दुर्ग : महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के प्रमोटर्स सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ दुर्ग पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. दुर्ग जिले के नए एसपी जितेंद्र शुक्ला ने महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े मुख्य आरोपियों को भारत लाने के लिए कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है. भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के दुबई में होने की सूचना पुलिस को मिली है. दुर्ग एसपी के मुताबिक दोनों के खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया गया है.साथ ही साथ रेड कॉर्नर नोटिस, कुर्की संबंधी दस्तावेज और आरोपियों के प्रत्यर्पण को लेकर जरुरी दस्तावेज तैयार किए गए हैं.
कहां छिपे बैठे हैं रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर ? : वहीं एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि महादेव सट्टा को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार सख्त है. सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस आगे बढ़ रही है. दोनों ही आरोपियों के दुबई में होने की सूचना पुलिस को मिली है.
''सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को भारत लाने और उनके किए अपराधों में सजा दिलाने के लिए प्रत्यर्पण की जरूरत हैं. वहीं प्रत्यर्पण से जुड़े सभी दस्तावेजों को पूरा करने का जल्दी से जल्दी प्रयास किया जा रहे हैं. उन दोनों पर स्थाई वारंट,कुर्की, रेड कॉर्नर नोटिस की कार्रवाई पूरी कर ली गई है. जल्द से जल्द दस्तावेज को अरबी भाषा में कन्वर्ट कर उनके न्यायालय में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है.जिसके बाद सरकारों से संंबंध स्थापित करके दोनों ही आरोपियों को भारत लाया जाएगा.इसके बाद यहां पर जो अपराध दोनों ने किए हैं उसके आधार पर सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी.''- जितेंद्र शुक्ला, एसपी दुर्ग
दोनों आरोपियों के खिलाफ स्थायी वारंट : आपको बता दें कि रायपुर की अदालत ने दोनों ही मुख्य आरोपियों के खिलाफ स्थायी वारंट जारी किया है. जिसमें दोनों आरोपियों को 12 मार्च तक कोर्ट में उपस्थित होने को कहा गया है. इस नोटिस में सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के खिलाफ कई हैं. जिसमें आईपीसी की धारा 420, 34 और छत्तीसगढ़ जुआ नियंत्रण अधिनियम 78 के तहत जारी किए गए वारंट की जानकारी शामिल की गई है.
महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के खिलाफ कार्रवाई : एसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल अभी दुबई में हैं.पुलिस के पास दोनों के अपराध से जुड़े पर्याप्त सबूत हैं.साथ ही साथ अब भी जिन खातों से ट्रांजेक्शन हो रहा है उन खातों को पुलिस दोबारा ऑडिट करा रही हैं.ऐसे कई मामले सामने आए हैं जहां खाता धारकों को ये नहीं पता था कि उनके अकाउंट में किस तरह का ट्रांजेक्शन हो रहा है.इसलिए ऐसे खाता धारकों को विवेचना से पुलिस बाहर रखेगी.वहीं जो लोग फिजिकली और पूरी तरह से पैसों के ट्रांजेक्शन में इनवॉल्व हैं,उन्हें पुलिस की जांच का सामना करना पड़ेगा. महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के खिलाफ ईडी और भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से लगातार यूएई की सरकार से संपर्क साधा गया है.पुलिस जैसे ही केस से जुड़े दस्तावेजों को पूरा कर लेगी.वैसे ही दोनों ही आरोपियों को भारत लाकर सजा दिलाने का काम शुरु होगा.