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दिवाली के मौकै पर भारत-चीन आर्मी ने मिठाई का किया आदान-प्रदान

भारतीय-चीनी सेना के जवानों ने दिवाली के अवसर पर लद्दाख में मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.

दिवाली के मौकै पर भारत-चीन आर्मी ने मिठाई का किया आदान-प्रदान
दिवाली के मौकै पर भारत-चीन आर्मी ने मिठाई का किया आदान-प्रदान (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 2 hours ago

लद्दाख: भारतीय-चीनी सेना के जवानों ने गुरुवार को दिवाली के अवसर पर लद्दाख सेक्टर में विभिन्न सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया. दिवाली के अवसर पर लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, काराकोरम दर्रा, दौलत बेग ओल्डी, कोंगक्ला और चुशुल-मोल्दो सीमा मिलन बिंदु पर भारतीय और चीनी सेना के जवानों ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.

इससे पहले आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में विघटन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम के तेजपुर में बॉब खाथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते हुए कहा, "LAC के साथ कुछ क्षेत्रों में, संघर्षों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चर्चा चल रही है."

रक्षा मंत्री ने कहा, "हाल ही में हुई बातचीत के बाद जमीनी स्थिति को बहाल करने के लिए व्यापक सहमति बनी है. यह सहमति समान और पारस्परिक सुरक्षा के आधार पर विकसित हुई है. इस सहमति के आधार पर, वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. हम सिर्फ वापसी से आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा."

भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग का बयान
बुधवार को भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा कि पड़ोसी देशों के तौर पर भारत और चीन के बीच मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इन मतभेदों को कैसे संभाला जाए और कैसे सुलझाया जाए.

भारत और चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक के बीच सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद शू फेइहोंग ने कहा कि वह राजनीति, व्यापार और शिक्षा सहित हर क्षेत्र में भारत और चीन के बीच सहज सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं.

LAC पर गश्त व्यवस्था
भारत और चीन ने हाल ही में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त व्यवस्था पर सहमति जताई है. भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध 2020 में पूर्वी लद्दाख में LAC पर शुरू हुआ था, जिसकी शुरुआत चीनी सैन्य कार्रवाइयों से हुई थी. इस घटना के कारण दोनों देशों के बीच लंबे समय तक तनाव बना रहा, जिससे उनके संबंधों में काफी तनाव आया.

इससे पहले थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जोर देकर कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विश्वास बहाल करना एक क्रमिक प्रक्रिया होगी, ताकि अप्रैल 2020 की स्थिति पर वापस लौटा जा सके. उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए डिसइंगेजमेंट, डी-एस्केलेशन और बफर जोन मैनेजमेंट के कदमों को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने आगे बताया कि यह प्रक्रिया चरणों में होगी, जिसमें प्रत्येक चरण का उद्देश्य तनाव कम करना होगा.

यह भी पढ़ें- सेना के जवानों के साथ दीवाली मनाने कच्छ पहुंचे पीएम मोदी, खिलाई मिठाई

लद्दाख: भारतीय-चीनी सेना के जवानों ने गुरुवार को दिवाली के अवसर पर लद्दाख सेक्टर में विभिन्न सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया. दिवाली के अवसर पर लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, काराकोरम दर्रा, दौलत बेग ओल्डी, कोंगक्ला और चुशुल-मोल्दो सीमा मिलन बिंदु पर भारतीय और चीनी सेना के जवानों ने मिठाइयों का आदान-प्रदान किया.

इससे पहले आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) में विघटन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम के तेजपुर में बॉब खाथिंग संग्रहालय के उद्घाटन समारोह के दौरान बोलते हुए कहा, "LAC के साथ कुछ क्षेत्रों में, संघर्षों को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर चर्चा चल रही है."

रक्षा मंत्री ने कहा, "हाल ही में हुई बातचीत के बाद जमीनी स्थिति को बहाल करने के लिए व्यापक सहमति बनी है. यह सहमति समान और पारस्परिक सुरक्षा के आधार पर विकसित हुई है. इस सहमति के आधार पर, वापसी की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. हम सिर्फ वापसी से आगे बढ़ने का प्रयास करेंगे, लेकिन इसके लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा."

भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग का बयान
बुधवार को भारत में चीन के राजदूत शू फेइहोंग ने कहा कि पड़ोसी देशों के तौर पर भारत और चीन के बीच मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि इन मतभेदों को कैसे संभाला जाए और कैसे सुलझाया जाए.

भारत और चीन द्वारा पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक के बीच सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी करने के बाद शू फेइहोंग ने कहा कि वह राजनीति, व्यापार और शिक्षा सहित हर क्षेत्र में भारत और चीन के बीच सहज सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं.

LAC पर गश्त व्यवस्था
भारत और चीन ने हाल ही में भारत-चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त व्यवस्था पर सहमति जताई है. भारत और चीन के बीच सीमा गतिरोध 2020 में पूर्वी लद्दाख में LAC पर शुरू हुआ था, जिसकी शुरुआत चीनी सैन्य कार्रवाइयों से हुई थी. इस घटना के कारण दोनों देशों के बीच लंबे समय तक तनाव बना रहा, जिससे उनके संबंधों में काफी तनाव आया.

इससे पहले थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जोर देकर कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विश्वास बहाल करना एक क्रमिक प्रक्रिया होगी, ताकि अप्रैल 2020 की स्थिति पर वापस लौटा जा सके. उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए डिसइंगेजमेंट, डी-एस्केलेशन और बफर जोन मैनेजमेंट के कदमों को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने आगे बताया कि यह प्रक्रिया चरणों में होगी, जिसमें प्रत्येक चरण का उद्देश्य तनाव कम करना होगा.

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