शिमला: हिमाचल प्रदेश में संजौली मस्जिद विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. बुधवार को जहां ये मुद्दा हिमाचल विधानसभा में गूंजा. वहीं, अब इस मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी कूद गए हैं. मस्जिद विवाद को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा "क्या हिमाचल की सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की? हिमाचल की “मोहब्बत की दुकान” में नफरत ही नफरत! ये वीडियो में हिमाचल का मंत्री भाजपा की जुबान में बोल रहा है."
क्या हिमाचल की सरकार भाजपा की है या कांग्रेस की? हिमाचल की “मोहब्बत की दुकान” में नफ़रत ही नफ़रत! ये वीडियो में हिमाचल का मंत्री भाजपा की ज़ुबान में बोल रहा है।https://t.co/hyc4566wdz
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 4, 2024
हिमाचल के संजौली में मस्जिद बनाई जा रही है, उसके निर्माण को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है।…
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "हिमाचल के संजौली में मस्जिद बनाई जा रही है, उसके निर्माण को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है. संघियों के एक झुंड ने मस्जिद को तोड़ने की मांग की है. संघियों के सम्मान में, कांग्रेसी मैदान में. भारत के नागरिक मुल्क के किसी भी हिस्से में रह सकते हैं, उन्हें “रोहिंग्या” और “बाहरी” बुलाना देश विरोधी है."
मस्जिद विवाद पर दिखे अनिरुद्ध सिंह के कड़े तेवर
बता दें कि बीते दिनों शिमला जिले के मल्याणा क्षेत्र में कुछ युवकों की मारपीट अब मस्जिद विवाद तक पहुंच गई है. हिंदू संगठनों द्वारा प्रदर्शन करते हुए संजौली में मस्जिद के निर्माण को अवैध बताते हुए तोड़ने की मांग की जा रही है. जिसपर कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध ने हिंदू संगठनों के प्रदर्शन को सही ठहराया है. उनका कहना है कि प्रदेश में अवैध निर्माण की इजाजत नहीं है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बाहर से आए लोग हिमाचल में माहौल खराब कर रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि रोहिंग्या हैं. सदन में बुधवार को मंत्री के कड़े तेवर नजर आए. हालांकि शिमला शहरी के विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि बाहर की टेंशन शिमला अर्बन में लाना गलत है. केस कोर्ट में चल रहा है. शनिवार को सुनवाई होगी. इसलिए शिमला शहर की शांति भंग करने की कोशिश न करें.
शिमला में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
जिस पर असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी आपत्ति जताई. उनका कहना है कि कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह भाजपा की जुबान बोल रहे हैं. और हिमाचल की 'मोहब्बत की दुकान' में नफरत फैलाई जा रही है. वहीं, शिमला में आज हिंदू संगठनों द्वारा मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है.