देहरादूनः इंडियन मिलिट्री एकेडमी पासिंग आउट परेड के बाद सेना में अफसर बने यूपी के बुलंदशहर के लेफ्टिनेंट विकास तेवतिया ने बिना कोचिंग के सफलता का मंत्र युवाओं के सामने रखा है. भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण के बाद सेना में अफसर बनने वाले विकास ने कभी भी कोचिंग नहीं ली. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने वह हासिल कर लिया जिसकी इच्छा वह बचपन से रखते थे.
लेफ्टिनेंट विकास तेवतिया युवाओं के लिए एक बड़ी इंस्पिरेशन हैं. कड़ी मेहनत के जरिए अपने लक्ष्य को पाने वाले विकास ने वह कर दिखाया है जो हर किसी के बस में नहीं होता. विकास उन होनहार युवाओं में शामिल हैं, जिन्होंने आज भारतीय सैन्य अकादमी के कठिन प्रशिक्षण को पूरा करते हुए सेना का हिस्सा बनने में कामयाबी हासिल की है.
विकास ने जो बात बताई, वह उन युवाओं के लिए बेहद खास है जो पारिवारिक कारणों से कोचिंग नहीं कर पाते. और इसी को वह अपनी असफलता की वजह भी बता देते. लेकिन लेफ्टिनेंट विकास ने बताया कि सफल होने के लिए कोचिंग जरूरी नहीं है. बल्कि जरूरी वह कुछ खास बातें हैं जो युवाओं ने अपनाई तो उनका सफल होना तय है.
ईटीवी भारत ने जब लेफ्टिनेंट विकास से बिना कोचिंग के सफलता के मंत्र को जानने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि सफल होने के लिए कोचिंग की जरूरत नहीं है. बल्कि जरूरत है खुद पर विश्वास रखने की. युवाओं को अपनी कड़ी मेहनत पर विश्वास रखना होगा और जो भी असफलता उनके सामने आती है. उससे सीख भी लेनी होगी. यही नहीं, उनके आसपास जहां भी अच्छी गाइडेंस मिल सकती है, उसे भी संजोकर रखना होगा. और इन सभी बातों की बदौलत युवा अपने मंजिल को पा सकते हैं.
लेफ्टिनेंट विकास के पिता बताते हैं कि उन्होंने सेना में एक सिपाही के तौर पर ज्वाइन किया था. लेकिन वह चाहते थे कि उनका बेटा एक अफसर के तौर पर सेना में शामिल हो. आज उन्हें इस बात का गर्व है कि उनके बेटे ने उनके सपने को पूरा कर दिया है. विकास के भाई भी इन्हीं बातों को दोहराते हुए कहते हैं कि विकास में कुछ बातें ऐसी थी, जो उसके सफल होने की गारंटी थी.
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