सिलीगुड़ी: भारी बारिश के कारण राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर कई भूस्खलन हुए हैं. बंगाल-सिक्किम की जीवनरेखा राष्ट्रीय राजमार्ग 10 भी बार-बार भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है. सड़क की हालत इतनी भयावह है कि प्रशासन ने उस सड़क पर अनिश्चितकाल के लिए यातायात रोक दिया है. इसका पश्चिम बंगाल के पर्यटन राजस्व पर भारी असर देखने को मिल रहा है. पिछले एक महीने में पर्यटन को करीब 45 से 50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
पहले अक्टूबर में अचानक आई बाढ़, फिर अब बारिश के कारण तीस्ता नदी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 10 को निगलना शुरू कर दिया है. मरम्मत या जीर्णोद्धार की बात तो दूर, पर्यटन व्यवसायी इस बात को लेकर संशय में हैं कि भविष्य में यह सड़क रहेगी भी या नहीं. जून की शुरुआत से ही राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10 की हालत धंसने के कारण खराब है वहीं पर्यटन कारोबारियों को डर है कि इस नुकसान का परिणाम दूरगामी होगा.
इस संबंध में जीटीए के पर्यटन सचिव नॉर्डेन शेरपा ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग 10 उत्तर की ओर संचार का एक विश्वसनीय माध्यम है. पर्यटक सिर्फ सिक्किम ही नहीं जाते हैं, पर्यटक दार्जिलिंग और कलिम्पोंग भी जाते हैं. सिक्किम की यात्रा स्थगित होने के कारण दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के लिए भी बुकिंग रद्द कर दी गई है. इसका निश्चित रूप से असर पड़ा है.
राज्य पर्यटन विभाग की संयुक्त सचिव (उत्तर बंगाल) ज्योति घोष ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग 10 बंद है. निर्माण विभाग मामले की जांच कर रहा है. हिमालयन हॉस्पिटैलिटी ट्रैवल एंड टूर डेवलपमेंट नेटवर्क के सचिव सम्राट सान्याल ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग 10 के कारण उत्तर भारत, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन को भारी नुकसान पहुंचा है. इस नुकसान का असर दुर्गा पूजा तक जारी रहेगा. हमारा अनुमान है कि यह नुकसान करीब 50 करोड़ रुपये है.
ईस्टर्न हिमालयन ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के कार्यकारी समिति के सदस्य देबाशीष मैत्रा ने कहा, राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत ऐसी है कि अब कोई भी चालक जाना नहीं चाहता. पर्यटक भी एक-एक कर अपनी बुकिंग रद्द करा रहे हैं. पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के सूत्रों के अनुसार, आमतौर पर पर्यटक सिर्फ सिक्किम ही नहीं जाते. टूर प्लान में दार्जिलिंग, डुआर्स भी शामिल हैं. कुछ पर्यटक सिक्किम न जा पाने के कारण दार्जिलिंग जाते हैं, लेकिन यह संख्या नगण्य है. जून में बुकिंग 80 से 85 प्रतिशत थी, बुकिंग घटकर 15 से 20 प्रतिशत रह गई है. जुलाई में मानसून के कारण बुकिंग पहले ही 60 प्रतिशत तक गिर चुकी है, लेकिन नेशनल हाईवे की वजह से यह घटकर 7 से 10 प्रतिशत रह गया है. नेशनल हाईवे 10 पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. शेतीझोरा से चित्रे तक 19 मील का इलाका भूस्खलन की वजह से बंद है. मलबा हटाने और उसकी मरम्मत के काम की वजह से रविझोरा से तीस्ताबाजार इलाके में यातायात बंद है. हालांकि, सिलीगुड़ी से पनबू होते हुए कलिम्पोंग जाने वाली सड़क खुली है. रंगपो से लावा होते हुए मानसोंग जाने वाली सड़क खुली है.
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