नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में एक 48 लाख रुपये के काजू चोरी का मामला सामने आया है, दिल्ली पुलिस ने काजू चोरी करने वाले ट्रक ड्राइवर और उसके हेल्पर को गिरफ्तार कर लिया है, दरअसल ये काजू एक स्थान से दूसरे स्थान लेकर जाया जाना था.
दिल्ली पुलिस ने 48 लाख रुपये मूल्य की 5900 किलोग्राम से अधिक काजू गिरी चोरी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद साबिर (24) और मोहम्मद फैज़ान (32) के रूप में हुई है, ये दोनों बिहार के निवासी हैं.
48 लाख रुपये की कीमत का काजू चोरी
केशव पुरम पुलिस स्टेशन की एक टीम ने दोनों आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 316 (3) के तहत मामला दर्ज किया है और कुल 295 1/2 कार्टन बरामद किए, जिनमें से हर कार्टन का वजन करीब 20 किलोग्राम था यानि कुल 5910 किलोग्राम काजू कर्नेल इन डिब्बों में भरा हुआ था. आरोपियों के कब्जे से मिली काजू की काजू गिरी की अनुमानित कीमत करीब 48 लाख रुपये आंकी जा रही है.
7 जुलाई को मिली थी शिकायत-पुलिस
दिल्ली पुलिस के मुताबिक 7 जुलाई को शिकायतकर्ता, आलोक भाटिया, जो दिल्ली के अशोक विहार में रहते हैं, ने बताया कि उन्होंने लॉरेंस रोड स्थित लूथरा आइस प्लांट से 6000 किलोग्राम या 48 लाख 45 हजार 645 रुपये मूल्य की 300 पेटियां लेने के लिए एक लॉरी बुक की थी. केशव पुरम से हल्दीराम मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ये काजू पहुंचाया जाना था.
450 रुपये में बुक हुई लॉरी, केशवपुरम से बदरपुर पहुंचाया जाना था काजू
450 रुपये में माल ले जाने का सौदा हुआ. माल डीएल 01 एलएएफ 7764 नंबर के ट्रक में लोड किया गया जिसे बदरपुर पहुंचाया जाना था, लेकिन उनकी डिलीवरी नहीं हुई. शिकायतकर्ता ने ट्रक ड्राइवर से संपर्क करने की कोशिश की लेकिन फोन नहीं उठाया गया. जब शिकायतकर्ता को शक हुआ तो उसने केशव पुरम थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी
टीम ने शिकायतकर्ता से विस्तार से पूछताछ की और आरोपी की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई. जांच के दौरान सभी सूत्रों को सक्रिय कर दिया गया. जिसके बाद आरोपी ट्रक को जिस-जिस सड़क से लेकर गए वहां के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. आखिरकार पुलिस ने आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से ट्रक भी बरामद कर लिया गया. दोनों की पहचान मोहम्मद साबिर और मोहम्मद फैज़ान के रूप में हुई है.
डिलीवरी के लिए बुक किया गया ट्रक भी आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन के पास से बरामद कर लिया गया. पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने मामले में अपना आरोप भी कबूल कर लिया. आरोपियों ने बताया कि आसानी से पैसा कमाने के लिए उन्होंने इस पूरी साजिश को अंजाम दिया.
ये भी पढ़ें- ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट: 5 साल पहले बांग्लादेश से किडनी डोनेट करने आया था भारत, तब शुरू किया गोरखधंधा