लखनऊ: ट्रेनों की बोगी में पानी नहीं होने की शिकायतों में लगातार इजाफा हो रहा है. भीषण गर्मी के बीच यात्री पानी को तरस रहे हैं. यात्रियों की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए पूर्वोत्तर रेलवे के यांत्रिक वर्कशॉप ने एक डिवाइस बनाई है. ट्रेन के कोच में जब पानी खत्म होने की कगार पर होगा तभी यह डिवाइस एक अलर्ट स्टॉफ को भेजेगी, जिसके बाद अगले स्टॉप में पानी की कमी को पूरा किया जा सकेगा. ट्रेन में सफर के दौरान यात्री पानी की किल्लत की शिकायतें करते रहे हैं. जब तक उनकी शिकायत संबंधित जिम्मेदारों के पास पहुंचती है तब तक उनकी यात्रा खत्म हो चुकी होती है. ऐसे में यह डिवाइस पानी के खत्म होने के संकट से यात्रियों को निजात दिलाएगी.
ऐसे काम करेगी डिवाइस
इज्जतनगर डिवीजन के वर्कशॉप की तरफ से एक कोच वाटर लेवल इंडिकेटर कम अलर्ट सिस्टम बनाया गया है. यह वाटर लेवल सेंसर और माइक्रोकंट्रोलर आधारित नियंत्रण प्रणाली है. जीपीएस मॉड्यूल का इस्तेमाल करके कोच के अंदर अलर्ट यूनिट स्थापित की गई है. अगर चलती ट्रेन में टंकी में पानी भरा हुआ है तो इस यूनिट में टंकी में पानी भर जाने का संदेश ‘ग्रीन एलईडी’ के साथ डिस्प्ले पर प्रदर्शित होगा. जब जलस्तर 50 तक पहुंचेगा तो डिस्प्ले पर ‘येलो एलईडी’ के साथ एक संदेश दर्शाया जाएगा. वर्तमान व्यवस्था के मुताबिक ऐसी कोई तकनीक नहीं है, जिससे पूर्व में जाना जा सके कि कोच में पानी कम है या भरा हुआ है.
पानी की कमी को लेकर ज्यादा शिकायतें
अक्सर यात्रियों की शिकायत पर ही जानकारी मिलती है कि पानी खत्म हो गया है. ट्रेनों में मिलने वाली ज्यादातर शिकायतें सफाई को लेकर होती हैं, जिनमें से 70 से 80 फीसदी शिकायतें कोच में पानी की कमी को लेकर मिलती हैं. अक्सर इसी को लेकर विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है. मुख्य जन संपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) पंकज कुमार सिंह ने बताया कि इज्जतनगर मंडल के वर्कशॉप ने यह डिवाइस तैयार की है. आने वाले दिनों में इससे काफी राहत मिलेगी.