देहरादून: उत्तराखंड में साल के लगभग 10 महीने पर्यटकों की आमद रहती है. कभी चारधाम यात्रा, कभी विंटर सीजन, कभी बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं की खूबसूरत लोकेशन्स पर पहुंचकर क्वालिटी टाइम व्यतीत करते हैं, मगर मानसून के दौरान उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी गिरावट आ जाती है. इस सीजन में उत्तराखंड की नदियों उफान पर रहती हैं. भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो जाती हैं, मगर बारिश के बाद पहाड़ के नजारे और भी खूबसूरत हो जाते हैं. इस दौरान प्रकृति अलग की रूप में नजर आती है. आज ईटीवी भारत आपको उत्तराखंड के ऐसे टूरिस्ट लोकेशन के बारे में बताने जा रहा जहां आप मॉनसून सीजन में जा सकते हैं.
मालदेवता है शानदार टूरिस्ट डेस्टिनेशन: राजधानी से महज चंद मिनट दूर है शानदार जगह: उत्तराखंड में कई ऐसे स्थान हैं जहां आप मानसून के दौरान सुरक्षित रहकर समय बिता सकते हैं. राजधानी देहरादून तो आप कई बार आए होंगे. अगर आप राजधानी देहरादून के शहर के अलावा अन्य जगहों से अभी तक अनभिज्ञ हैं तो इस मानसून के सीजन में आप ऐसी जगह का रुख कर सकते हैं जो राजधानी देहरादून के बेहद करीब हैं. इस जगह क नाम माल देवता है. यहां नदी के किनारे बसे छोटे-छोटे गांव और गांव के बीचों-बीच बने रिसॉर्ट होटल और कैंप आपको मानसून के दौरान एक अच्छा एहसास कराएंगे. यहां पर बहने वाली नदी अमूमन मानसून के दौरान भी सुकून से बहती है. ऊंचे ऊंचे पहाड़ और हरियाली के बीच ठंडा मौसम इस जगह पर मिलेगा. यह जगह राजधानी देहरादून से महज 15 से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. यहां पर पैराग्लाइडिंग, कैंपिंग के साथ ही दूसरी एक्टिविटीज भी होती हैं. मानसून के दौरान यह एक अच्छा टूरिस्ट डेस्टिनेशन है.
थानों में बिताएं क्वालिटी टाइम: राजधानी देहरादून के ही करीब जौलीग्रांट एयरपोर्ट के पास भी थानों भी बढ़िया टूरिस्ट डेस्टिनेशन है. मानसून के दौरान इस जगह पर भी आपको बिल्कुल वहीं एहसास होगा जो एहसास आप उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में महसूस करते हैं. यहां पर जंगलों में बने खूबसूरत रिजॉर्ट कैंप और फैमिली फार्म हाउस आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकते हैं. यहां पर आकर आप बारिश के मौसम में अच्छा समय बिता सकते हैं. इस इलाके को भी हाल ही के दिनों में स्थानीय लोगों ने कुछ इस तरह से डेवलप किया गया है कि मानसून के दौरान उत्तराखंड में आने वाले लोगों को एक सुखद अहसास कराया जा सके. इस क्षेत्र में कई स्थान पहाड़ों की ऊंचाई पर हैं, मॉनसून में आप यहां अच्छा समय बिता सकते हैं. इस क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए आप हरिद्वार और ऋषिकेश रेलवे स्टेशन तक ट्रेन के माध्यम से पहुंच सकते हैं. इसके बाद गाड़ी के जरिये आप यहां पहुंच सकते हैं. थानों देवदार के जंगलों के लिए जाना जाता है. इस पूरे क्षेत्र में गीली मिट्टी की खुशबू और ऊंचे ऊंचे पेड़ आपको आपकी यात्रा का समूचा रोमांच देंगी.
हरिद्वार ऋषिकेश के नजदीक हैं ये शानदार जगहें: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों खासकर ऋषिकेश से ऊपर नरेंद्र नगर, मसूरी से ऊपर उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ बागेश्वर जैसे ऊंचे क्षेत्रों में बारिश के दौरान अमूमन लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. निचले इलाके काफी हद तक सुरक्षित रहते हैं. राजधानी देहरादून के अलावा पौड़ी और हरिद्वार जिले के बीचों-बीच स्थित कौडियाला प्वाइंट भी आपके लिए खूबसूरत डेस्टिनेशन हो सकता है. राजाजी नेशनल पार्क से सटे इस इलाके में आपको रुकने खाने-पीने और घूमने की वह सारी सुविधा मिल जाती हैं जो एक टूर में आपको चाहिए. कौडियाला तक जाने वाली सड़क पर ना तो किसी तरह का कोई भूस्खलन का आपके सामना करना पड़ेगा, न ही अधिक बारिश होने की वजह से जलभराव की दिक्कत का सामना करना पड़ेगा. इस इलाके के ऊंचाई वाले क्षेत्रों से आप निचले इलाकों के शानदार दृश्य देख सकते हैं. यह पूरा क्षेत्र बरसात के दौरान बेहद खूबसूरत लगता है. कौडियाला जाने के लिए हरिद्वार के चिला मार्ग से होते हुए जाना होता है.
कमाल का है कॉर्बेट, संजोइये यादगार पल: मानसून के दौरान कुमाऊं के भी कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर आप आसानी से सुरक्षित समय बिता सकते हैं. कॉर्बेट नेशनल पार्क भले ही मानसून के दौरान बंद कर दिया जाता हो लेकिन उसमें बने खूबसूरत रिजॉर्ट होटल और कैंप साल के 12 महीने खुले रहते हैं. मानसून के दौरान आप इन जगहों पर रुक कर न केवल पहाड़ का बल्कि जंगली जानवरों का भी दीदार कर सकते हैं. मानसून के दौरान यहां पर्यटकों की संख्या बेहद कम रहती है. इस दौरान नेशनल पार्क में गाड़ियों की गतिविधि न होने की वजह से जंगली जानवर आपके रिसॉर्ट, होटल के आसपास घूमते हुए दिखाई दे सकते हैं. आप अगर इन जगहों पर रुकने का प्लान बनाते हैं तो शाम के समय अपने होटल, रिसॉर्ट से बाहर न निकलें. इसके साथ ही तेज बारिश और नदियों की ओर जाने से बचे. कॉर्बेट नेशनल पार्क की कई रेंज मानसून के दौरान खुले रहते हैं.
कुमाऊं के गूलरभोज बैराज को भी कर सकते हैं एक्सप्लोर: कुमाऊं में ही आप खटीमा के नजदीक गूलरभोज बैराज के आसपास भी घूम सकते हैं. बारिश रुकने के बाद इस इलाके में आप कई जगह का दीदार भी कर सकते हैं. कुमाऊं के तराई के इलाकों में आसपास कई ऐसे मंदिर और पर्यटक स्थल हैं जहां पर इस दौरान जाया जा सकता है. मानसून में नैनीताल, भीमताल भी एक सुरक्षित और खूबसूरत पर्यटक स्थल हो सकता है. इन इलाकों में बारिश के दौरान अधिक दिक्कत नहीं होती है.
मॉनसून में होती है बजट फ्रेंडली यात्रा: होटल एसोसिएशन अध्यक्ष संदीप साहनी कहते हैं ऐसा नहीं है कि मानसून के दौरान प्रदेश जलमग्न होता है, सभी सड़कें खराब रहती हैं. मानसून में उत्तराखंड और भी अधिक खूबसूरत हो जाता है. उन्होंने कहा जो लोग उत्तराखंड के सेफ जोन वाले स्थान पर आते हैं उनको शायद ये नहीं मालूम होगा की मानसून में उन्हें रुकना खाना पीना सभी बहुत सिमित रेट में मिलता है. इस दौरान कोई भीड़भाड़ नहीं होती है. इसलिए होटल के रेट से लेकर सभी जगह पर आसानी और सिमित रेंज में सभी चीजें मिल जाती हैं.
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