नई दिल्ली : शिवसेना उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्यसभा में प्रधानमंत्री ने जो बयान दिया वो संसद का भाषण नहीं बल्कि उनके मन की बात और चुनावी भाषण था.उन्होंने कहा कि देश के पीएम को संयम से अपनी बात रखनी चाहिए, यदि पीएम भी विपक्ष की तरह भाषण देंगे तो देश के बारे में कौन बताएगा.
उन्होंने कहा कि पीएम ने मणिपुर पर नहीं बोला, लद्दाख और चीन पर नहीं बोला सिर्फ उन्होंने अपने मन की बात कही और संसद में चुनावी भाषण दिया. पीएम के एनडीए इस बार 400 के पार के दावे वाले सवाल पर कहा कि यदि सरकार ईवीएम को हटाए और बैलेट पेपर पर आकर चुनाव करवाए और यदि बैलेट पर एनडीए 400 से ऊपर सीट जीत जाती है तो शिवसेना पीएम का सम्मान रामलीला मैदान में करेगी. उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये जो आंकड़े देते हैं वही आते हैं जिससे लगने लगा है कि ईवीएम सेट है.
एनसीपी पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि भले ही चुनाव आयोग ने पहचान अजित पवार गुट को दे दी है लेकिन जहां शरद पवार हैं वही असली एनसीपी है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग क्या लिखकर देता इससे जनता पर कोई फर्क नहीं पड़ता. अजित पावर की क्या हैसियत है वे सभी जानते हैं, अगर उनकी इतनी हैसियत थी तो अपनी पार्टी बना लेते. महागठबंधन की एकता पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए संजय राउत ने कहा कि सिर्फ नीतीश के जाने से क्या महागठबंधन खत्म हो जाता है. वहीं नीतीश कुमार के दिल्ली आए हैं पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि दिल्ली में सिर्फ गुलाम लोग आते हैं. वहीं क्या नीतीश कुमार के हटने से गठबंधन खत्म हो जाएगा पर उन्होंने दावा किया कि महागठबंधन बिहार में, झारखंड में और दक्षिण के राज्यों के अलावा कई राज्यों में मजबूती से खड़ा है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि महागठबंधन को कोई खत्म नहीं कर सकता है. इस सवाल पर की ईश निंदा के खिलाफ कानून बनाने की मांग भाजपा के सांसदों की तरफ से उठी है, उन्होंने कहा कि मांग उठाने दीजिए जब बात कानून बनाने की आएगी तब हम देखेंगे.
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