श्रीनगर (उत्तराखंड): अंकिता भंडारी की आज दूसरी बरसी है. दो साल बीत जाने के बाद भी अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपियों को कड़ी सजा न मिलने से अंकिता के परिजन मायूस हैं. दिवंगत बेटी का जिक्र आते ही परिजनों की आंखें नम हो जाती हैं. दो साल में कई त्यौहार आए और गए, लेकिन परिजन बेटी को खोने के गम में कोई त्यौहार खुशी के साथ ना मना सके.
अंकिता भंडारी के पिता बोले सरकार के वादे खोखले: अंकिता भंडारी के पिता वीरेंद्र भंडारी ने बताया कि बीते साल सीएम पुष्कर सिंह धामी ने नर्सिंग कॉलेज डोभ श्रीकोट का नाम स्वर्गीय अंकिता भंडारी के नाम पर रखने की घोषणा की थी. आज तक नर्सिंग कॉलेज का नाम नहीं बदला जा सका. उन्होंने कहा कि उनके गांव को जाने वाली सड़क को पक्का करके उसका नाम अंकिता के नाम से रखा जाना था, लेकिन ये वादा भी पूरा नहीं हुआ.
विधायक बोले जल्द होगी घोषणा पूरी: विधायक राजकुमार पोरी ने बताया कि सड़क के संबंध में प्रस्ताव बनाकर भेज दिया गया है. जल्द घोषणा पूरी होगी. उन्होंने कहा कि सीएम धामी द्वारा अंकिता भंडारी के परिजनों को हरसंभव मदद दी जा रही है.
18 सितंबर 2022 को रिजॉर्ट से लापता हुई थी अंकिता: बता दें कि, पौड़ी गढ़वाल जिले के श्रीकोट डोभ की रहने वाली अंकिता भंडारी यमकेश्वर के वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी. 18 सितंबर 2022 को अंकिता भंडारी अचानक रिजॉर्ट से लापता हो गई थी. वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य (भाजपा नेता विनोद आर्य का बेटा) ने अंकिता के परिजनों को गुमराह करने के लिए उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.
पुलिस की सख्ती से तीनों आरोपियों ने कबूला था जुर्म: इसके बाद अंकिता भंडारी के पिता ने राजस्व उप निरीक्षक के पास गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करवाई. काफी खोजबीन करने पर भी अंकिता का कोई पता नहीं चला, तो तत्कालीन जिलाधिकारी पौड़ी ने गुमशुदा का मामला राजस्व क्षेत्र से रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर किया. पुलिस की सख्ती के बाद वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, अंकित गुप्ता, मैनेजर सौरभ भास्कर ने अंकिता भंडारी की हत्या की बात कबूल की.
तीनों आरोपी जेल में बंद: तीनों आरोपियों ने बताया कि अंकिता को चीला नहर में धक्का दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई. 24 सितंबर को अंकिता भंडारी का चीला नहर से शव बरामद हुआ था. पुलकित पर ये भी आरोप है कि वो रिजॉर्ट में अंकिता से गलत काम करवाना चाहता था, जिस पर अंकिता ने साफ इंकार कर दिया था, जो उसकी मौत की वजह बन गई. फिलहाल तीनों आरोपी जेल में बंद हैं.
श्रीनगर में निकाला गया कैंडल मार्च: बता दें कि 16 सितंबर को अंकिता भंडारी हत्याकांड के दो साल पर श्रीनगर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था, जबकि आज बरसी पर कैंडल मार्च निकाला गया. श्रद्धांजलि सभा में स्थानीय निवासी, गढ़वाल विवि के कई छात्र और विभिन्न संगठन मौजूद रहे. सभी ने अंकिता को न्याय दिलाने के लिए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई.
हल्द्वानी में कांग्रेस ने रखा मौन व्रत: हल्द्वानी में अंकिता भंडारी हत्याकांड की दूसरी बरसी पर कांग्रेस ने श्रद्धांजलि देते हुए मौन व्रत रखा था. कार्यक्रम में विधायक सुमित हृदयेश मुख्य रूप से शामिल हुए और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उत्तराखंड में आज बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.
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