बेल्लारी: ट्रेन में अयोध्या से लौट रहे तीर्थयात्रियों को धमकी देने के मामले में शुक्रवार बेल्लारी रेलवे पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को गडग के पास गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि बाकी आरोपियों के लिए ऑपरेशन जारी है. गिरफ्तार आरोपी की पहचान हुबली रेलवे जोन के एक स्टाफ के रूप में की गई है.
रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है. बेल्लारी रेलवे पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है. अयोध्या में श्रीराम मंदिर के दर्शन करने वाले सैकड़ों तीर्थयात्री गुरुवार को मैसूर-अयोध्या धाम ट्रेन से अपने मूल स्थान लौट रहे थे.
रास्ते में विजयनगर जिले के होसापेट स्टेशन पर अयोध्या तीर्थयात्रियों के लिए आरक्षित कोच नंबर 2 में तीन युवक चढ़े. तभी तीर्थयात्रियों ने युवक को रोका. उन्होंने उनसे कहा कि यह कोच अयोध्या के तीर्थयात्रियों के लिए आरक्षित है और उन्हें इसमें नहीं चढ़ना चाहिए. उन युवकों ने तीर्थयात्रियों की बात नहीं मानी और विवाद करने लगा. उन्होंने तीर्थयात्रियों को धमकी भी दी.
तीर्थयात्रियों ने युवकों को पकड़ लिया रेलवे पुलिस को सौंप दिया लेकिन रेलवे पुलिस ने तीर्थयात्रियों के सामने ही युवक को छोड़ दिया. यह देख श्रद्धालु रेलवे पुलिस से नाराज हो गये और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एक घंटे तक लगातार विरोध प्रदर्शन किया. इस प्रकार ट्रेन सुबह 8.15 बजे होसापेट पहुंची लेकिन 10 बजे बल्लारी के लिए रवाना हुई.
अयोध्या धाम ट्रेन होसपेट रेलवे स्टेशन पर दो घंटे तक लाइन के बीच में खड़ी रही. इसकी जानकारी होने पर बाद में मौके पर आए विजयनगर एसपी श्रीहरिबाबू, होसापेट उपमंडल पुलिस अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को समझाया. साथ ही हिंदू समर्थक संगठन, बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के प्रयास से आखिरकार ट्रेन सेवा शुरू हो सकी.
एहतियात के तौर पर रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस ने ट्रेन को बेल्लारी तक सुरक्षा घेरे में रखा. पुलिस ने बताया कि इसके बाद रेलवे पुलिस ने तीर्थयात्रियों को धमकी देने के मामले में गडग के पास से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. बेंगलुरु में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बारे में बात करते हुए बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने धमकी के इस मामले की व्यापक जांच की मांग की है.