देहरादून: हरिद्वार लोकसभा सीट पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे वीरेंद्र रावत कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. अपने बेटे को जितवाने के लिए हरीश रावत जमकर पसीना भी बहा रहे हैं. 75 वर्षीय हरीश रावत दिन-रात बेटे के लिए रोड शो, जनसंपर्क कर समर्थन जुटाने में लगे हैं. चुनाव प्रचार के साथ ही हरीश रावत हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र में ऑफिस भी खोल रहे हैं. आज हरीश रावत ने देहरादून के धर्मपुर में चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया. इस मौके पर ईटीवी भारत ने हरीश रावत से खास बातचीत की. हरीश रावत ने हर मुद्दे पर खुलकर अपने विचार रखे. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस छोड़कर जाने वाले नेताओं को भी संदेश भी दिया.
महंगाई को मुद्दा बनाएंगे हरीश रावत: हरिद्वार लोकसभा सीट पर 2014 के बाद भाजपा लगातार जीत दर्ज कर रही है. पिछले दो बार से रमेश पोखरियाल निशंक यहां से सांसद बने. ऐसे में हरिद्वार सीट पर बीजेपी के तिलिस्म को तोड़ने और अपने बेटे को जिताने के लिए हरीश रावत एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं. हरीश रावत ने कहा हरिद्वार संसदीय क्षेत्र में वो महंगाई के मुद्दे पर फोकस कर रहे हैं क्योंकि जहां भी वो चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं वहां महंगाई का मुद्दा निकलकर सामने आ रहा है. जनता महंगाई से परेशान है. मोदी सरकार में हर कोई महंगाई से त्रस्त है. वहीं, गरीबों को दिए जा रहे मुफ्त राशन पर बोलते हुए हरीश रावत ने कहा जितने का वह मुफ्त का राशन दे रहे हैं उससे अधिक महंगाई बढ़ गई है.
वीरेंद्र 25 सालों से सक्रिय राजनीति में: पुत्र मोह के सवाल पर हरीश रावत ने कहा 'लोगों को लगता है कि वीरेंद्र रावत राजनीति में नया है. वो 25 साल से राजनीति में समय दे रहा है. वो सक्रिय कार्यकर्ता है. जिसके कारण प्रदेश कांग्रेस ने उन्हें वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया. यही बात हरिद्वार की जनता भी अब समझ रही है. वीरेंद्र रावत के कैंडिडेड बनने से सभी कार्यकर्ता खुश हैं.'
उन्होंने कहा, 'अब लोग भी समझ रहे हैं कि हरीश रावत की विरासत को वीरेंद्र रावत ही आगे बढ़ा सकते हैं. हरीश रावत कहते हैं कि अगर वीरेंद्र रावत को हरिद्वार की जनता मौका देती है तो उन्हें समझ में आएगा कि एक ऐसे कार्यकर्ता को उन्होंने सांसद बनाया है जो सड़क से लेकर संसद तक जनता की बात रखता है'.
कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं पर बोले हरदा: कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जा रहे नेताओं पर भी हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी. हरीश रावत ने कहा, 'अगर किसी को ये लगता है कि मेरी उम्र और मेरे काम करने की शैली को देखकर कांग्रेस के नेता बीजेपी में जा रहे हैं तो मैं उन सभी नेताओं को यह कह देना चाहता हूं कि मैं जिस तरह से आज भाग दौड़ कर रहा हूं उसी तरह से 2024, 2027 में भी करता दिखूंगा. ऐसे ही कांग्रेस के लिए कार्यकर्ता रहूंगा. सत्ता में लाने के लिए वह हरसंभव कार्य करूंगा जो लोग सोच भी नहीं सकते हैं.'
हरीश रावत ने आगे कहा कि, 'मैं आने वाले समय में सभी राजनीतिक पंडितों और अपने शुभचिंतकों को गलत साबित करुंगा, जो आज मेरा साथ छोड़ रहे हैं.' हरीश रावत का कहना है कि जो लोग भी जा रहे हैं वो उनका स्वागत करते हैं. हां, इतना जरूर है कि हमें आने वाले वक्त को देखना चाहिए ना कि जाने वाले वक्त को.
हरिद्वार देगा बदलाव का संदेश: हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट को लेकर एक और बात कही. उन्होंने कहा कि साल 2009 में जब हरिद्वार में चुनाव हो रहे थे तो उसका संदेश पूरे देश में गया था. केंद्र में यूपीए की सरकार दोबारा बनी थी. इस बार भी हरिद्वार एक ऐसी ही सीट साबित होने जा रही है. हरिद्वार सीट का संदेश उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर दिखाई देगा. आने वाले समय में परिणाम सुखद होंगे.
जल्द बाकी लोकसभा सीटों पर करेंगे प्रचार: हरिद्वार के साथ-साथ अन्य सीटों पर प्रचार करने के सवाल पर भी हरीश रावत ने जवाब दिया. हरीश रावत ने कहा कि अभी वो सबसे बात कर रहा हैं. वो चाहते हैं कि सभी कैंडिडेट अपने-अपने हिसाब से प्रचार करें. हरदा ने बताया कि वो बाकी चार लोकसभा सीटों पर भी जल्द चुनाव प्रचार के लिए जाएंगे जिसकी प्लानिंग उन्होंने कर रखी है.
हरीश रावत ने बीजेपी पर बोला हमला: भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए हरीश रावत ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड आजाद भारत का सबसे बड़ा घोटाला है. केंद्र सरकार ईडी, सीबीआई को अपने साथ लेकर डराने धमकाने का काम कर रही है. इससे ही बीजेपी ने खुद को धनवान बनाया है. यह बताता है कि बीजेपी किस तरह से काम कर रही है. आने वाले समय में बीजेपी को इसके परिणाम भुगतते होंगे.
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