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जशपुर में माटी के वीर पदयात्रा, मनसुख मांडविया की युवाओं से बड़ी अपील - TRIBAL PRIDE DAY

जशपुर से माटी के वीर पदयात्रा की शुरुआत हुई. केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने युवाओं से विकसित भारत में भागीदारी की अपील की है.

MANSUKH MANDAVIYA AND CM SAI
भगवान बिरसा मुंडा को नमन (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Nov 13, 2024, 7:04 PM IST

जशपुर: 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है. इस अवसर पर बुधवार को छत्तीसगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया. राज्य के जशपुर जिले में जनजातीय गौरव दिवस पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और सीएम विष्णुदेव साय ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया. इस दौरान माटी के वीर पदयात्रा का आगाज हुआ है. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने युवाओं से खास अपील करते हुए कहा कि भारत को विकसित भारत बनाने के सपने को साकार करने में अपना योगदना दें.

भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती: भगवान बिरसा मुंडा की 15 नवंबर को 150वीं जयंती मनाई जा रही है. इस अवसर पर जशपुर में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया. जशपुर में कार्यक्रम का आयोजन हुआ उसके बाद छापर गांव से माटी के वीर पदयात्रा निकाली गई. यह पदयात्रा आठ किलोमीटर की दूरी तय कर रंजीता स्टेडियम में समाप्त हुई. इस पदयात्रा में माई भारत के करीब 10,000 स्वयंसेवकों ने भाग लिया.

जशपुर में माटी के वीर पदयात्रा (ETV BHARAT)

युवाओं को जिस भी क्षेत्र में रुचि है, उसमें उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए, चाहे वह खेल हो या कला और संस्कृति का क्षेत्र हो. युवाओं को देश के लिए जीना चाहिए और इसके विकास में योगदान देना चाहिए. उन्हें विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान देना चाहिए.15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 150 कॉलेजों के माई भारत स्वयंसेवकों द्वारा पदयात्रा का आयोजन किया गया. युवाओं को राष्ट्र निर्माण में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उनके मंत्रालय द्वारा माई भारत मंच शुरू किया गया. अब तक करीब 1.5 करोड़ युवा इस मंच पर अपना नामांकन करा चुके हैं.: मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री

जशपुर में बनेगा स्टेडियम: इस अवसर पर मनसुख मांडविया ने जशपुर में एक सर्वसुविधायुक्त स्टेडियम के निर्माण की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जब भारत 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करेगा और जशपुर का कोई खिलाड़ी उसमें खेलेगा तो उसे बहुत गर्व होगा. इस अवसर पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि आदिवासी संस्कृति सनातन संस्कृति का मूल स्रोत है और जब भी इस पर हमला हुआ है, आदिवासियों ने इस पर विरोध किया है. देश की स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों का अहम योगदान रहा है.

भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर आदिवासी संघर्ष के प्रतीक हैं. एक समय था जब आदिवासी समाज विकसित था. गुलामी के दौर में आदिवासी पिछड़ गया और उत्पीड़न और शोषण का शिकार हो गया. अब यह समाज अपना गौरव दोबारा प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रहा है: विष्णुदेव साय, सीएम,छत्तीसगढ़

माई भारत का क्या है महत्व?: माई भारत मंच के बारे में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि यह पीएम मोदी की तरफ से शुरू की गई मुहिम है. इसमें युवाओं को शामिल किया जाता है ताकि वह विकसित भारत के मुहिम में अपना योगदान दे सके. मांडविया ने युवा शक्ति पर जोर देते हुए कहा कि "जब भी जरूरत पड़ी, युवाओं ने मदद की है. युवाओं ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और कोविड-19 संकट के दौरान योगदान दिया. अपनी सुरक्षा के बारे में सोचे बिना युवाओं ने महामारी के दौरान जरूरतमंदों को भोजन, दवाइयां, मास्क पहुंचाए और टीकाकरण में सबसे बड़ा योगदान दिया. सेवा हमारी संस्कृति में है और हमें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना है.

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बिरसा मुंडा की जयंती पर छत्तीसगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन, ऐसी हैं तैयारियां

जशपुर: 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है. इस अवसर पर बुधवार को छत्तीसगढ़ में जनजातीय गौरव दिवस मनाया गया. राज्य के जशपुर जिले में जनजातीय गौरव दिवस पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और सीएम विष्णुदेव साय ने भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया. इस दौरान माटी के वीर पदयात्रा का आगाज हुआ है. इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने युवाओं से खास अपील करते हुए कहा कि भारत को विकसित भारत बनाने के सपने को साकार करने में अपना योगदना दें.

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जशपुर में माटी के वीर पदयात्रा (ETV BHARAT)

युवाओं को जिस भी क्षेत्र में रुचि है, उसमें उत्कृष्टता हासिल करनी चाहिए, चाहे वह खेल हो या कला और संस्कृति का क्षेत्र हो. युवाओं को देश के लिए जीना चाहिए और इसके विकास में योगदान देना चाहिए. उन्हें विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान देना चाहिए.15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर 150 कॉलेजों के माई भारत स्वयंसेवकों द्वारा पदयात्रा का आयोजन किया गया. युवाओं को राष्ट्र निर्माण में शामिल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उनके मंत्रालय द्वारा माई भारत मंच शुरू किया गया. अब तक करीब 1.5 करोड़ युवा इस मंच पर अपना नामांकन करा चुके हैं.: मनसुख मांडविया, केंद्रीय मंत्री

जशपुर में बनेगा स्टेडियम: इस अवसर पर मनसुख मांडविया ने जशपुर में एक सर्वसुविधायुक्त स्टेडियम के निर्माण की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि जब भारत 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करेगा और जशपुर का कोई खिलाड़ी उसमें खेलेगा तो उसे बहुत गर्व होगा. इस अवसर पर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि आदिवासी संस्कृति सनातन संस्कृति का मूल स्रोत है और जब भी इस पर हमला हुआ है, आदिवासियों ने इस पर विरोध किया है. देश की स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों का अहम योगदान रहा है.

भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह, वीर गुंडाधुर आदिवासी संघर्ष के प्रतीक हैं. एक समय था जब आदिवासी समाज विकसित था. गुलामी के दौर में आदिवासी पिछड़ गया और उत्पीड़न और शोषण का शिकार हो गया. अब यह समाज अपना गौरव दोबारा प्राप्त करने की ओर आगे बढ़ रहा है: विष्णुदेव साय, सीएम,छत्तीसगढ़

माई भारत का क्या है महत्व?: माई भारत मंच के बारे में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि यह पीएम मोदी की तरफ से शुरू की गई मुहिम है. इसमें युवाओं को शामिल किया जाता है ताकि वह विकसित भारत के मुहिम में अपना योगदान दे सके. मांडविया ने युवा शक्ति पर जोर देते हुए कहा कि "जब भी जरूरत पड़ी, युवाओं ने मदद की है. युवाओं ने देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और कोविड-19 संकट के दौरान योगदान दिया. अपनी सुरक्षा के बारे में सोचे बिना युवाओं ने महामारी के दौरान जरूरतमंदों को भोजन, दवाइयां, मास्क पहुंचाए और टीकाकरण में सबसे बड़ा योगदान दिया. सेवा हमारी संस्कृति में है और हमें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करना है.

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