भुवनेश्वर: ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर प्रबंधन समिति, अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) के भारतीय प्राधिकारियों से अमेरिका में 'असमय रथ यात्रा' आयोजित करने की उसकी योजना के संबंध में बात करेगी.
उन्होंने कहा कि कई सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात की और इस्कॉन की ह्यूस्टन इकाई की ओर से नवंबर में भगवान जगन्नाथ की 'स्नान यात्रा तथा रथ यात्रा' आयोजित करने की योजना पर चिंता व्यक्त की. यह योजना पुरी के मंदिर की सामान्य प्रथा से अलग है जहां कुछ समय पहले ही एक तय समय पर रथ यात्रा निकाली गई थी.
कानून मंत्री ने सोमवार को कहा कि जगन्नाथ मंदिर के पुजारियों सहित कई लोगों की यह राय है कि दुनिया भर में भगवान जगन्नाथ के सभी अनुष्ठान पुरी में आयोजित धार्मिक प्रथाओं के अनुसार ही किए जाने चाहिए. पुरी जगन्नाथ मंदिर राज्य सरकार के विधि विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है. हरिचंदन ने कहा कि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन इस्कॉन के साथ बातचीत करेगा और मुझे उम्मीद है कि इसका सकारात्मक परिणाम निकलेगा.
इस्कॉन की ह्यूस्टन इकाई की वेबसाइट के अनुसार 'स्नान यात्रा और रथ यात्रा' क्रमशः तीन तथा नौ नवंबर को आयोजित की जाएगी. पुरी की प्रथा के अनुसार, 'स्नान यात्रा' ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा को आयोजित की जाती है, जो आमतौर पर जून में होती है.
इसी प्रकार, रथ यात्रा या रथ उत्सव 'आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है, जो जून या जुलाई में होता है. इस्कॉन ह्यूस्टन इकाई की वेबसाइट पर कहा गया है कि प्रसिद्ध रथ यात्रा परेड का यह पुनः मंचन, जिसे रथों के उत्सव के रूप में भी मनाया जाता है, प्राचीन भारत की भक्ति परंपरा में निहित है. यह भारत के ओडिशा के पवित्र शहर पुरी में तीन हजार से अधिक वर्षों से प्रतिवर्ष मनाया जाता रहा है.