मुंबई: महाराष्ट्र के किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए भारत की ओर से एक प्रस्ताव भेजा गया है. भारत ने वर्ष 2024-25 के लिए शिवनेरी, रायगढ़, सिंधुदुर्ग समेत कुल बारह किलों को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल कराने के लिए यूनेस्को को प्रस्ताव भेजा है. प्रत्येक देश यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने के लिए नामांकन भेजता है. इस साल भारत की ओर से यूनेस्को को मराठा किलों का प्रस्ताव भेजा गया है.
केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने छत्रपति शिवाजी महाराज के किलों को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा दिलाने के लिए यूनेस्को को नामांकन भेजा है. इसमें रायगढ़, राजगढ़, शिवनेरी, तोरणा, लोहगढ़, सालहेर, मुल्हेर, रंगना, अंकाई-टंकाई, कासा, सिंधुदुर्ग, अलीबाग, सुवर्णदुर्ग, खंडेरी किले शामिल हैं. यूनेस्को के प्रतिष्ठित मंच पर नामांकित होना महाराष्ट्र के लिए बहुत गर्व की बात है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि 'छत्रपति शिवाजी महाराज के किलों को यूनेस्को की सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया है. किलों के शौर्य, पराक्रम, कल्याण अथवा विरासत एवं ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए मुझे विश्वास है कि इन्हें विरासत स्थल में शामिल किया जाएगा.'
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि 'केंद्र सरकार ने इस संबंध में एक प्रस्ताव पेश किया है और इसे यूनेस्को को सौंप दिया गया है. इसमें रायगढ़, शिवनेरी, तोरणा, लोहगढ़, सलहेर, खंडेरी, राजगढ़, प्रतापगढ़, सुवर्णदुर्ग, पन्हाला, विजयदुर्ग, सिंधुदुर्ग समेत 12 किले शामिल हैं.'