गुरुग्राम: लोकसभा चुनाव की लड़ाई अब रोचक होने लगी है. जैसे-जैसे सभी दल अपने उम्मीदवार घोषित कर रहे हैं, सियासी समीकरण बदलने लगने हैं. हरियाणा के गुड़गांव सीट पर इस बार लड़ाई रोचक हो गई है. जेजेपी ने यहां से कद्दावर नेता और मोदी सरकार में मंत्री राव इंद्रजीत के खिलाफ यादव कार्ड खेलते हुए फेमस सिंगर राहुल यादव उर्फ फाजिलपुरिया को मैदान में उतारा है.
राव के खिलाफ राहुल यादव फाजिलपुरिया का दांव
राव इंद्रजीत के खिलाफ फाजिलपुरिया का दांव जेजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग के हिसाब से लगाया है. दरअसल राव इंद्रजीत अहीरवाल इलाके के यादव हैं और पुराने रेवाड़ी रियासत के वारिस भी. अहीरवाल इलाके में यादव वोटरों का बोलबाला है और वही किसी की हार और जीत का फैसला करने में अहम भूमिका निभाते हैं. सियासत के जानकार मानते हैं शायद इसीलिए राव इंद्रीजत के खिलाफ यावद कार्ड खेलते हुए जेजेपी ने फाजिलपुरिया को टिकट दिया है.
कौन हैं सिंगर फाजिलपुरिया
बॉलीवुड और हरियाणावी सिंगर फाजिलपुरिया का असली नाम राहुल यादव है. फाजिलपुरिया हरियाणवी भाषा में रैप सिंगिंग के लिए खास लोकप्रिय हैं. वो गुरुग्राम के फाजिलपुर झाड़सा के रहने वाले हैं. सिंगर के तौर पर हिट होने के बाद वो अपने नाम के साथ अपने गांव का नाम लगाने लगे और फाजिलपुरिया के नाम से फेमस हो गये. लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल, खर्च करोड़ और छोरा राव साहब का जैसे कई हिट गाने उन्होंने गाये हैं. फाजिलपुरिया ने हरियाणवी लोक संगीत और रैप का बेहद यूनिक स्टाइल पेश करके संगीत की दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है.
कौन हैं राव इंद्रजीत सिंह
- राव इंद्रजीत सिंह के पूर्वज रेवाड़ी रियासत के राजा रहे हैं, जो यादव हैं और अपने नाम में राव लगाते हैं.
- राव इंद्रजीत सिंह के पिता राव बीरेंद्र सिंह हरियाणा के दूसरे मुख्यमंत्री बने थे.
- रेवाड़ी रियासत में रेवाड़ी, गुरुग्राम और महेंद्रगढ़ इलाके प्रमुख रूप से आते थे, जिसे अहीरवाल कहा जाता है.
- राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा की गुड़गांव सीट पर 2009 से लगातार सांसद हैं.
- इससे पहले गुड़गांव सीट महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट का हिस्सा थी.
- राव इंद्रजीत महेंद्रगढ़ सीट से भी 1998 और 2004 में सांसद बन चुके हैं.
- राव इंद्रजीत केवल एक बार 1999 में लोकसभा चुनाव हारे हैं. कुल मिलाकर वो अब तक 5 बार सांसद रह चुके हैं.
राष्ट्रीय शूटर रहे हैं राव इंद्रजीत सिंह
केंद्रीय मंत्री और गुड़गांव सांसद राव इंद्रजीत सिंह एक खिलाड़ी रहे हैं. वो 1990 से 2003 तक भारतीय शूटिंग टीम के सदस्य रह चुके हैं और कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में उन्होंने कांस्य पदक जीता है. इसके अलावा वो साउथ एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.
राव इंद्रजीत सिंह 5 बार जीत चुके लोकसभा चुनाव |
1998- महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस के टिकट पर बीजेपी के कर्नल राम सिंह को 68136 वोट से हराया |
1999- बीजेपी की सुधा यादव से 1 लाख 39 हजार 140 वोट से हार गये. बीजेपी-इनेलो का गठबंधन था |
2004- कांग्रेस के टिकट पर महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी की सुधा यादव को 2 लाख 10 हजार 341 वोट से हराया |
2009- गुड़गांव सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने. बीएसपी के जाकिर हुसैन को 84864 वोट से हराया |
2014- बीजेपी के टिकट पर गुड़गांव सीट से इनेलो के जाकिर हुसैन को 2 लाख 74 हजार 722 वोट से हराया |
2019- गुड़गांव से बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के कैप्टन अजय यादव को 3 लाख 86 हजार 256 मतों से हराया |
इस बार गुड़गांव सीट पर रिकॉर्ड बनायेंगे राव इंद्रजीत
गुड़गांव लोकसभा सीट देश के पहले लोकसभा चुनाव 1952 से थी लेकिन 1977 के परिसीमन में खत्म करके महेंद्रगढ़ सीट बना दी गई. उसके बाद 2009 में दोबारा परिसीमन हुआ तो गुड़गांव लोकसभा सीट फिर से अस्तित्व में आई. सीट बनने के बाद अभी गुड़गांव सीट से लगातार तीन बार राव इंद्रजीत सिंह ही जीते हैं. इस बार उनका चौथी बार रिकॉर्ड होगा.
2019 चुनाव में जेजेपी उम्मीदवार की हुई थी जमानत जब्त
2019 लोकसभा चुनाव में जेजेपी आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन में लड़ी थी. जेजेपी 7 और AAP ने 3 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. गुड़गांव सीट जेजेपी के पास थी, जिस पर महमूद खान को टिकट दिया था. इस चुनाव में जेजेपी उम्मीदवार महमूद खान को केवल 8893 वोट मिला था और वो पांचवे नंबर पर थे. जेजेपी उम्मीदवार की इस चुनाव में जमानत जब्त हो गई थी.
गुड़गांव में कुल 9 विधानसभा सीट
गुड़गांव लोकसभा सीट के अंदर तीन जिलों की 9 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें रेवाड़ी की बावल और रेवाड़ी, गुरुग्राम की गुड़गांव, पटौदी, बादशाहपुर, सोहना और नूंह जिले की नूंह, फिरोजपुर झिरका और पुनहाना शामिल हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक गुड़गांव सीट पर कुल 19 लाख 90 हजार 711 वोटर हैं. 2019 में 72.9 प्रतिशत वोटिंग हुई थी और 14 लाख 46 हजार 509 लोगों ने वोट दिया था.
गुड़गांव सीट पर मुस्लिम और यादव निर्णायक मतदाता
नूंह जिला हरियाणा का मुस्लिम बहुल है. इसलिए गुड़गांव लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा करीब 20 प्रतिशत वोटर मुस्लिम हैं. इसके अलावा दूसरे नंबर पर करीब 18 प्रतिशत यादव. उसके बाद करीब 13 प्रतिशत एससी वोटर हैं. गुरूग्राम सीट पर पंजाबी मतदाताओं की संख्या करीब 7.6 प्रतिशत है. बाकी में जाट, ब्राह्मण, गुर्जर, राजपूत और बनिया समुदाय के लोग शामिल हैं. जिनके वोट सभी पार्टियों में बिखरे हुए हैं.