चेन्नई: तमिलनाडु शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है. रविवार को जारी जिला प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, कल्लकुरिची के जिला कलेक्ट्रेट की ओर से यह जानकारी साझा की गई. अवैध शराब पीने के बाद तमिलनाडु के चार अस्पतालों में कुल 216 मरीज भर्ती हुए थे. जवाहरलाल इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (जिपमेर), पुंडी में 17 मरीज जीवित हैं और तीन को मृत घोषित कर दिया गया है, जबकि विलुपुरम मेडिकल कॉलेज में चार लोग जीवित हैं और चार को मृत घोषित कर दिया गया है.
सबसे अधिक मौतें कल्लकुरिची मेडिकल कॉलेज में हुईं, जहां 31 लोग मारे गए और 108 जीवित हैं. सलेम मेडिकल कॉलेज में 30 लोग जीवित हैं, जबकि 18 की मौत की सूचना मिली है. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, उपर्युक्त अस्पतालों में 160 लोग भर्ती हैं और 55 लोगों की मौत हो गई है. घटना में 152 पुरुष मरीज जीवित हैं, जबकि 51 की मौत हो गई है. इस बीच, तमिलनाडु में भाजपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को कल्लाकुरिची शराब त्रासदी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के निदेशक एस रविवर्मन ने शनिवार को अवैध शराब पीने के बाद भर्ती पीड़ितों से मिलने के लिए कल्लाकुरिची सरकारी अस्पताल का दौरा किया. तमिलनाडु सरकार ने त्रासदी की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. जांच का नेतृत्व मद्रास उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी गोकुलदास करेंगे.
न्यायमूर्ति गोकुलदास तीन महीने के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये और उपचाराधीन व्यक्तियों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. तमिलनाडु पुलिस की सीबी-सीआईडी, जिसे त्रासदी की जांच का प्रभार सौंपा गया था, ने एसपी शांताराम के नेतृत्व में जांच शुरू की. कल्लाकुरिची कलेक्टर के अनुसार, कल्लाकुरिची शराब त्रासदी में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है.