कोलकाता : लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिम बंगाल पर बीजेपी की नजर है. इस बीच, पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने चुनाव आयोग (ईसीआई) से तृणमूल कांग्रेस के विधायक हमीदुर रहमान के खिलाफ शिकायत की. सुवेंदु अधिकारी ने ईसीआई को किए अपने शिकायत में विधायक हमीदुर रहमान द्वारा उनके निर्वाचन क्षेत्र में विपक्षी दलों के समर्थकों को दी गई 'धमकी' का संज्ञान लेने को कहा.
एक्स पर एक पोस्ट में सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों के लिए जाने जाते हैं. यहां उन्हें वोटर्स और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को धमकाते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो में उन्हें साफ कहते हुए देखा सकता है कि एक बार चुनाव खत्म हो जाने के बाद केंद्रीय बल चले जाएंगे और एकमात्र बल जो रहेगा वह उनका (टीएमसी का) है, और मतदाताओं और विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं को उनसे निपटना होगा. सुवेंदु अधिकारी ने आगे अपने पोस्ट में ECI से कहा कि मैं आग्रह करना चाहूंगा @ECISVEEP से कि चोपड़ा टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान द्वारा जारी की गई इस धमकी का संज्ञान लेने के ले . क्योंकि उनके इस भाषण में देखा जा रहा है कि वे स्पष्ट रूप से मतदाताओं को डराने की कोशिश कर रहे है.
दरअसल, गुरुवार को उत्तरी दिनाजपुर के चोपड़ा में टीएमसी विधायक हमीदुल रहमान एक चुनावी रैली में जनसभा को संबोधित करते नजर आए. चुनावी रैली में स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए रहमान ने कहा कि भाजपा, कांग्रेस और सीपीआई (एम) के समर्थक उत्तरी दिनाजपुर में मतदान के दिन का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं. हालांकि, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि केंद्रीय बल केवल 26 अप्रैल तक ही रहेंगे.
उसके बाद, आप हमारे बल के अधीन आ जाएंगे, मैं विपक्षी दलों के समर्थकों से आग्रह करूंगा कि वे अपना कीमती वोट भाजपा, कांग्रेस और सीपीआई पर बर्बाद न करें. उम्मीदवारों को याद है कि केंद्रीय बल 26 अप्रैल को इस जिले से बाहर निकल जाएंगे. उसके बाद केवल हमारा बल ही प्रभावी रहेगा, अगर उन्हें (मतदान समाप्त होने के बाद) कुछ होता है तो उन्हें शिकायत करने नहीं जाना चाहिए.
उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और वाम दलों को जिले में अपने विकास कार्यों को सूचीबद्ध करने की चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा, कांग्रेस या सीपीआई (एम) ने यहां कोई विकास कार्य किया है, तो मैं भी उनके समर्थन में खड़ा रहूंगा. अन्यथा, मैं मतदाताओं से आग्रह करूंगा कि वे अपने उम्मीदवारों पर अपना कीमती वोट बर्बाद न करें.
बता दें, बंगाल में लोकसभा के लिए मतदान 19 अप्रैल से शुरू होकर सभी 7 चरणों में होंगे. वोटों की गिनती 4 जून को निर्धारित की गई है. 2014 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने राज्य में 34 सीटें जीती थीं, जबकि बीजेपी को सिर्फ 2 सीटों से संतोष करना पड़ा था. सीपीआई (एम) ने 2 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 4 सीटें मिलीं हालांकि, भाजपा ने 2019 के चुनावों में बहुत बेहतर प्रदर्शन किया, टीएमसी की 22 सीटों के मुकाबले 18 सीटें जीतीं. कांग्रेस की सीटें घटकर सिर्फ 2 सीटें रह गईं, जबकि वामपंथियों को एक भी सीट नहीं मिली.