जयपुर. यूएन जनरल असेंबली के प्रेसिडेंट और प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की. राज्यपाल मिश्र ने राजभवन पहुंचने पर डेनिस फ्रांसिस का पुष्प गुच्छ भेंट कर ’पधारो म्हारे देश’ की संस्कृति में स्वागत और अभिनंदन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी और मुख्य सचिव सुधांश पत भी उपस्थित रहे.
राजस्थान भारत का महान राज्य : डेनिस फ्रांसिस ने इस अवसर पर राजभवन में अपने विशेष संबोधन में कहा कि भारत की संस्कृति विश्व भर में अनूठी है. उन्होंने कहा कि मानव मूल्यों में विश्वास और एक दूसरे के प्रति सम्मान के साथ प्यार की भावना की दृष्टि से भारत पूरे विश्व का नेतृत्व करता है. डेनिस फ्रांसिस ने राजस्थान को भारत का महान राज्य बताया. उन्होंने कहा कि यहां की संस्कृति और आत्मीयता से भरी परंपराओं और लोगों की मैं सराहना करता हूं. उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम और भारत में यही बड़ा अंतर है कि दोनों में ही निरंतर विकास हुआ है, लेकिन भारत ने मानवता के मूल्यों में विश्वास रखते हुए सद्भाव की संस्कृति की जो प्रगति की है, वह अद्वितीय है. उन्होंने भारत में लोकतंत्र की स्वस्थ परम्परा और जीवन मूल्यों की भी सराहना की तथा कहा कि भारत में चुनाव के जरिए जिस तरह से आम जन से ही प्रतिनिधि चुनकर देश का और राज्य का नेतृत्व करते हैं, वह विश्व भर में उदाहरण है.
डेनिस फ्रांसिस ने कहा कि राजस्थान के संविधान प्रमुख राज्यपाल के यहां राजभवन में आना मेरा सौभाग्य है. उन्होंने कहा कि आज ही उन्होंने जयपुर का आमेर महल, सिटी पैलेस और दूसरे स्थानों को देखा है और यहां की संस्कृति से वह अभिभूत हैं. राजस्थान के गौरवमयी इतिहास, किले, महलों के स्थापत्य सौंदर्य और लोगों की सराहना करते उन्होंने कहा कि "जयपुर ने मुझे बहुत प्रभावित किया है. अगली बार फिर से यहां आएंगे तो पूरे एक महीने परिवार सहित रहूंगा." राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजभवन में यूएन प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों की वैश्विक दृष्टि से उन्हें अवगत कराया. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को राजस्थान की पारंपरिक कला-संस्कृति से संबद्ध स्मृति चिह्न भी भेंट किए.
भारत अब ग्लोबल साउथ की आवाज बन चुका है : राजभवन से पहले सयुंक्त राष्ट्र की साधारण सभा के अध्यक्ष डेनिस फ्रांसिस सिटी पैलेस पहुंचे. इस दौरान डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने फ्रांसिस का स्वागत किया. इस अवसर पर सयुंक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि और भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी रुचिरा कंबोज और सयुंक्त राष्ट्र के रेजिडेंट कार्डिनेटर शोंबी शार्प भी मौजूद थे. दीया कुमारी ने बताया कि विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय और समसामयिक विषयों पर चर्चा के दौरान सयुंक्त राष्ट्र की साधारण सभा के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की विदेश नीति की प्रशंसा की. उन्होंने भारत की अध्यक्षता में जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन, कोरोना महामारी के दौरान भारत की ओर से दुनिया के कई देशों को मदद पहुंचाने और दुनिया भर में चल रही लड़ाइयों के ख़िलाफ आवाज बुलंद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा की.
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दीया कुमारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ग्लोबल साउथ के समग्र विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों से पूरा विश्व प्रभावित है. प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 सम्मेलन में भी वसुधैव कुटुंबकम् की भावना के साथ, "एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य" का नारा दिया और अन्तर्राष्ट्रीय सोलर अलांयस के माध्यम से दुनिया भर को एक सूत्र में पिरोने का प्रयास कर रहे हैं. दीया कुमारी ने इस अवसर पर धरोहर संरक्षण के विषय पर भी विस्तार से चर्चा की.