बेंगलुरु: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने मुजामिल पाशा नाम के एक संदिग्ध आतंकवादी को हिरासत में ले लिया है. जिसे बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में गिरफ्तार किया गया है. आज इससे पहले उसे शहर की एक विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया था. वहीं एनआईए ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में दो प्रमुख आरोपियों में से प्रत्येक की गिरफ्तारी के लिए जानकारी साझा करने पर 10-10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है.
'एक्स' पर साझा एक पोस्ट के मुताबिक, एजेंसी ने आम जनता से मामले में वांछित मुसाविर हुसैन शाजिब उर्फ शाजेब और अब्दुल मतीन अहमद ताहा उर्फ अब्दुल मतीन ताहा के बारे में जानकारी मांगी है. एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए एनआईए ने बुधवार को विस्फोट मामले में एक प्रमुख षडयंत्रकर्ता मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया था. एनआईए की जांच से पता चला है कि मुजम्मिल शरीफ ने मामले में दो वांछित आरोपियों को विस्फोट के लिए सहायता प्रदान की थी.
जानकारी मिल रही है कि उसने कैफे ब्लास्ट के मुख्य आरोपी तक बम बनाने का कच्चा माल पहुंचाया है और तोड़फोड़ की वारदात को अंजाम देने की साजिश रची. अदालत ने आगे की जांच की अनुमति की याचिका मंजूर कर ली और संदिग्ध को सात दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया.
चिक्कमगलुरु के मुदिगेरे के मूल निवासी मुजामिल शरीफ को बम विस्फोट के आरोपियों को कच्चे माल की आपूर्ति सहित आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया गया था. जानकारी के मुताबिक, उसने छह महीने पहले बेंगलुरु छोड़ दिया था और मुदिगेरे में काम कर रहा था. एनआईए के सूत्रों ने कहा कि तीर्थहल्ली के मोस्ट वांटेड आतंकवादी संदिग्ध अब्दुल मतीन ताहा और मुजामिल ने एसएसएलसी तक एक ही कक्षा में पढ़ाई की.
इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को कहा था कि हमलावर की पहचान मुसाविर शाजीब हुसैन के रूप में की गई है और मामले में मुख्य साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा, दोनों शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली के निवासी हैं. दोनों की कई आतंकी मामलों में सुरक्षा एजेंसियों को तलाश है. दोनों अभी भी फरार हैं, उन पर नवंबर, 2022 के मंगलुरु कुकर ब्लास्ट मामले का मास्टरमाइंड होने का भी आरोप है.