ETV Bharat / bharat

DGP ने अमरजीत एनकाउंटर की दी पल-पल की जानकारी, जानें अपराधी की क्राइम हिस्ट्री - DGP PC ON AMARJEET ENCOUNTER - DGP PC ON AMARJEET ENCOUNTER

DGP PC ON AMARJEET ENCOUNTER उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपी अमरजीत सिंह के एनकाउंटर की जानकारी दी. उन्होंने आरोपी अमरजीत की क्राइम हिस्ट्री के बारे में भी बताया.

PHOTO-ETV BHARAT
फोटो-ईटीवी भारत
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Apr 9, 2024, 6:52 PM IST

Updated : Apr 9, 2024, 7:10 PM IST

DGP ने अमरजीत एनकाउंटर की दी पल-पल की जानकारी.

देहरादून (उत्तराखंड): उधमसिंह नगर के नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी अमरजीत उर्फ बिट्टू को सोमवार देर रात पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू ने 28 मार्च को थाना नानकमत्ता क्षेत्र में अपने साथी सरबजीत के साथ बाबा तरसेम सिंह की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. वारदात के बाद से ही पुलिस दोनों ही शूटर्स की खोजबीन कर रही थी. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सोमवार देर रात हुए एनकाउंटर की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी.

डीजीपी ने बताया कि 8 मार्च की देर रात एसटीएफ ने एसएसपी हरिद्वार को उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फरार इनामी बदमाशों के सहारनपुर से हरिद्वार भगवानपुर, कलियर होकर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश जाने की सूचना दी गई. सूचना पर पूरे हरिद्वार जिले में जगह-जगह एसटीएफ टीमों के साथ पुलिस ने संयुक्त रूप से सघन चेकिंग अभियान चलाना शुरू किया.

इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर थाना भगवानपुर क्षेत्र के अंतर्गत गागलहेडी तिराहे में चेकिंग प्वाइंट पर बाइक से आ रहे दो संदिग्ध बदमाशों को ड्यूटी पर मौजूद पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों बदमाश रोकने पर नहीं रुके और पुलिस टीम से बचते हुए तेजी से भगवानपुर से इमलीखेड़ा-कलियर की तरफ भागने लगे. इस पर कलियर संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मार्ग में रोकने पर छंगा माजरी तिराहे से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए, जहां कुछ दूरी पर पुलिस टीमों द्वारा दोनों बदमाशों को घेर लिया. तभी बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर किया. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और एक बदमाश को मार गिराया. जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया. जिसकी तलाश जारी है.

आरोपी का आपराधिक इतिहास:

  • शूटर अमरजीत सिंह ने 13 नवंबर 1991 को अपने साथियों के साथ आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह देना और आतंकवादियों के साथ मिलकर खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाना. जिस संबंध में कोतवाली बिलासपुर में टाडा एक्ट में थाना बिलासपुर, रामपुर यूपी में मुकदमा पंजीकृत है.
  • 18 मई 2007 को गदरपुर में बैंक शाखा में अपने साथियों के साथ घुसकर 6 लाख 22 हजार 618 रुपए और मोबाइल की डकैती डाली गई. जिस संबंध में थाना पुवांया, शाहजहांपुर, यूपी में मुकदमा दर्ज हुआ.
  • 18 मई 2011 को बैंक के कृषि विकास शाखा कस्बा पुवांया, शाहजहांपुर में बैंक में अपने साथियों से साथ घुसकर बैंक कर्मियों और ग्राहकों को बंधक बनाकर 27.53 लाख की डकैती की. जिस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया.
  • 16 सितंबर 2014 को अपने साथियों के साथ रुद्रपुर बैंक में घुसकर गैस कटर से बैंक एटीएम को काटकर चोरी का प्रयास करना और पुलिस के मौके पर पहुंचने पर जान से मारने की नियत से पुलिस पर फायर करना और मौके पर असलहा के साथ गिरफ्तार. जिस संबंध में थाना रुद्रपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था.

हत्याकांड में शामिल फरार आरोपियों की डिटेल: बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में अमरजीत के साथ शामिल रहा सरबजीत सिंह निवासी जिला तरनतारन पंजाब फिलहाल फरार है. सरबजीत के खिलाफ यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में 14 मुकदमे दर्ज हैं. हत्या की साजिश रचने का आरोपी सुल्तान सिंह निवासी जिला रामपुर, यूपी के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड में 11 मुकदमे दर्ज है. डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ सतनाम सिंह निवासी जिला शाहजहांपुर से पुलिस ने एक 32 बोर का पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस और 3 खोखा कारतूस बरामद किया है. मुकदमे में फरार 1 लाख का इनामी आरोपी सरबजीत सिंह और सुल्तान सिंह सहित सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन कर पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपी अमरजीत को उत्तराखंड STF ने मुठभेड़ में मार गिराया, दूसरा आरोपी फरार

DGP ने अमरजीत एनकाउंटर की दी पल-पल की जानकारी.

देहरादून (उत्तराखंड): उधमसिंह नगर के नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारा डेरा कार सेवा के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी अमरजीत उर्फ बिट्टू को सोमवार देर रात पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू ने 28 मार्च को थाना नानकमत्ता क्षेत्र में अपने साथी सरबजीत के साथ बाबा तरसेम सिंह की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. वारदात के बाद से ही पुलिस दोनों ही शूटर्स की खोजबीन कर रही थी. उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने सोमवार देर रात हुए एनकाउंटर की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए दी.

डीजीपी ने बताया कि 8 मार्च की देर रात एसटीएफ ने एसएसपी हरिद्वार को उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारा के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फरार इनामी बदमाशों के सहारनपुर से हरिद्वार भगवानपुर, कलियर होकर मुरादाबाद उत्तर प्रदेश जाने की सूचना दी गई. सूचना पर पूरे हरिद्वार जिले में जगह-जगह एसटीएफ टीमों के साथ पुलिस ने संयुक्त रूप से सघन चेकिंग अभियान चलाना शुरू किया.

इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर थाना भगवानपुर क्षेत्र के अंतर्गत गागलहेडी तिराहे में चेकिंग प्वाइंट पर बाइक से आ रहे दो संदिग्ध बदमाशों को ड्यूटी पर मौजूद पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों बदमाश रोकने पर नहीं रुके और पुलिस टीम से बचते हुए तेजी से भगवानपुर से इमलीखेड़ा-कलियर की तरफ भागने लगे. इस पर कलियर संयुक्त पुलिस टीम द्वारा मार्ग में रोकने पर छंगा माजरी तिराहे से छंगा माजरी गांव की ओर मुड़ गए, जहां कुछ दूरी पर पुलिस टीमों द्वारा दोनों बदमाशों को घेर लिया. तभी बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर किया. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की और एक बदमाश को मार गिराया. जबकि दूसरा बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग गया. जिसकी तलाश जारी है.

आरोपी का आपराधिक इतिहास:

  • शूटर अमरजीत सिंह ने 13 नवंबर 1991 को अपने साथियों के साथ आतंकवादियों को जानबूझकर पनाह देना और आतंकवादियों के साथ मिलकर खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाना. जिस संबंध में कोतवाली बिलासपुर में टाडा एक्ट में थाना बिलासपुर, रामपुर यूपी में मुकदमा पंजीकृत है.
  • 18 मई 2007 को गदरपुर में बैंक शाखा में अपने साथियों के साथ घुसकर 6 लाख 22 हजार 618 रुपए और मोबाइल की डकैती डाली गई. जिस संबंध में थाना पुवांया, शाहजहांपुर, यूपी में मुकदमा दर्ज हुआ.
  • 18 मई 2011 को बैंक के कृषि विकास शाखा कस्बा पुवांया, शाहजहांपुर में बैंक में अपने साथियों से साथ घुसकर बैंक कर्मियों और ग्राहकों को बंधक बनाकर 27.53 लाख की डकैती की. जिस संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया.
  • 16 सितंबर 2014 को अपने साथियों के साथ रुद्रपुर बैंक में घुसकर गैस कटर से बैंक एटीएम को काटकर चोरी का प्रयास करना और पुलिस के मौके पर पहुंचने पर जान से मारने की नियत से पुलिस पर फायर करना और मौके पर असलहा के साथ गिरफ्तार. जिस संबंध में थाना रुद्रपुर में मुकदमा दर्ज हुआ था.

हत्याकांड में शामिल फरार आरोपियों की डिटेल: बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में अमरजीत के साथ शामिल रहा सरबजीत सिंह निवासी जिला तरनतारन पंजाब फिलहाल फरार है. सरबजीत के खिलाफ यूपी, पंजाब और उत्तराखंड में 14 मुकदमे दर्ज हैं. हत्या की साजिश रचने का आरोपी सुल्तान सिंह निवासी जिला रामपुर, यूपी के खिलाफ यूपी और उत्तराखंड में 11 मुकदमे दर्ज है. डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया कि हत्याकांड में गिरफ्तार हुआ सतनाम सिंह निवासी जिला शाहजहांपुर से पुलिस ने एक 32 बोर का पिस्टल, 3 जिंदा कारतूस और 3 खोखा कारतूस बरामद किया है. मुकदमे में फरार 1 लाख का इनामी आरोपी सरबजीत सिंह और सुल्तान सिंह सहित सतनाम सिंह की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन कर पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी जा रही है.

ये भी पढ़ेंः बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड के आरोपी अमरजीत को उत्तराखंड STF ने मुठभेड़ में मार गिराया, दूसरा आरोपी फरार

Last Updated : Apr 9, 2024, 7:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.