उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू होते श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. खासकर यमुनोत्री धाम में दर्शनों के लिए मारामारी मची है. यमुनोत्री में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. श्रद्धालुओं की भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने यात्रियों से अपील की है. पुलिस ने अपने एक्स अकाउंट पर सूचना पोस्ट की है. जिसमें कहा गया है कि आज यमुनोत्री धाम में क्षमता के अनुसार पर्याप्त श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. अब और ज्यादा श्रद्धालुओं को भेजना जोखिम भरा है. ऐसे में जो भी श्रद्धालु आज यमुनोत्री की यात्रा पर जा रहे हैं, आज वो रास्ते में ही रूक जाएं.
बता दें कि चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री धाम से होती है. जानकी चट्टी तक सड़क सुविधा है, लेकिन जानकी चट्टी से यमुनोत्री तक 6 किलोमीटर का पैदल मार्ग है, जो बेहद ही जोखिम भरा है. इस पैदल मार्ग पर करीब 5 किलोमीटर का हिस्सा भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर गिरने के लिहाज से संवेदनशील है. इस पैदल मार्ग पर सुरक्षा के भी इंतजामात नहीं है. जानकी चट्टी से यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर हर साल लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं, लेकिन इस पैदल मार्ग की स्थिति अभी तक नहीं सुधर पाई है.
यह मार्ग तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित भी नहीं है. इस पैदल मार्ग पर सबसे ज्यादा खतरा भंगेली गाड़ क्षेत्र, वन विभाग के वैकल्पिक पैदल मार्ग और भैरव मंदिर के पास है. यहां तीर्थयात्री भी जान जोखिम में डालकर आवाजाही कर रहे हैं. वहीं, यमुनोत्री पैदल मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ से मार्ग पर हादसे का खतरा बना रहता हैं. करीब 6 किमी का यमुनोत्री पैदल मार्ग बेहद संकरा है, जिसका कुछ हिस्सा चट्टान पर तो कुछ हिस्सा लोहे के एंगल पर लिंटर डालकर तैयार किया गया है. जिससे यहां पैदल मार्ग पर दबाव बढ़ने पर हादसे का खतरा बना रहता है.
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भीड़ के चलते श्रद्धालुओं के फंसने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग इस वीडियो को तेजी से शेयर कर रहे हैं. जिसमें एक स्थानीय व्यक्ति प्रशासन और सरकार पर सवाल उठाते हुए कह रहा कि सरकार की कोई यहां व्यवस्था नहीं है. उधर, उत्तरकाशी एसपी अर्पण यदुवंशी ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वो आज के लिए यमुनोत्री दर्शन के लिए न जाएं. क्योंकि, पहले ही काफी भीड़ है.
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