हैदराबाद: राजनीति में ऐसी चर्चा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी तेलंगाना से चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि फैसला ले लिया गया है. राज्य से एमपी की ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का दम भरने वाली कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवारों के चयन को लेकर कवायद तेज कर दी है. बहुमत पदों के लिए उम्मीदवारों को लेकर फैसला हो चुका है. कांग्रेस सूत्रों को उम्मीद है कि अगर राहुल गांधी तेलंगाना से चुनाव लड़ते हैं तो यहां पार्टी का प्रभाव ज्यादा होगा.
रेवंत ने खड़गे से बातचीत की: पीसीसी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमामार्क और राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने कुछ दिन पहले सोनिया गांधी से तेलंगाना राज्य से चुनाव लड़ने की अपील की थी. पार्टी के सूत्रों ने कहा कि वह स्वास्थ्य कारणों से सीधे चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं. राज्य से राज्यसभा सदस्य के रूप में खड़े होने का सुझाव दिए जाने के बावजूद सोनिया गांधी राजस्थान से उच्च सदन में गईं. इसी क्रम में राहुल गांधी का नाम सामने आया.
पता चला है कि मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे, महासचिव केसी वेणुगोपाल और अन्य के साथ राहुल गांधी के तेलंगाना से चुनाव लड़ाने के बारे में चर्चा की. राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड से सांसद हैं. संबंधित सूत्रों से पता चला है कि राहुल गांधी संबंधित नेताओं के साथ इस पर सहमत हो गए हैं. खबर है कि शीर्ष नेता के खम्मम या भुवनागिरी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की संभावना है. इसके अलावा राज्य कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि वह उत्तर प्रदेश के अमेठी से भी चुनाव लड़ेंगे. प्रियंका गांधी संभवतः रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी, जिसका प्रतिनिधित्व सोनिया गांधी करेंगी.
डी. राजा की पत्नी वायनाड से लड़ेंगी ! : सीपीआई की ओर से कहा गया है कि वह वायनाड में चुनाव लड़ रही है, जिसका प्रतिनिधित्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे हैं. पार्टी ने डी. राजा की पत्नी यानी राजा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
कांग्रेस विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A. के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत कर रही है. इसी तरह केरल की इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग द्वारा भी वायनाड से चुनाव लड़ने की चर्चा है. यह दल गठबंधन में भागीदार है. इस संसदीय क्षेत्र में मुस्लिम मतदाताओं की बहुलता है. इसी सिलसिले में सोमवार को राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ कि राहुल गांधी एक बार फिर वायनाड से चुनाव नहीं लड़ सकते हैं.