नई दिल्ली: मणिपुर पर राजनीति एक बार फिर गर्म हो गई है. संसद में जहां विपक्ष लामबंद होकर मणिपुर हिंसा मामले पर चर्चा की मांग दोहराता रहा, वहीं सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को राज्य सरकार ने उकसाने वाला कदम बताया है. मणिपुर सरकार में मंत्री एल सुसिंद्रो उर्फ याईमा (L Susindro alias Yaima) ने कहा कि राहुल गांधी मणिपुर में वास्तव में शांति बहाल नहीं करना चाहते बल्कि वहां अशांति को और बढ़ावा देना चाहते.
ईटीवी भारत से फोन पर बात करते हुए याईमा ने कहा कि मणिपुर सरकार लगातार राज्य के दोनों ही समुदायों मैतेई और कुकी से बात कर सभी उचित कदम और राहत का कार्य कर रही. उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति बहाल हो चुकी है, लेकिन राहुल गांधी यहां बार-बार आकर एक समुदाय के लोगों से मिलकर उन्हें उकसाते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जानबूझकर बार-बार इस मुद्दे को उठाकर केंद्र सरकार पर झूठे आरोप लगाते हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मणिपुर नहीं जाने पर मंत्री याईमा ने कहा कि जहां तक पीएम मोदी के मणिपुर आने की मांग है. पीएम मोदी भले ही मणिपुर नहीं आए हैं, मगर उनके प्रयासों की वजह से ही राज्य में काफी कुछ काम हुआ है और लोगों को राहत दी गई है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कई बार मणिपुर आ चुके हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के साथ दोनों समुदायों से बात कर उनकी समस्या को जाना है. मगर राहुल गांधी सिर्फ राजनीति और उकसावे के लिए पॉलिटिकल दौरा कर रहे हैं. पहले भी जब वो आए तो हिंसा भड़की थी. कांग्रेस नहीं चाहती कि मणिपुर में शांति बहाल हो, वो चाहती है कि मणिपुर हिंसा में जलता रहे.
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