कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले की जांच के सिलसिले में मंगलवार को सुबह कोलकाता में कई स्थानों पर छापेमारी शुरू की. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय बलों के साथ आए ईडी के दलों ने सॉल्ट लेक, कइखाली, मिर्जा गालिब स्ट्रीट, हावड़ा और कुछ अन्य स्थानों पर छापे मारे.
उन्होंने बताया कि जिन लोगों से पूछताछ की जा रही है उनमें कारोबारी और घोटाले में पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों के करीबी लोग शामिल हैं. ईडी के एक अधिकारी ने कहा कि ये छापे राशन वितरण घोटाले से जुड़े हैं. हमें मामले में पहले ही गिरफ्तार हुए लोगों से पूछताछ करने के बाद इन लोगों की संलिप्तता के बारे में जानकारी मिली है. उन्होंने बताया कि उत्तर 24 परगना जिले के एक विदेशी मुद्रा कारोबारी समेत तीन लोगों के परिसरों पर तलाशी ली जा रही है.
उन्होंने बताया कि इस घोटाले में पैसा विदेश में अलग-अलग खातों में भेजा गया. यह कारोबारी बनगांव से है और गिरफ्तार टीएमसी नेता शंकर आध्या से उसके अच्छे संबंध हैं. आध्या बनगांव नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष हैं और केंद्रीय जांच एजेंसी ने पहले दावा किया था कि वह अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर पंजीकृत कम से कम 90 विदेशी मुद्रा व्यापार कंपनियों के मालिक हैं. अधिकारी ने बताया कि कारोबारी के सॉल्ट लेक के सेक्टर 5 में स्थित कार्यालय और ईएम बाईपास पर उसके दो फ्लैट में तलाशी ली जा रही है.
ईडी ने इस घोटाले में संलिप्तता के आरोप में राज्य के वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को गिरफ्तार किया है. मलिक पहले खाद्य मंत्री थे. जांच एजेंसी के अधिकारी इस घोटाले के संबध में तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख का पता लगाने के लिए भी तलाशी ले रहे हैं. शेख अभी फरार है.