देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड के राजाजी टाइगर रिजर्व से बाघों की संख्या को लेकर अच्छी खबर सामने आई है. यहां टाइगर रिजर्व में कॉर्बेट से लाई गई बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है. जिससे ये स्पष्ट हो गया है कि राजाजी टाइगर रिजर्व में बाघों को पुनर्स्थापित करने की योजना सफल हो रही है. उधर राजाजी टाइगर रिजर्व प्रबंधन फिलहाल बाघिन और इसके शावकों की क्लोज मॉनिटरिंग कर रहा है. जबकि वन विभाग में इस खबर के आने के बाद से ही पुनर्स्थापना कार्यक्रम की सफलता को लेकर खुशी जाहिर की जा रही है.
बाघिन ने चार शावकों को दिया जन्म: राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी भाग में बाघों का कुनबा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसी कड़ी में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से बाघों को राजाजी में ट्रांसलोकेट करने का भी कार्यक्रम चल रहा है. अब तक कॉर्बेट से चार बाघों को राजाजी में लाया जा चुका है. इसमें एक नर और तीन मादा बाघ शामिल हैं. उधर राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी भाग में बाघों की आबादी बढ़ाने के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम की सफलता के संकेत भी मिलने लगे हैं. राजाजी टाइगर रिजर्व में लगे कैमरा ट्रैप से ये साफ हुआ है कि यहां लाई गई एक बाघिन ने चार शावकों को जन्म दिया है. यानी राजाजी टाइगर रिजर्व का बाघों की संख्या बढ़ाने से जुड़ा प्रयास सफल होता हुआ नजर आ रहा है.
बाघों की बढ़ रही आबादी: राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी हिस्से में एक बड़ा भूभाग बाघों की आबादी के लिए अनुकूल माना गया है और इसी आकलन के साथ इस क्षेत्र में कॉर्बेट नेशनल पार्क से बाघों को ट्रांसलोकेट किए जाने का सिलसिला शुरू किया गया था. हालांकि पिछले दिनों राजाजी टाइगर रिजर्व द्वारा जल्द एक बाघिन के शावकों को जन्म देने की उम्मीद लगाई जा रही थी, ऐसे में अब कैमरा ट्रैप में बाघिन के साथ शावकों के भी आने से स्पष्ट हो गया है कि राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी भाग में बाघों की आबादी बढ़ रही है.
वन मंत्री ने बताया बड़ी उपलब्धि: इस खबर के सामने आने के बाद वन मंत्री सुबोध उनियाल ने वन्यजीव संरक्षण के लिए इसे बेहद बड़ी उपलब्धि बताया है.इसके लिए वाइल्डलाइफ में काम करने वाले तमाम लोगों को बधाई भी दी है. खासतौर पर राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक और यहां के तमाम स्टाफ की मेहनत को इस उपलब्धि के लिए कारण बताया है. उधर दूसरी तरफ मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक समीर सिन्हा ने भी राजाजी टाइगर रिजर्व प्रबंधन द्वारा की गई नियमित मॉनिटरिंग और उनकी मेहनत के लिए उन्हें बधाई दी.
उत्तराखंड में बाघों का नया आशियाना: दरअसल राजाजी टाइगर रिजर्व में कॉर्बेट से पांच बाघों को लाने की योजना थी. जिनमें से चार बाघ लाये जा चुके हैं और अब जल्द ही एक और बाघ लाने की भी उम्मीद लगाई जा रही है. इस कार्यक्रम के जरिए एक तरफ कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों के अत्यधिक दबाव को कुछ हद तक काम किया जा सकेगा. वहीं उत्तराखंड में बाघों का नया आशियाना भी स्थापित हो सकेगा.
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