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QR कोड स्कैन करते समय बरतें सावधानी, भूल कर भी किया ये काम, तो बैंक अकाउंट हो जाएगा खाली - QR CODE SCAN FRAUD

ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन बढ़ने के साथ लोगों ने कैश का इस्तेमाल कम कर दिया है. ये ट्रांजैक्शन करने का आसान तरीका है.

QR कोड
QR कोड (getty Images)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 20, 2024, 2:32 PM IST

नई दिल्ली: लोगों से ठगी करने के लिए स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाते हैं. वे लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कभी फिशिंग तो कभी डिजिटल अरेस्ट जैसी तरकीबों का सहारा लेते हैं. इस बीच स्कैमर्स ने लोगों को ठगने के लिए एक नया तरीका निकाला है. दरअसल, स्कैमर्स अब QR स्कैन की मदद से धोखाधड़ी कर रहे हैं.

दरअसल, ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन बढ़ने के साथ लोगों ने कैश का इस्तेमाल कम कर दिया है. ये ट्रांजैक्शन करने का आसान तरीका है. इसमें न अकाउंट नंबर गलत हो सकता है और न पैसा इधर-उधर कहीं और ट्रांसफर हो सकता है. यह ही वजह है कि लोगों का ऑनलाइन पेमेंट करने पर विश्वास भी बड़ा है.

मौजूदा समय में दुकान वाले, रेस्टोरेंट्स, शोरूम और किसी ठेले वाले पेमेंट लेने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर रहे हैं. इतना ही नहीं इसे सेफ मानकर लोग भी बिना सोचे समझें क्यूआर कोड से पेमेंट करते हैं. हालांकि, स्कैमर्स इसी चीज का फायदा उठा रहे हैं और लोगों को निशाना बना रहे हैं.

जानिए कैसे होता है फ्रॉड?
बता दें कि स्कैमर्स लोगों को QR कोड भेजकर ठगी कर रहे हैं. ये क्यूआर कोड फिशिंग लिंक या फिर किसी स्कैम पेज से इनकोडेड होतेहैं. जैसे ही कोई यूजर इन कोड्स को स्कैन करता है, वह स्कैम का शिकार हो जाता है.

ऐसे में अगर आपके मोबाइल पर कभी ऐसा कोई ऑफर आए कि आप क्यूआर कोड स्कैन कर लॉटरी जीत सकते हैं, तो जरा सावधान रहें, क्योंकि यह स्कैमर्स की चाल हो सकती है. दरअसल, कई बार स्कैमर्स लॉटरी के जरिए बड़ी रकम जीतने का ऑफर देकर साइबर ठग क्यूआर कोड भेजते हैं. ऐसे में अगर कोई शख्स इन कोड को स्कैन करता है और अपना पासवर्ड डालता है. वह ठगी का शिकार हो जाता है.

QR स्कैन फ्रॉड से कैसे बचें?
इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में कुछ गाइडलाइन शेयर की हैं. इनमें कहा गया है कि जब तक आपको ये पता हो कि क्यूआर कोड किसने भेजा है, तब तक उसे स्कैन न करें.याद रखें कि क्यूआर कोड का उपयोग सिर्फ भुगतान या पेमेंट करने के लिए ही किया जाता है.

इसके अलावा अगर आप कोई ऑनलाइन पेमेंट ऐप यूज करते हैं तो उस पर स्क्रीन लॉक लगाकर रखें. साथ ही अपना सिक्योरिटी पिन किसी भी व्यक्ति के साथ शेयर न करें.

कहां करें शिकायत?
सारी सावधानियां बरतने के बाद भी अगर आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो www.cybercrime.gov.in पर इसकी शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा एक हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

नई दिल्ली: लोगों से ठगी करने के लिए स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाते हैं. वे लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए कभी फिशिंग तो कभी डिजिटल अरेस्ट जैसी तरकीबों का सहारा लेते हैं. इस बीच स्कैमर्स ने लोगों को ठगने के लिए एक नया तरीका निकाला है. दरअसल, स्कैमर्स अब QR स्कैन की मदद से धोखाधड़ी कर रहे हैं.

दरअसल, ऑनलाइन पेमेंट का प्रचलन बढ़ने के साथ लोगों ने कैश का इस्तेमाल कम कर दिया है. ये ट्रांजैक्शन करने का आसान तरीका है. इसमें न अकाउंट नंबर गलत हो सकता है और न पैसा इधर-उधर कहीं और ट्रांसफर हो सकता है. यह ही वजह है कि लोगों का ऑनलाइन पेमेंट करने पर विश्वास भी बड़ा है.

मौजूदा समय में दुकान वाले, रेस्टोरेंट्स, शोरूम और किसी ठेले वाले पेमेंट लेने के लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल कर रहे हैं. इतना ही नहीं इसे सेफ मानकर लोग भी बिना सोचे समझें क्यूआर कोड से पेमेंट करते हैं. हालांकि, स्कैमर्स इसी चीज का फायदा उठा रहे हैं और लोगों को निशाना बना रहे हैं.

जानिए कैसे होता है फ्रॉड?
बता दें कि स्कैमर्स लोगों को QR कोड भेजकर ठगी कर रहे हैं. ये क्यूआर कोड फिशिंग लिंक या फिर किसी स्कैम पेज से इनकोडेड होतेहैं. जैसे ही कोई यूजर इन कोड्स को स्कैन करता है, वह स्कैम का शिकार हो जाता है.

ऐसे में अगर आपके मोबाइल पर कभी ऐसा कोई ऑफर आए कि आप क्यूआर कोड स्कैन कर लॉटरी जीत सकते हैं, तो जरा सावधान रहें, क्योंकि यह स्कैमर्स की चाल हो सकती है. दरअसल, कई बार स्कैमर्स लॉटरी के जरिए बड़ी रकम जीतने का ऑफर देकर साइबर ठग क्यूआर कोड भेजते हैं. ऐसे में अगर कोई शख्स इन कोड को स्कैन करता है और अपना पासवर्ड डालता है. वह ठगी का शिकार हो जाता है.

QR स्कैन फ्रॉड से कैसे बचें?
इस तरह के साइबर फ्रॉड से बचने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल ही में कुछ गाइडलाइन शेयर की हैं. इनमें कहा गया है कि जब तक आपको ये पता हो कि क्यूआर कोड किसने भेजा है, तब तक उसे स्कैन न करें.याद रखें कि क्यूआर कोड का उपयोग सिर्फ भुगतान या पेमेंट करने के लिए ही किया जाता है.

इसके अलावा अगर आप कोई ऑनलाइन पेमेंट ऐप यूज करते हैं तो उस पर स्क्रीन लॉक लगाकर रखें. साथ ही अपना सिक्योरिटी पिन किसी भी व्यक्ति के साथ शेयर न करें.

कहां करें शिकायत?
सारी सावधानियां बरतने के बाद भी अगर आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं तो www.cybercrime.gov.in पर इसकी शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा एक हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

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