नई दिल्ली: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने शुक्रवार को सीआईएसएफ और आव्रजन ब्यूरो के अधिकारियों के साथ बैठक की. यह बैठक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आव्रजन और सुरक्षा में तेजी लाने के लिए एक डिजाइन मॉडल पर चर्चा को लेकर की गई.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए आव्रजन और सुरक्षा में तेजी लाने के लिए डिजाइन मॉडल पर चर्चा करने के लिए सभी प्रमुख हवाईअड्डा संचालकों, सीआईएसएफ, आव्रजन ब्यूरो के अधिकारियों और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के साथ एक सार्थक विचार-मंथन बैठक की. ई-बायोमेट्रिक्स जैसी नई प्रौद्योगिकियां भी विचाराधीन हैं और वर्तमान में उनका परीक्षण किया जा रहा है. ये भारत में अंतरराष्ट्रीय विमानन केंद्रों के लिए हमारे दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण होंगे.
ज्ञात हो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीते साल दिसंबर में एक वार्षिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि दिल्ली हवाईअड्डे पर यात्रियों के सुचारू प्रवाह को सुविधाजनक बनाने के प्रयासों के तहत प्रवेश द्वार, आव्रजन डेस्क और सुरक्षा सुविधाओं समेत विभिन्न क्षेत्रों में सुधार किया गया है.
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा था कि दिल्ली हवाईअड्डे पर सीआईएसएफ सुरक्षा कर्मियों की तैनाती में 29 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है और वर्तमान संख्या 6,140 कर्मियों तक पहुंच गई.
मंत्री ने दावा किया था कि पिछले वर्ष में आव्रजन डेस्क की संख्या भी 153 से बढ़ाकर 174 कर दी गई है। परेशानी मुक्त प्रवेश के लिए बड़ी संख्या में यात्रियों द्वारा डिजी यात्रा को अपनाया जा रहा है.