श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो से दुखद खबर सामने आई है. कूनो नेशनल पार्क में एक और चीता शावक की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मादा चीता गामिनी के पांच शावकों में से एक शावक की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. मौत का एग्जिट कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर पता चलेगा.
गामिनी चीता के शावक की मौत
श्योपुर के कुनो नेशनल पार्क में मादा चीता गामिनी के 6 शावक थे. जिसमें से एक की मौत पहले ही हो चुकी थी. बचे शेष 5 शावकों के साथ मादा चीता गामिनी थी. गामिनी और उसके शावकों पर निगरानी टीम नजर बनाए हुए थी. बीते दो दिन पहले गामिनी का एक शावक घसीटता हुआ निगरानी टीम को मिला. जिसके बाद मॉनिटरिंग टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण में तुरंत उसका इलाज शुरू किया. 2 दिन तक चले इलाज के बाद स्वास्थ्य टीम शावक को नहीं बचा पाई और उसकी मौत हो गई. मादा चीता गामिनी के 6 शावकों में से अब 4 ही बचे हैं. मौत किन कारणों से हुई है. इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा.
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कूनो प्रबंधन ने प्रेस नोट जारी कर दी जानकारी
हालांकि कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों ने निगरानी टीम का हवाला जरूर दिया है. बता दें इस पूरे मामले में कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ द्वारा 2 दिन से घायल शावक की कोई जानकारी नहीं दी गई और ना ही यह जानकारी कूनो प्रबंधक ने बाहर आने दी. सीधे शावक की मौत का प्रेस नोट जारी किया. जिसमें दो दिन पहले घायल होने का हवाला दिया. कूनो प्रबंधन ने जारी प्रेस नोट में बताया कि 'अब कूनो नेशनल पार्क में शेष 13 वयस्क व 12 शावक चीते बचे हैं, जो स्वास्थ्य एवं सामान्य है. वयस्क चीतों को टीके एवं अन्य परजीवी संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक उपचार किया गया है. सभी चीतों की नियमित निगरानी की जा रही है.'