नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद ओम बिरला को लोकसभा का स्पीकर चुन लिया गया है, जबकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में होंगे. राहुल गांधी ने बुधवार को नवनिर्वाचित अध्यक्ष ओम बिरला को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार के विचारों का विरोध करने वालों के बिना सदन चलाने का विचार गैर-लोकतांत्रिक है.
राहुल गांधी ने कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि आप हमें अपनी आवाज उठाने, बोलने और भारत के लोगों की आवाज उठाने की अनुमति देंगे. सवाल यह नहीं है कि सदन कितनी कुशलता से चलता है. सवाल यह है कि इस सदन में हम लोगों की कितनी आवाज सुनी जा रही है. यह विचार कि आप विपक्ष की आवाज को दबाकर सदन को कुशलतापूर्वक चला सकते हैं, गैर-लोकतांत्रिक है. इस चुनाव ने दिखाया है कि भारत के लोग विपक्ष से संविधान की रक्षा की उम्मीद करते हैं.'
अखिलेश यादव ने दी बधाई
राहुल गांधी के सहयोगी समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी स्पीकर को संक्षिप्त संदेश दिया. उन्होंने कहा, 'मैं आपको बधाई देता हूं और अपने सभी साथियों की ओर से शुभकामनाएं देता हूं. आप जिस पद पर हैं, उससे गौरवशाली परंपराएं जुड़ी हैं. हमें विश्वास है कि यह बिना किसी भेदभाव के जारी रहेगा और लोकसभा अध्यक्ष के रूप में आप हर सदस्य और पार्टी को समान अवसर और सम्मान देंगे.' संसद के शीतकालीन सत्र में सांसदों के सामूहिक निलंबन का जिक्र करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि इंडिया ब्लॉक को उम्मीद है कि किसी भी सांसद की आवाज नहीं दबाई जाएगी.
दोबारा नहीं होगी सांसदों के निष्कासन जैसी कार्रवाई
अखिलेश ने कहा कि निष्पक्षता इस महान पद की बड़ी जिम्मेदारी है. हम उम्मीद करते हैं कि किसी भी जनप्रतिनिधि की आवाज नहीं दबाई जाएगी और न ही निष्कासन जैसी कार्रवाई दोबारा होगी. आपका नियंत्रण विपक्ष पर है, लेकिन सत्ता पक्ष पर भी होना चाहिए. सदन को आपके इशारों पर चलना चाहिए, न कि इसके विपरीत. हम आपके सभी न्यायोचित निर्णयों के साथ खड़े हैं. मुझे उम्मीद है कि आप विपक्ष का भी उतना ही सम्मान करेंगे, जितना आप सत्ता पक्ष का करते हैं और उन्हें अपना पक्ष रखने देंगे.
'5 साल निलंबन के बारे में न सोचें'
एनसीपी ( शरद पवार गुट) सांसद सुप्रिया सुले ने भी दर्जनों सांसदों के निलंबन को याद किया. उन्होंने कहा कि बहुत कुछ किया गया है. 5 साल में आपने बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन जब मेरे 150 साथियों को निलंबित किया गया, तो हम सभी दुखी थे. इसलिए, आप अगले 5 साल निलंबन के बारे में न सोचें. हम हमेशा बातचीत के लिए तैयार हैं.
बता दें कि सत्तारूढ़ एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच उपसभापति पद के लिए आम सहमति नहीं बन पाई थी, जिसके चलते स्पीकर पद के लिए कांग्रेस सांसद के सुरेश ने अपना नामांकन दाखिल किया. वहीं बीजेपी ने फिर से ओम बिरला को उम्मीदवार बनाया. हालांकि, ओम बिरला को बुधवार को ध्वनिमत से लोकसभा का स्पीकर चुना गया. लोकसभा के इतिहास में यह चौथी बार था जब अध्यक्ष का सेलेक्शन चुनाव के माध्यम से किया गया.
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