लखनऊ: मंंगलवार को राजधानी के इंदिरानगर में पूर्व आईएएस अफसर देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे हत्याकांड का लखनऊ पुलिस ने खुलासा कर दिया. पूर्व आईएएस के ड्राइवर अखिलेश और उसके भाई रवि ने ही मोहिनी दुबे की थी. पुलिस ने अखिलेश, रवि और एक अन्य को गिरफ्तार किया है.
लखनऊ पुलिस के मुताबिक, गाजीपुर थानांतर्गत इंदिरानगर में शनिवार सुबह पूर्व आईएएस अधिकारी देवेंद्र नाथ दुबे की दूसरी पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या लूट के इरादे से की गई थी. देवेंद्र नाथ दुबे के दोनो ड्राइवर अखिलेश और रवि ने उनके घर में रखे कैश और गहने लूटने के इरादे से एंट्री की थी, लेकिन मोहिनी दुबे ने उन्हें देख लिया. विरोध करने पर उन्होंने दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी. मंगलवार को लखनऊ के गाजीपुर इलाके में कल्याण अपार्टमेंट के पीछे मुठभेड़ में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.
बता दें , इंदिरा नगर के सेक्टर-20 में शनिवार को पूर्व आईएएस अधिकारी देवेंद्र नाथ दुबे की 58 वर्षीय पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या कर दी गई थी. उनका शव बाथरूम में बने चेंजिंग रूम में मिला था. वारदात के वक्त देवेंद्र नाथ दुबे घर पर नहीं थे, वो गोल्फ खेलने गए थे. जब वो वापस आए तो उन्होंने पत्नी मोहिनी की लाश देखी थी.
कैंट कनेक्शन ने पुलिस को लाई हत्यारों के करीब: जेसीपी ने बताया कैंट में हत्यारों का सीसीटीवी कैमरे में आने पर इस हत्याकांड का कैंट कनेक्शन सामने आया, क्योंकि कैंट में ही पूर्व आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे के दोनो ड्राइवर अखिलेश और उसका भाई रवि जो बीते 13 वर्षों से उन्ही के साथ थे उनका भी घर कैंट के घोसियाने में ही था. जिस पर जांच तेज की गई और अखिलेश यादव, उसके भाई रवि व रंजीत को गिरफ्तार कर लिया गया. अखिलेश ने पूर्व आईएएस अफसर के घर से लूटे गए एक करोड़ के जेवर भी बरामद करवा दिए है.
आरोपी ड्राइवर ने पुलिस पर की फायरिंग: जेसीपी आकाश कुलहरी ने बताया कि मंगलवार को आरोपी अखिलेश यादव से जब लूट औप हत्या के बाद घर से उठा ले गए डीवीआर और बैग के बारें में पूछा तो वह पुलिस टीम को इंद्रप्रस्थ अपार्टमेंट के पास ले गया और कहा कि वहीं बैग छिपाया है. पुलिस टीम के साथ जब अखिलेश बैग के पास गया, तो उसमें पहले से ही मौजूद तमंचे से अखिलेश ने फायर कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किया. इसमें आरोपी ड्राइवर अखिलेश के पैरों में गोली लग गई.
जब तक सांस नही टूटी तब तक मारते रहे पेंचकस: पूछताछ में आरोपी ड्राइवर ने बताया कि वह और उसका भाई रवि पिछले 13 वर्षों से देवेंद्र नाथ दूबे के ड्राइवर हैं. पुराने होने के नाते देवेंद्र नाथ और उनकी पत्नी ललित मोहिनी दुबे उन पर भरोसा करती थीं. एक दिन वह स्टोर रूम की सफाई कर रहा था. उस दौरान उसने मोहिनी दुबे को अलमारी से गहने निकालते देखा था. यह बात उसने भाई रवि को बतायी और फिर प्लान बनाया गया.
सुबह 7 बजे उसका भाई रवि देवेंद्र नाथ को गोल्फ सिटी के लिए जैसे ही निकला, इन दोनों पूर्व आईएएस के घर पहुंचकर बेल बजाई. मोहिनी ने उसे देख दरवाजा खोल दिया. इसके बाद वह अपने दोस्त रंजीत के साथ घर के अंदर पहुंच गया. उसके बाद आरोपी ड्राइवर ने मोहिनी का गला दबाया और रंजित ने मोहिनी को पकड़ लिया. इसके बाद उन्हें जमीन पर लिटा कर उनके सिर पर पेंचकस से तब तक वार किए, जब तक उनकी मौत नही हो गई. इसके बाद वह दोनों अलमारी से जेवर लूट कर भाग गए.