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राजीव गांधी हत्याकांड के रिहा दोषी संथन का चेन्नई के अस्पताल में निधन - Released Santhan Passes Away

Rajiv Gandhi Assassination Convict Santhan Passes Away : श्रीलंकाई संथन उन 7 लोगों में से एक था जिन्हें भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. नवंबर 2022 में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रिहा करने का आदेश दिया था. उन्हें त्रिची सेंट्रल जेल परिसर में एक विशेष शिविर में रखा गया था.

Rajiv Gandhi Assassination Convict Santhan Passes Away
संथन की फाइल फोटो.
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 28, 2024, 9:03 AM IST

Updated : Feb 28, 2024, 9:52 AM IST

चेन्नई: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी संथन ने चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल (आरजीजीएच) में अंतिम सांस ली. उन्हें साजा माफी के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था. जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण उनकी मौत हो गयी. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी पाये गये कई आरोपियों को साल 2023 में रिहा कर दिया गया था. संथन की मौत से हत्याकांड की लंबी गाथा का एक और अध्याय बंद हो गया.

संथन को सुथेनथिराजा के नाम से भी जाना जाता था. वह पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की हत्या के सिलसिले में जेल से रिहा किए गए सात व्यक्तियों में से एक थे. उनकी रिहाई सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले के बाद हुई, जिसमें मई 2022 में मामले के एक अन्य दोषी ए.जी. पेरारिवलन की समय से पहले रिहाई का आदेश दिया गया था.

पेरारिवलन की रिहाई के बाद, छह महीने बाद संथन सहित छह और दोषियों को रिहा कर दिया गया था. अपनी रिहाई के बाद बिगड़ती स्वास्थ्य स्थितियों के कारण पिछले सप्ताह आरजीजीएच में भर्ती होने से पहले संथन को त्रिची में एक विशेष शिविर में रखा गया था. वह लीवर डैमेज और पैर में सूजन संबंधी लक्षणों से पीड़ित थे. जानकारी के मुताबिक आज (28 फरवरी) सुबह 7.50 बजे चेन्नई के राजीव गांधी अस्पताल में उनका निधन हो गया.

संथन जो पिछले कुछ महीनों से त्रिची शिविर में थे ने प्रधान मंत्री मोदी, श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, श्रीलंकाई उप वाणिज्य दूत, विदेश मंत्री और अन्य को पत्र लिखकर उन्हें अपने मूल श्रीलंका जाने की अनुमति देने की मांग की थी. पत्र में उन्होंने कहा कि मैंने पिछले 32 साल से अपनी मां को नहीं देखा है. मैं बुढ़ापे में उनके साथ रहना चाहता हूं. मैं एक बेटे के तौर पर उनकी मदद करना चाहता हूं.

इसके अलावा, श्रीलंका में उसके प्रत्यर्पण की मांग को लेकर मद्रास उच्च न्यायालय में उनकी ओर से दायर याचिका लंबित थी. इस मामले में, संथन ने मद्रास उच्च न्यायालय में मामला जारी रखते हुए स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित उन्हें राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल, चेन्नई में भर्ती करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आदेश देने की मांग की थी. अम्मानुविल ने कहा था कि हाल ही में उनका वजन कम हो रहा था, पैर में सूजन थी और खाना खाने में असमर्थ थे. भारत की एजेंसियों ने कहा कि था कि उन्हें श्रीलंका जाने की अनुमति तभी मिल सकती है जब श्रीलंका इसके लिए तैयार हो.

पीटीआई से बात करते हुए राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल के डीन ई थेरानिरजन ने बताया कि संथन की मौत सुबह सात बजकर 50 मिनट पर हुई. संथन का यकृत खराब था और उसका उपचार किया जा रहा था. थेरानिराजन ने संवाददाताओं से कहा कि संथन को बुधवार तड़के करीब चार बजे दिल का दौरा पड़ा, इसके बाद उसे सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया था.

उन्होंने कहा कि संथन पर उपचार का कोई असर नहीं हुआ और आज (बुधवार) सुबह सात बजकर 50 मिनट पर उसकी मौत हो गई. अधिकारी ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और शव को श्रीलंका भेजने के लिए कानूनी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. डीन ने कहा कि संथन को 27 जनवरी को यकृत खराब होने के कारण तिरुचिरापल्ली के एक विशेष शिविर से यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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चेन्नई: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड के दोषी संथन ने चेन्नई के राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल (आरजीजीएच) में अंतिम सांस ली. उन्हें साजा माफी के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था. जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण उनकी मौत हो गयी. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड में दोषी पाये गये कई आरोपियों को साल 2023 में रिहा कर दिया गया था. संथन की मौत से हत्याकांड की लंबी गाथा का एक और अध्याय बंद हो गया.

संथन को सुथेनथिराजा के नाम से भी जाना जाता था. वह पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी की हत्या के सिलसिले में जेल से रिहा किए गए सात व्यक्तियों में से एक थे. उनकी रिहाई सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले के बाद हुई, जिसमें मई 2022 में मामले के एक अन्य दोषी ए.जी. पेरारिवलन की समय से पहले रिहाई का आदेश दिया गया था.

पेरारिवलन की रिहाई के बाद, छह महीने बाद संथन सहित छह और दोषियों को रिहा कर दिया गया था. अपनी रिहाई के बाद बिगड़ती स्वास्थ्य स्थितियों के कारण पिछले सप्ताह आरजीजीएच में भर्ती होने से पहले संथन को त्रिची में एक विशेष शिविर में रखा गया था. वह लीवर डैमेज और पैर में सूजन संबंधी लक्षणों से पीड़ित थे. जानकारी के मुताबिक आज (28 फरवरी) सुबह 7.50 बजे चेन्नई के राजीव गांधी अस्पताल में उनका निधन हो गया.

संथन जो पिछले कुछ महीनों से त्रिची शिविर में थे ने प्रधान मंत्री मोदी, श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, श्रीलंकाई उप वाणिज्य दूत, विदेश मंत्री और अन्य को पत्र लिखकर उन्हें अपने मूल श्रीलंका जाने की अनुमति देने की मांग की थी. पत्र में उन्होंने कहा कि मैंने पिछले 32 साल से अपनी मां को नहीं देखा है. मैं बुढ़ापे में उनके साथ रहना चाहता हूं. मैं एक बेटे के तौर पर उनकी मदद करना चाहता हूं.

इसके अलावा, श्रीलंका में उसके प्रत्यर्पण की मांग को लेकर मद्रास उच्च न्यायालय में उनकी ओर से दायर याचिका लंबित थी. इस मामले में, संथन ने मद्रास उच्च न्यायालय में मामला जारी रखते हुए स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित उन्हें राजीव गांधी सरकारी जनरल अस्पताल, चेन्नई में भर्ती करने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आदेश देने की मांग की थी. अम्मानुविल ने कहा था कि हाल ही में उनका वजन कम हो रहा था, पैर में सूजन थी और खाना खाने में असमर्थ थे. भारत की एजेंसियों ने कहा कि था कि उन्हें श्रीलंका जाने की अनुमति तभी मिल सकती है जब श्रीलंका इसके लिए तैयार हो.

पीटीआई से बात करते हुए राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल के डीन ई थेरानिरजन ने बताया कि संथन की मौत सुबह सात बजकर 50 मिनट पर हुई. संथन का यकृत खराब था और उसका उपचार किया जा रहा था. थेरानिराजन ने संवाददाताओं से कहा कि संथन को बुधवार तड़के करीब चार बजे दिल का दौरा पड़ा, इसके बाद उसे सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया गया और वेंटिलेटर पर रखा गया था.

उन्होंने कहा कि संथन पर उपचार का कोई असर नहीं हुआ और आज (बुधवार) सुबह सात बजकर 50 मिनट पर उसकी मौत हो गई. अधिकारी ने कहा कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और शव को श्रीलंका भेजने के लिए कानूनी व्यवस्थाएं की जा रही हैं. डीन ने कहा कि संथन को 27 जनवरी को यकृत खराब होने के कारण तिरुचिरापल्ली के एक विशेष शिविर से यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

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Last Updated : Feb 28, 2024, 9:52 AM IST
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