मुंबई: एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को मिलकर उन्हें उनके 84वें जन्मदिन की बधाई दी. इस घटना के एक दिन बाद एनसीपी (शरद पवार) के विधायक रोहित पवार की मां सुनंदा पवार ने शुक्रवार को कहा कि दोनों गुटों को एक साथ आना चाहिए.
इसके जवाब में एनसीपी (अजित पवार) ने कहा कि शरद पवार गुट का उनके साथ हाथ मिलाने का स्वागत है, बशर्ते वे अजित पवार का नेतृत्व स्वीकार करने के लिए तैयार हों. पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए सुनंदा पवार ने कहा, "हर साल हम सभी शरद पवार से मिलते हैं... एक परिवार के तौर पर हम सभी को एक साथ आना चाहिए."
उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कह सकती कि अजित पवार और शरद पवार साथ आएंगे या नहीं. हर परिवार में मतभेद होते हैं. भविष्य में वे साथ आ सकते हैं. मुझे लगता है कि उन्हें साथ आना चाहिए. अगर हम एकजुट हैं, तो इससे हमारी ताकत बढ़ती है, अगर हम बंटे हुए हैं, तो ताकत कम होती है. दोनों को तय करना चाहिए कि किसे किसके साथ जाना चाहिए."
जब उनसे पूछा गया कि क्या सीनियर पवार को भी सत्तारूढ़ दलों से हाथ मिला लेना चाहिए, तो सुनंदा पवार ने कहा, "शरद पवार 60 साल से राजनीति में हैं. उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, यह उनका फैसला है. मैं उन्हें सलाह देने वाली कोई नहीं होती." बता दें कि सुनंदा पवार की शादी राजेंद्र पवार से हुई है, जो शरद पवार के बड़े भाई दिनकरराव पवार के बेटे हैं.
अमोल मिटकरी ने कहा कि वे सुनंदा पवार के बयान का स्वागत
एनसीपी प्रवक्ता अमोल मिटकरी ने कहा कि वे सुनंदा पवार के बयान का स्वागत करते हैं. मिटकरी ने कहा, "अजित पवार ने भी मुंबई के शानमुखानंद हॉल में एक रैली को संबोधित करते हुए यही अपील की थी...आज, अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी तेजी से आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि हमारे पास 41 विधायक, एक लोकसभा सांसद और दो राज्यसभा सांसद हैं अगर शरद पवार गुट हमारे साथ हाथ मिलाना चाहता है, तो हम उनका स्वागत करेंगे, लेकिन उन्हें अजित पवार के नेतृत्व को ईमानदारी से स्वीकार करना होगा...पार्टी कार्यकर्ताओं को भी लगता है कि दोनों एनसीपी को एक साथ आना चाहिए.
बता दें कि जुलाई 2023 में महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के लिए मुख्य राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद अजित पवार और शरद पवार के बीच मतभेद हो गए थे. उसके बाद, परिवार के सदस्य 2024 के लोकसभा चुनाव और हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं.
इस पर अंतिम फैसला शरद पवार लेंगे
दोनों पवार के एक साथ आने के बारे में पूछे जाने पर एनसीपी (शरद पवार) पार्टी के नेता अंकुश काकड़े ने कहा, "यह अच्छी बात है कि अजित पवार ने शरद पवार से मुलाकात की और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. इस मुलाकात के बाद चर्चा शुरू हो गई थी कि दोनों एनसीपी एक साथ आएंगे. भविष्य में क्या होगा यह कहना संभव नहीं है. कार्यकर्ता और कुछ नेता चाहते हैं कि ये दोनों नेता एक साथ काम करें, अगर ऐसा होता है तो यह खुशी की बात होगी. लेकिन इस पर अंतिम फैसला शरद पवार लेंगे.
अगर वह फैसला लेते हैं तो सभी एक साथ आएंगे और इसमें कोई दिक्कत नहीं होगी. अगर शरद पवार फैसला लेते हैं तो मुझे नहीं लगता कि कोई भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी इसका विरोध करेगा. जो
जब काकड़े से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अमोल मिटकरी के बयान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "पार्टी में अमोल मिटकरी और रूपाली पाटिल का क्या मूल्य है? अकोला में अमोल मिटकरी को कौन जानता है? यदि शरद पवार और अजीत पवार एक साथ आते हैं, तो अमोल मिटकरी और रूपाली पाटिल मुश्किल में पड़ जाएंगे, जो इसे चक्की पीसिंग कहते हैं, वे आज गोद में बैठे हैं। आज एक-दूसरे के खिलाफ की गई आलोचनाओं का कोई महत्व नहीं है। कल की गई आलोचनाओं की कल प्रशंसा की जा सकती है, " उन्होंने अजीत पवार पर कटाक्ष करते हुए एक विचारोत्तेजक बयान दिया।
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