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'कोई आए न आए जब समय आएगा तब तेजस्वी आएगा', सदन में Tejashwi Yadav का ताबड़तोड़ भाषण

Tejashwi Yadav : तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन स्पीकर के खिलाफ वोटिंग के बाद उन्होंने जोरदार भाषण दिया. 40 मिनट के भाषण में तेजस्वी ने बिहार के राजनीति की दिशा तय कर दी. एक तरह से उन्होंने सदन के माध्यम से सत्ता पक्ष को चुनौती दे दी. यही नहीं उन्होंने जाते-जाते नीतीश कुमार के लिए एक द्वार भी खुला छोड़ दिया. पढ़ें पूरी खबर-

Tejashwi Yadav
Tejashwi Yadav
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 12, 2024, 4:19 PM IST

Updated : Feb 12, 2024, 5:47 PM IST

सुनें तेजस्वी यादव का सदन में ताबड़तोड़ भाषण

पटना : बिहार विधानसभा में विश्वासमत के दौरान तेजस्वी यादव का भाषण काफी जोरदार रहा. उन्होंने जितना कहा उससे कहीं ज्यादा डिलीवर हुआ. सदन में उन्होंने एक-एक सियासी पहलू को मंझे हुए राजनेता की तरह अपनी बातों को रखा. उनकी एक एक लाइन नई सरकार के सामने किसी चुनौती से कम नहीं थी. पूरे भाषण के दौरान तेजस्वी यादव फ्रंटफुट पर खड़े रहे. महागठबंधन सरकार की टूट के बाद क्रेडिट लेने के मामले को जेडीयू ने बताया तो तेजस्वी ने उसपर भी अपने अंदाज में निशाना साधा.

क्रेडिट लेने के आरोप पर पलटवार : तेजस्वी यादव ने बीजेपी को आगाह करते हुए पूछा कि कल जब आप नीतीश के साथ काम करेंगे तो क्या उसका क्रेडिट नहीं लेंगे? तेजस्वी ने तंज भरे लहजे में नीतीश पर पलटवार किया और कहा कि 17 महीने पहले कड़े फैसले क्यों नहीं ले पा रहे थे? और जब महागठबंधन की सरकार बनी तो कम समय में ही बड़े-बड़े फैसले बिना किसी चिंता के लिए गए.

नौकरियों की बहाली का टास्क : तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख नौकरियों की बहाली और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन बढ़ोतरी की चुनौती को पूरा करने की अपील की. उन्होंने नई सरकार को शुभकानाएं देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नौकरियों की बहाली को जल्द से जल्द पूरा करा लें.

'थके हुए मुख्यमंत्री को रफ्तार दी' : तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को थका हुआ बताया और कहा कि ''नीतीश कुमार दशरथ की तरह हैं. वो अपने अंदर के कैकेयी को पहचानें. क्योंकि वो राम को वनवास पर भेजना चाहती थीं और मैं कोई राम नहीं हूं जो वन में जाऊंगा. मैं जनता के बीच जाऊंगा.'' मेरे दबाव की वजह से बिहार के युवाओं को रोजगार मिल सका. अपील है कि ये कोशिश आगे भी जारी रहेगी.

'जातीय गणना में केंद्र ने डाले रोड़े' : केंद्र की भाजपा सरकार ने जातीय गणना में रोड़े अटका रही थी. हम लोग इसके लिए अड़े हुए थे. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त हम लोगों ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी. वहां भी बीजेपी ने सॉलीसिटर जनरल के माध्यम से इसके खिलाफ बयान दिलवाने का काम किया गया. लेकिन बीजेपी अपने इरादे में सफल नहीं होने पाई.

आरक्षण की राजनीति : तेजस्वी ने कहा कि देश में जातीय गणना के बाद ''हमारी सरकार आने से ही बिहार में 75 फीसदी तक आरक्षण को बढ़ाया गया. इसका फायदा पिछड़े, अति पिछड़ों के साथ एससी-एसटी को मिलेगा. हमारी सरकार जब जब आई हम लोगों ने आरक्षण को बढ़ाने का काम किया. लेकिन इन 17 महीनों में हम लोगों ने आरक्षण को लेकर ऐतिहासिक काम किया. केंद्र की भाजपा सरकार ने इसे रोकने के लिए क्या नहीं किया ''

मोदी के खिलाफ झंडा बुलंद करेंगे : देश में बीजेपी को सबसे ज्यादा डर था तो बिहार से था. इसलिए केंद्र में बैठी सरकार ने नीतीश के साथ जाने का फैसला किया. तेजस्वी यादव ने ये आरोप लगाते हुए कहा कि जिस नीतीश कुमार ने मोदी के खिलाफ झंडा उठाया उस झंडे को उनका भतीजा लेकर चलेगा? उन्होंने आश्वस्त किया कि बिहार में मोदी का विजयरथ कोई और नहीं बल्कि महागठबंधन रोकेगा.

सदन में बिना एग्रेशन के चिंता मुक्त भाषण : तेजस्वी यादव सदन में अपने पूरे भाषण के दौरान आत्मविश्वास से भरे नजर आए. हालांकि वो सदन में कूल अंदाज में चुटकी लेते हुए नीतीश पर हमले पर हमले किये जा रहे थे. इस बीच सदन में हंसी मजाक भी हुआ. जब सत्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि 17 महीने पहले चोर दरवाजे से सरकार बनाई थी तो उन्होंने तुरंत ही जवाब दिया कि ''चोर दरवाजे को खोला किसने था?''

क्रॉस वोटिंग करने वालों को जवाब : आरजेडी विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी के सदन में पाला बदलने पर तेजस्वी यादव ने उनके फैसले का स्वागत किया. चेतन आनंद को छोटा भाई बताया और उन्हें शुभकामनाएं भी दीं और ये भी कहा कि जब नीतीश और उनके बीच हुए समझौते पूरे न हों तब भी तेजस्वी उनके साथ खड़ा है. वहीं नीलम देवी को भी उन्होंने कहा कि महिला होने के नाते वो उनके फैसले का सम्मान करते हैं. लेकिन जब भी जरूरत होगी वो उन्हें जरूर याद करेंगी.

ये भी पढ़ें- 'मेरे अंदर लालू का खून' बोले तेजस्वी यादव- 'मोदी जी के खिलाफ अकेले झंडा उठाकर लड़ेंगे'

ये भी पढ़ें- 'ये लोग कमा रहे थे, कहां से पैसा आया जांच कराएंगे' नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होने का बताया बड़ा कारण

ये भी पढ़ें- बिहार में नहीं हुआ खेला! नीतीश कुमार ने जीता विश्वासमत, 129 विधायकों का मिला समर्थन

सुनें तेजस्वी यादव का सदन में ताबड़तोड़ भाषण

पटना : बिहार विधानसभा में विश्वासमत के दौरान तेजस्वी यादव का भाषण काफी जोरदार रहा. उन्होंने जितना कहा उससे कहीं ज्यादा डिलीवर हुआ. सदन में उन्होंने एक-एक सियासी पहलू को मंझे हुए राजनेता की तरह अपनी बातों को रखा. उनकी एक एक लाइन नई सरकार के सामने किसी चुनौती से कम नहीं थी. पूरे भाषण के दौरान तेजस्वी यादव फ्रंटफुट पर खड़े रहे. महागठबंधन सरकार की टूट के बाद क्रेडिट लेने के मामले को जेडीयू ने बताया तो तेजस्वी ने उसपर भी अपने अंदाज में निशाना साधा.

क्रेडिट लेने के आरोप पर पलटवार : तेजस्वी यादव ने बीजेपी को आगाह करते हुए पूछा कि कल जब आप नीतीश के साथ काम करेंगे तो क्या उसका क्रेडिट नहीं लेंगे? तेजस्वी ने तंज भरे लहजे में नीतीश पर पलटवार किया और कहा कि 17 महीने पहले कड़े फैसले क्यों नहीं ले पा रहे थे? और जब महागठबंधन की सरकार बनी तो कम समय में ही बड़े-बड़े फैसले बिना किसी चिंता के लिए गए.

नौकरियों की बहाली का टास्क : तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख नौकरियों की बहाली और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के वेतन बढ़ोतरी की चुनौती को पूरा करने की अपील की. उन्होंने नई सरकार को शुभकानाएं देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नौकरियों की बहाली को जल्द से जल्द पूरा करा लें.

'थके हुए मुख्यमंत्री को रफ्तार दी' : तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को थका हुआ बताया और कहा कि ''नीतीश कुमार दशरथ की तरह हैं. वो अपने अंदर के कैकेयी को पहचानें. क्योंकि वो राम को वनवास पर भेजना चाहती थीं और मैं कोई राम नहीं हूं जो वन में जाऊंगा. मैं जनता के बीच जाऊंगा.'' मेरे दबाव की वजह से बिहार के युवाओं को रोजगार मिल सका. अपील है कि ये कोशिश आगे भी जारी रहेगी.

'जातीय गणना में केंद्र ने डाले रोड़े' : केंद्र की भाजपा सरकार ने जातीय गणना में रोड़े अटका रही थी. हम लोग इसके लिए अड़े हुए थे. उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि उस वक्त हम लोगों ने इसके लिए सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ी. वहां भी बीजेपी ने सॉलीसिटर जनरल के माध्यम से इसके खिलाफ बयान दिलवाने का काम किया गया. लेकिन बीजेपी अपने इरादे में सफल नहीं होने पाई.

आरक्षण की राजनीति : तेजस्वी ने कहा कि देश में जातीय गणना के बाद ''हमारी सरकार आने से ही बिहार में 75 फीसदी तक आरक्षण को बढ़ाया गया. इसका फायदा पिछड़े, अति पिछड़ों के साथ एससी-एसटी को मिलेगा. हमारी सरकार जब जब आई हम लोगों ने आरक्षण को बढ़ाने का काम किया. लेकिन इन 17 महीनों में हम लोगों ने आरक्षण को लेकर ऐतिहासिक काम किया. केंद्र की भाजपा सरकार ने इसे रोकने के लिए क्या नहीं किया ''

मोदी के खिलाफ झंडा बुलंद करेंगे : देश में बीजेपी को सबसे ज्यादा डर था तो बिहार से था. इसलिए केंद्र में बैठी सरकार ने नीतीश के साथ जाने का फैसला किया. तेजस्वी यादव ने ये आरोप लगाते हुए कहा कि जिस नीतीश कुमार ने मोदी के खिलाफ झंडा उठाया उस झंडे को उनका भतीजा लेकर चलेगा? उन्होंने आश्वस्त किया कि बिहार में मोदी का विजयरथ कोई और नहीं बल्कि महागठबंधन रोकेगा.

सदन में बिना एग्रेशन के चिंता मुक्त भाषण : तेजस्वी यादव सदन में अपने पूरे भाषण के दौरान आत्मविश्वास से भरे नजर आए. हालांकि वो सदन में कूल अंदाज में चुटकी लेते हुए नीतीश पर हमले पर हमले किये जा रहे थे. इस बीच सदन में हंसी मजाक भी हुआ. जब सत्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि 17 महीने पहले चोर दरवाजे से सरकार बनाई थी तो उन्होंने तुरंत ही जवाब दिया कि ''चोर दरवाजे को खोला किसने था?''

क्रॉस वोटिंग करने वालों को जवाब : आरजेडी विधायक चेतन आनंद और नीलम देवी के सदन में पाला बदलने पर तेजस्वी यादव ने उनके फैसले का स्वागत किया. चेतन आनंद को छोटा भाई बताया और उन्हें शुभकामनाएं भी दीं और ये भी कहा कि जब नीतीश और उनके बीच हुए समझौते पूरे न हों तब भी तेजस्वी उनके साथ खड़ा है. वहीं नीलम देवी को भी उन्होंने कहा कि महिला होने के नाते वो उनके फैसले का सम्मान करते हैं. लेकिन जब भी जरूरत होगी वो उन्हें जरूर याद करेंगी.

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Last Updated : Feb 12, 2024, 5:47 PM IST
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