अगरतला: भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' के बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में पहुंचने पर बीच त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने कहा कि राज्य और जिला प्रशासन चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैंय उन्होंने राज्य के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने का आग्रह किया है.
साहा ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'प्रिय त्रिपुरा निवासियों आप जानते हैं कि चक्रवात 'रेमल' के प्रभाव के कारण राज्य के विभिन्न जिलों में तूफानी हवा के साथ मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है. राज्य एवं जिला प्रशासन इस आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.' मैं राज्य के लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने की अपील करता हूं.
इससे पहले, त्रिपुरा सरकार ने रविवार को चार जिलों के लिए रेड अलर्ट भी जारी किया. भीषण चक्रवाती तूफान 'रेमल' के मद्देनजर दक्षिण, धलाई, खोवाई और पश्चिम में भारी बारिश हुई. इस बीच पड़ोसी राज्य असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'चक्रवाती तूफान रेमल असम के कुछ हिस्सों में खराब मौसम ला सकता है.
हम कई एहतियाती कदम उठा रहे हैं.' एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें स्टैंडबाय पर हैं. कंट्रोल रूम चालू है. हम अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए पूरी सरकारी व्यवस्था कर रहे हैं. सुरक्षित रहें और कृपया अपने स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करें. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को चक्रवात की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता.
इस दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्रालय से स्थिति पर नजर रखने तथा चक्रवात के आने के बाद समीक्षा करने को कहा ताकि पुनर्निर्माण के लिए आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जा सके. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर हुई बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि पश्चिम बंगाल में पहले से तैनात 12 राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) टीमों और ओडिशा में एक टीम के अलावा और टीमों को एक घंटे के भीतर रवाना होने के लिए तैयार रखा जाए.