अयोध्या: राम मंदिर में नाग पंचमी से झूलनोत्सव से आगाज हो गया है. गर्भगृह में विराजमान रामलला चांदी की हिंडोले पर सवार होकर झूला झूल रहे हैं, इसके लिए 21 किलो की चांदी से बने 5 फीट झूले को 2021 में ही तैयार किया गया था. जिस पर रामलला अपने तीनों भाइयों के साथ विराजमान होकर झूल रहे हैं. रामभक्त महज 20 फीट की दूरी से हिंडोले में विराजमान रामलला का दर्शन कर रहे हैं. साथ ही कुछ खास भक्तों को अपने हाथों से झूला झुलाने का भी मौका मिल रहा है. यह आयोजन पूर्णिमा तक चलेगा. प्रतिदिन राम मंदिर में गीत संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा.
भक्तों को मिले रहा भोजन प्रसाद: सावन झूला मेले में रामलला का दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए राम जन्मभूमि परिसर में भोजन प्रसाद उपलब्ध कराया जा रहा है. ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि, 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामनवमी और आज सावन झूला मेला का आयोजन राम मंदिर में हो रहा है. झूला उत्स्व अयोध्या के परंपरागत महोत्सव हैं. इसमें देशभर से राम भक्त अयोध्या आते हैं और पहली बार सावन झूले के इस मेले में भव्य मंदिर में आना हो रहा है.
19 अगस्त तक चलेगा झूला उत्सव: प्रातः काल से ही मंदिर में भगवान का झूला स्थापित हुआ है और भगवान उस झूले में विराजित हुए हैं. यह उत्सव 19 अगस्त तक चलेगा. रामलला के दर्शन करने वाले सभी श्रद्धालुओं को भगवान का प्रसाद भी मिल सके जिसको लेकर शुक्रवार से भंडारा प्रारंभ हो गया है. वहीं पूजन पद्धति प्रभारी गोपाल जी राव ने बताया कि राम मंदिर परिसर में रामलला झूला स्थापित हुआ है और यह उत्सव नाग पंचमी के दिन प्रारम्भ होकर पूर्णिमा तक चलेगा.
शाम को भजन संध्या का आयोजन: वहीं मंदिर ट्रस्ट की ओर से अयोध्या के साधु संतों से निवेदन करते हुए कहा कि कुछ समय निकालकर साधु संत मंदिर आए और भगवान को झूला झूलाए वहीं बताया गया कि लगभग 2 घंटे तक शाम को भगवान का कीर्तन भजन और गीत संगीत का आयोजन चलेगा.
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