ETV Bharat / bharat

गुजरात के कच्छ में रहस्यमयी वायरस का कहर, संक्रमण से 14 की मौत, रैपिड रिस्पांस टीम तैनात - Suspicious Deaths in Kutch - SUSPICIOUS DEATHS IN KUTCH

Suspicious Deaths in Kutch: गुजरात के कच्छ जिले में सीमावर्ती लखपत और अबडासा तालुका में रहस्यमयी वायरस का संक्रमण फैल रहा है. निमोनिया जैसे लक्षणों वाले रहस्यमयी वायरस से चार दिनों में 14 लोगों की मौत हो गई है. जिसके बाद राज्य सरकार ने राजकोट और गांधीनगर से रैपिड रिस्पांस टीम को भेजा है.

unknown virus outbreak in kutch  Suspicious Deaths
गुजरात के कच्छ में रहस्यमयी वायरस के मौतों के बाद रैपिड रिस्पांस टीम तैनात (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 9, 2024, 6:03 PM IST

कच्छ: गुजरात के कच्छ जिले में लखपत और अबडासा में रहस्यमयी वायरस के संक्रमण से 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इन मौतों पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि सरकार स्थिति को लेकर गंभीर है. कारण जानने के लिए राजकोट के अलावा भुज की स्वास्थ्य टीमें जांच कर रही हैं. इन टीमों को दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है.

इस रहस्यमयी वायरस के खतरनाक लक्षण लखपत के निकटवर्ती अबडासा तालुका में भी देखे गए हैं, जो एक सीमावर्ती तालुका है. जिसमें भेखड़ा, सैंड्रो, माडी भी शामिल है. लखपत तालुका के जाट समुदाय में निमोनिया जैसे लक्षण वाले लोगों का भी पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें जांच कर रही हैं.

बता दें कि कच्छ में स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार भी हरकत में आ गई है और राजकोट व गांधीनगर की रैपिड रिस्पांस टीम जांच कर रही है. इसके अलावा 11 लोगों की रिपोर्ट सामने आई है, जिनमें दो लोगों को मलेरिया और एक को डेंगू पॉजिटिव पाया गया है, जबकि सभी रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

राज्य स्वास्थ्य विभाग और कच्छ की टीमें लखपत तालुका के सैंड्रो, भेखड़ा गांव में पहुंच चुकी हैं. चूना, मेलाथियान, क्लोरीनीकरण के छिड़काव के साथ फॉगिंग और मरीजों के नमूने लिए जा रहे हैं. अबडासा तालुक के वालावारीवांड और नरवांड में संदिग्ध बुखार के लक्षणों के साथ दो लोगों की मौतें हुई हैं, लेकिन कुछ अन्य कारण भी सामने आ रहे हैं. इलाज के बाद एक महिला का बुखार ठीक हो गया, लेकिन कुछ दिनों बाद दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई.

स्थिति की निगरानी कर रहा स्वास्थ्य विभाग
पिछले चार दिनों में डेंगू बुखार से 12 और 2 अन्य लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लिया है और मंगवाना और दयापार से डॉक्टरों को लखपत के भेखड़ा सहित गांवों में तैनात किया है और ओपीडी सहित अन्य कार्यों में तेजी लाई है. मरीजों और परिवार के सदस्यों के नमूने परीक्षण के लिए गांधीनगर भेजे गए हैं.

लखपत और अबडासा के 6 गांवों में लिए जा रहे सैंपल
कच्छ के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा कि राजकोट और गांधीनगर की त्वरित प्रतिक्रिया टीमें भी लखपत क्षेत्र में निगरानी कर रही हैं. कच्छ के स्वास्थ्य अधिकारी राज्य सरकार की टीमों के साथ काम कर रहे हैं. निगरानी टीमें अभी काम कर रही हैं. ओपीडी मामलों की भी निगरानी की जा रही है और संदिग्ध मामलों के नमूने लेकर रिपोर्ट के लिए भेजे जा रहे हैं. लखपत और अबडासा के 6 प्रभावित गांव भी हैं जहां सैंपलिंग का काम चल रहा है जिसमें 11 सैंपल की रिपोर्ट आ गई है जिसमें सभी स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

11 मामलों में दो को मलेरिया और एक को डेंगू
उन्होंने कहा कि 11 मामलों में से 2 मलेरिया पॉजिटिव और एक डेंगू पॉजिटिव केस आया है. ऐसा नहीं है कि किसी एक आयु वर्ग में ऐसी स्थिति देखी जाती हैं. सरकार की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया दल आ गए हैं और सटीक कारण का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम भी मौके पर है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मरीजों का इलाज हो और किसी को कोई असुविधा न हो.

यह भी पढ़ें- Mpox पर अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी CDC ने दी राहत भरी खबर लेकिन...

कच्छ: गुजरात के कच्छ जिले में लखपत और अबडासा में रहस्यमयी वायरस के संक्रमण से 14 लोगों की मौत हो चुकी है. इन मौतों पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल ने कहा कि सरकार स्थिति को लेकर गंभीर है. कारण जानने के लिए राजकोट के अलावा भुज की स्वास्थ्य टीमें जांच कर रही हैं. इन टीमों को दो दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है.

इस रहस्यमयी वायरस के खतरनाक लक्षण लखपत के निकटवर्ती अबडासा तालुका में भी देखे गए हैं, जो एक सीमावर्ती तालुका है. जिसमें भेखड़ा, सैंड्रो, माडी भी शामिल है. लखपत तालुका के जाट समुदाय में निमोनिया जैसे लक्षण वाले लोगों का भी पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें जांच कर रही हैं.

बता दें कि कच्छ में स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राज्य सरकार भी हरकत में आ गई है और राजकोट व गांधीनगर की रैपिड रिस्पांस टीम जांच कर रही है. इसके अलावा 11 लोगों की रिपोर्ट सामने आई है, जिनमें दो लोगों को मलेरिया और एक को डेंगू पॉजिटिव पाया गया है, जबकि सभी रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

राज्य स्वास्थ्य विभाग और कच्छ की टीमें लखपत तालुका के सैंड्रो, भेखड़ा गांव में पहुंच चुकी हैं. चूना, मेलाथियान, क्लोरीनीकरण के छिड़काव के साथ फॉगिंग और मरीजों के नमूने लिए जा रहे हैं. अबडासा तालुक के वालावारीवांड और नरवांड में संदिग्ध बुखार के लक्षणों के साथ दो लोगों की मौतें हुई हैं, लेकिन कुछ अन्य कारण भी सामने आ रहे हैं. इलाज के बाद एक महिला का बुखार ठीक हो गया, लेकिन कुछ दिनों बाद दिल का दौरा पड़ने से उसकी मृत्यु हो गई.

स्थिति की निगरानी कर रहा स्वास्थ्य विभाग
पिछले चार दिनों में डेंगू बुखार से 12 और 2 अन्य लोगों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लिया है और मंगवाना और दयापार से डॉक्टरों को लखपत के भेखड़ा सहित गांवों में तैनात किया है और ओपीडी सहित अन्य कार्यों में तेजी लाई है. मरीजों और परिवार के सदस्यों के नमूने परीक्षण के लिए गांधीनगर भेजे गए हैं.

लखपत और अबडासा के 6 गांवों में लिए जा रहे सैंपल
कच्छ के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने कहा कि राजकोट और गांधीनगर की त्वरित प्रतिक्रिया टीमें भी लखपत क्षेत्र में निगरानी कर रही हैं. कच्छ के स्वास्थ्य अधिकारी राज्य सरकार की टीमों के साथ काम कर रहे हैं. निगरानी टीमें अभी काम कर रही हैं. ओपीडी मामलों की भी निगरानी की जा रही है और संदिग्ध मामलों के नमूने लेकर रिपोर्ट के लिए भेजे जा रहे हैं. लखपत और अबडासा के 6 प्रभावित गांव भी हैं जहां सैंपलिंग का काम चल रहा है जिसमें 11 सैंपल की रिपोर्ट आ गई है जिसमें सभी स्वाइन फ्लू की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.

11 मामलों में दो को मलेरिया और एक को डेंगू
उन्होंने कहा कि 11 मामलों में से 2 मलेरिया पॉजिटिव और एक डेंगू पॉजिटिव केस आया है. ऐसा नहीं है कि किसी एक आयु वर्ग में ऐसी स्थिति देखी जाती हैं. सरकार की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया दल आ गए हैं और सटीक कारण का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं. स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम भी मौके पर है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मरीजों का इलाज हो और किसी को कोई असुविधा न हो.

यह भी पढ़ें- Mpox पर अमेरिकी सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी CDC ने दी राहत भरी खबर लेकिन...

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.