बेंगलुरु: राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने खुलासा किया कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट की साजिश शहर की परप्पाना अग्रहारा जेल में रची गई थी. इस मामले में जांच एजेंसी ने एक अन्य शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी पहले से ही अन्य दूसरे मामलों में जेल में बंद था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सूत्रों ने जानकारी दी है कि इस मामले में एक अन्य आरोपी माज मुनीर को गिरफ्तार कर लिया गया है. माज मुनीर शिवमोग्गा ट्रायल ब्लास्ट और मंगलुरु भित्तिचित्र मामलों में शामिल है.
माज मुनीर को शिवमोग्गा और मंगलुरु मामलों में पहले ही गिरफ्तार किया गया था. वह परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में था. हाल ही में एनआईए द्वारा गिरफ्तार किए गए चिक्कमगलुरु के मुजामिल शरीफ के बयान के आधार पर मुनीर को बॉडी वारंट पर गिरफ्तार किया गया. एनआईए सूत्रों ने बताया कि बाद में उसे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अदालत में पेश किया गया और फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले के बाद एनआईए के अधिकारियों ने 5 मार्च को परप्पाना अग्रहारा जेल समेत देश में 18 जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान माज मुनीर को 8 दिनों तक हिरासत में रखा गया और पूछताछ की गई. उस समय पूछताछ में आरोपियों ने जानकारी नहीं दी. कुछ खुफिया सूचनाओं के आधार पर एनआईए अधिकारियों ने चिक्कमगलुरु के मुजामिल शरीफ को गिरफ्तार किया. एनआईए सूत्रों ने बताया कि मुजामिल शरीफ से पूछताछ के दौरान माज मुनीर की गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी देने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
माज मुनीर शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली तालुक से इंजीनियरिंग किया हुआ है. कुछ साल पहले उसे मंगलुरु में एक भित्तिचित्र मामले में गिरफ्तार किया गया था. बाद में उसे जमानत मिल गई थी. फिर शिवमोग्गा ट्रायल ब्लास्ट के मामले में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले की एनआईए जांच के दौरान राज्य में आईएसआईएस की कार्यप्रणाली के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई थी.