते हैं. इसके लिए आपको पहाड़ों पर गाड़ी चलाने का अच्छा खासा अनुभव जरूर होना चाहिए. अपनी गाड़ी में किसी भी तरह का अल्कोहल या नशे का पदार्थ बिल्कुल ना रखें. क्योंकि आपकी गाड़ी जगह-जगह पर न केवल चेक होगी, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंच सकती है. इसलिए चारों धामों की पवित्रता का विशेष ध्यान रखें. अगर आप अन्य माध्यमों से चारधाम यात्रा पर आने की सोच रहे हैं, तो आपके पास हवाई सफर भी एक ऑप्शन है. सरकार ने यहां छोटे सफर के लिए चॉपर भी चलाए हैं, जो देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड से उड़ान भरते हैं. गंगोत्री यमुनोत्री धाम के लिए आपको उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ तक के लिए चॉपर मिल सकता है. इसके बाद आपको टैक्सी से आगे का सफर तय करना होगा. उत्तराखंड के चारों धामों का नजदीकी एयरपोर्ट जौलीग्रांट एयरपोर्ट है. बता दें कि गंगोत्री धाम में मां गंगा का मंदिर है, जबकि यमुनोत्री धाम में मां यमुना का मंदिर है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
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