बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में समुदाय विशेष का प्रदर्शन उग्र हो गया है. नाराज लोगों ने कलेक्टर और एसपी दफ्तर में आग लगाने के साथ ही परिसर में खड़े कई वाहनों में तोड़फोड़ कर उन्हें आग के हवाले कर दिया. पुलिस के साथ भी जमकर झूमाझटकी हुई है. इस दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं. दरअसल गिरौदपुरी में समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल को क्षति पहुंचाने के विरोध में समाज के हजारों लोग दशहरा मैदान में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. आज यह भीड़ कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत कार्यालय का घेराव करने पहुंच गई.
सैकड़ों गाडियों में लगाई आग: कलेक्ट्रेट परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था और बैरिकेडिंग के बाद भी पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोक पाने में असफल रही. इसका खामियाजा कलेक्ट्रेट परिसर में आए लोगों को अपनी गाड़ियों का नुकसान कर उठाना पड़ा. समाज विशेष के लोगों पर आरोप है कि उन लोगों ने कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. भाटापार कलेक्ट्रेट कार्यालय का आधा हिस्सा आगजनी की चपेट में आने से चल गया है.
हंगामे और उत्पात के बाद तीन लोग गिरफ्तार: गिरौदपुरी में असमाजिक तत्वों ने समुदाय विशेष की आस्था के केंद्र अमर गुफा में स्थित महकोनी मंदिर परिसर में उत्पात मचाया. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है लेकिन समाज के लोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच की घोषणा की है. इसके बाद भी समाज ने कलेक्ट्रेट का घेराव करने की घोषणा कर दी. कलेक्ट्रेट परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था और बैरिकेडिंग के बाद भी पुलिस प्रदर्शनकारियों को नहीं रोक सकी. नाराज लोगों ने कलेक्ट्रेट परिसर में रखी गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया. परिसर में खड़ी गाड़ियों के साथ तोड़ फोड़ की गई और बड़ी संख्या में गाड़ियों को आग लगा दिया.
''बलौदाबाजार जिले में उत्पन्न हुई अप्रिय स्थिति पर आईजी और कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली है. घटना की रिपोर्ट भी मंगाई गई है. गिरौदपुरी के अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच हेतु गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया था, जिसकी जांच की घोषणा उनके द्वारा की गई थी. सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं और सभी से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील है''. - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री
समाज विशेष के लोगों को धरना प्रदर्शन की इजाजत दी गई थी. शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन की बात इनकी ओर से कही गई थी. हंगामे के दौरान ये लोग बेकाबू हो गए और आगजनी और पथराव शुरु कर दिया. बैरिकेड को तोड़कर कलेक्ट्रेट परिसर में घुस गए. जिस घटना को लेकर ये लोग विरोध जता रहे हैं उसकी जांच के आदेश पहले ही गृहमंत्री और मुख्यमंत्री की ओर से दे दिया गया था. - सदानंद कुमार, एसपी, बलौदाबाजार
''बलौदाबाजार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करता हूं. सरकार की लापरवाही से यह अप्रिय स्थित निर्मित हुई है. पंद्रह दिनों पहले असामाजिक तत्वों द्वारा पवित्र जैत खम्भ को नुकसान पहुंचाने का काम किया गया था. मामले में त्वरित कठोर कार्रवाई की गई होती तो शायद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना नहीं होती. मैं लोगों से अपील करता हूं संयम और शांति बनाये रखें. क़ानून को हाथ में न लें. सभ्य समाज मे हिंसा कदापि भी बर्दास्त नहीं की जा सकती है. बाबा साहब के बनाये क़ानून पर भरोसा रखें''. - दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
''बलौदाबाजार में हुई घटना सरकार की नाकामी को दिखाता है. प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था का ये प्रमाण है. राजधानी रायपुर से लगे इलाके में इस तरह की घटना चिंताजनक है. 15 तारीख की घटना से नाराज लोग न्याय की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे. शासन प्रशासन ने अगर सही कद उठाया होता तो नाराजगी इस कदर नहीं भड़कती, इसे रोका जा सकता था. बीजेपी सरकार पूरे मामले की जांच कराए. मैं लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं.'' - चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष
''बलौदा बाजार में हुई हिंसा की घटना चिंताजनक है. अगर शासन-प्रशासन ने समय पर आवश्यक कदम उठाए होते तो लोगों की नाराज़गी को इस हद तक जाने से रोका जा सकता था. ये समाज सद्भाव के रास्ते पर चलने वाला समाज है. मैं समाज के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं''. - भूपेश बघेल, पूर्व सीएम, छत्तीसगढ़
पुलिस की टीम मौके पर मौजूद: मौके पर भारी पुलिस की बल की तैनाती कर दी गई है. भीड़ को समझाने की भी कोशिश की जा रही है. वहीं गाड़ियों में लगी आग को भी बुझाने की कोशिशें जारी है. आग की वजह से इलाके में अफरा तफरी का भी माहौल है.