थिम्पू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भूटान की राजधानी थिम्पू में भारत के सहयोग से निर्मित एक आधुनिक अस्पताल का शनिवार को उद्घाटन किया. मोदी ने भूटान के अपने समकक्ष शेरिंग टोबगे के साथ मिलकर थिम्पू में 'ज्ञाल्त्सुएन जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल' का उद्घाटन किया. यह इस हिमालयी देश के लोगों को समर्पित एक भूटान-भारत मित्रता परियोजना है. भूटान के साथ भारत के अनूठे संबंधों को और मजबूत करने के लिए दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर शुक्रवार को यहां पहुंचे मोदी ने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मुलाकात की और प्रधानमंत्री टोबगे से बातचीत की.
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारत ने दो चरणों में 150 बिस्तरों वाले जेत्सुन पेमा मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल के विकास का समर्थन किया है. अस्पताल के पहले चरण का निर्माण रुपये की लागत से किया गया था. दूसरे चरण का निर्माण 2019 में 12वीं पंचवर्षीय योजना के हिस्से के रूप में रुपये की लागत से किया गया था, जो अब पूरा हो गया है.
वहीं, भूटान नरेश ने शुक्रवार को यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' से सम्मानित किया. यह सम्मान पाने वाले वह पहले विदेशी शासनाध्यक्ष हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार रात 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, 'मैं बड़ी विनम्रता के साथ 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' सम्मान स्वीकार करता हूं. मैं यह सम्मान देने के लिए महामहिम भूटान नरेश का आभार व्यक्त करता हूं. मैं इस सम्मान को भारत के 140 करोड़ लोगों को समर्पित करता हूं. मुझे विश्वास है कि भारत-भूटान के संबंध बढ़ते रहेंगे और हमारे नागरिकों को फायदा पहुंचाएंगे.'
भारत और भूटान के बीच राजनयिक संबंध 1968 में स्थापित हुए थे. भारत-भूटान संबंधों की मूल रूपरेखा 1949 में दोनों देशों के बीच हुई मित्रता एवं सहयोग संधि रही है जिसमें फरवरी 2007 में संशोधन किया गया था.